बुरहानपुर। एक ओर जहां प्रदेश सरकार बेरोजगारों को स्वरोजगार देने की बात कर रही है, वहीं दूसरी ओर बुरहानपुर जिले के नेपानगर तहसील के ग्राम असीर में प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई कर एक बुजुर्ग महिला के मकान और ढाबे को धराशायी कर दिया. बता दें कि गांव के स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा पिछले एक साल से ढाबे को हटाने की कवायद की जा रही थी. वहीं सदमे के कारण बुजुर्ग महिला की तबीयत खराब हो गई.
ये है पूरा मामला
⦁ बुजुर्ग महिला ग्राम असीर में ढाबा संचालित कर अपने बच्चों का पालन-पोषण कर रही थी.
⦁ बुरहानपुर के नेपानगर तहसील के असीर गांव में कई सालों से संचालित मेवाती ढाबे का मामला पिछले एक साल से सुर्खियों में बना हुआ है.
⦁ ढाबा संचालक बुजुर्ग महिला जुलेखा बी ने 6 महीने पहले उनके परिवार को प्रशासनिक मदद न मिलने पर बुरहानपुर कलेक्टर कार्यालय में आत्मदाह करने का प्रयास किया था.
⦁ आज नेपानगर एसडीएम, एसडीओपी, टीआई सहित भारी संख्या में राजस्व और पुलिस बल ने बुजुर्ग महिला के ढाबे को हटाने की कार्रवाई की.
⦁ इतना ही नहीं बुजुर्ग महिला और उसकी बेटी को बलपूर्वक पुलिस ने खदेड़ा. इससे बुजुर्ग महिला की तबीयत बिगड़ गई और प्रशासन ने एम्बुलेंस की सहायता से उसे जिला अस्पताल भेजा.
⦁ बता दें कि ग्राम असीर में असीरगढ़ का प्राचीन किला बना हुआ है. जिसके चलते इसे पर्यटन स्थल बनाया गया है.
⦁ इस मामले में एसडीएम विशा माधवानी का कहना है कि तहसील कार्यालय में अतिक्रमण हटाए जाने का प्रकरण पिछले दो साल से विचारधीन है.
⦁ भूमि शासकीय होने की वजह से ढाबे को हटाने के आदेश हुए थे. जिसके बाद बार-बार नोटिस देने पर भी ढाबा नहीं हटाए जाने पर यह कार्रवाई की गई है.