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दो साल भी नहीं चला लाखों की लागत से बना बांध, पानी-पानी हुई अन्नदाता की उम्मीदें

नेपानगर स्थित भाटाली तालाब का बांध टूटने से 60 से अधिक किसानों की फसल पानी-पानी हो गयी, जिसने अन्नदाता की चिंता बढ़ा दी है.

दो साल भी नहीं चला लाखों की लागत से बना बांध, पानी-पानी हुई अन्नदाता की उम्मीदें
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Published : Aug 11, 2019, 1:13 PM IST

बुरहानपुर। नेपानगर के बोरी गांव में मूसलाधार बारिश से भाटाली तालाब पर बना बांध टूट गया, साल 2016 मे आरईएस विभाग ने इस डैम का निर्माण करवाया था, जो शुरूआती बारिश में ही टूट गया. डैम के टूटने से लगभग 60 से अधिक किसानों की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है, जिससे किसानों को लगभग 50 लाख रुपए से अधिक का नुकसान हुआ है.

दो साल भी नहीं चला लाखों की लागत से बना बांध, पानी-पानी हुई अन्नदाता की उम्मीदें
नेपानगर तहसील क्षेत्र के बोरी गांव के ग्रामीणों का आरोप है कि भाटाली तालाब पर 50 लाख रूपये की लागत से बना डैम दो सालों मे ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया, ग्रामीणों ने डैम में हो रहे लीकेज की शिकायत कई बार विभाग से की थी, लेकिन विभाग के अधिकारियों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया, जिसके चलते डैम टूट गया, डैम टूटने से आसपास के क्षेत्र के लगभग 60 से अधिक किसानों की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है.जानकारी के मुताबिक, डैम टूटने की सूचना मिलने के 24 घंटे बाद भी कोई जिम्मेदार अधिकारी घटना स्थल पर नही पहुंचा, जिससे सोयाबीन, कपास, मक्का सहित मिर्च की फसल पूरी तरह चौपट हो गयी.

बुरहानपुर। नेपानगर के बोरी गांव में मूसलाधार बारिश से भाटाली तालाब पर बना बांध टूट गया, साल 2016 मे आरईएस विभाग ने इस डैम का निर्माण करवाया था, जो शुरूआती बारिश में ही टूट गया. डैम के टूटने से लगभग 60 से अधिक किसानों की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है, जिससे किसानों को लगभग 50 लाख रुपए से अधिक का नुकसान हुआ है.

दो साल भी नहीं चला लाखों की लागत से बना बांध, पानी-पानी हुई अन्नदाता की उम्मीदें
नेपानगर तहसील क्षेत्र के बोरी गांव के ग्रामीणों का आरोप है कि भाटाली तालाब पर 50 लाख रूपये की लागत से बना डैम दो सालों मे ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया, ग्रामीणों ने डैम में हो रहे लीकेज की शिकायत कई बार विभाग से की थी, लेकिन विभाग के अधिकारियों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया, जिसके चलते डैम टूट गया, डैम टूटने से आसपास के क्षेत्र के लगभग 60 से अधिक किसानों की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है.जानकारी के मुताबिक, डैम टूटने की सूचना मिलने के 24 घंटे बाद भी कोई जिम्मेदार अधिकारी घटना स्थल पर नही पहुंचा, जिससे सोयाबीन, कपास, मक्का सहित मिर्च की फसल पूरी तरह चौपट हो गयी.
Intro:ऐंकर- बुरहानपुर जिले के नेपानगर क्षेत्र के ग्राम बोरी की भाटाली तालाब पर 50 लाख की लागत से बना डेम दो वर्ष मे ही भ्रस्टाचार की भेंट चढ़ गया, मूसलाधार बारिश से डेम में पानी भरा और वह फुट गया, बता दें कि वर्ष 2016 मे आरईएस विभाग द्वारा 50 लाख रुपये की लागत से इस डेम का निर्माण करवाया हैं, जो महज दो बरसात मे ही पानी मे बह गया, इतना ही नहीं डेम के फुटने से लगभग 60 से अधिक किसानो की फसल पुरी तरह बर्बाद हो गई हैं, फसल बहने से किसानों को लगभग 50 लाख से अधिक का नुकसान हुआ है।

Body:नेपानगर तहसील के ग्राम बोरी के समीप तालाब पर बना डेम फुट गया, डेम मे हो रहे जल रिसाव की शिकायत ग्रामीणो द्वारा बार-बार विभाग को करने के बावजूद भी विभाग के जिम्मेदार अधिकारीयो ने इस ओर कोई ध्यान नही दिया, जिसके चलते डेम फुट गया, डेम फुटने से आसपास के क्षेत्र के लगभग 60 से अधिक किसानो की फसल पुरी तरह बर्बाद हो गई है, सबसे बडी विडंबना यह है की डेम के फुटने की सूचना मिलने के 24 घंटे बाद भी कोई जिम्मेदार अधिकारी घटना स्थल पर नही पहुंचा, डेम फुटने से लगभग 60 से अधिक किसानो की सोयाबीन, कपास, मक्का सहित मिर्च की फसल पुरी तरह चौपट चुकी है, किसानो के बोए हुए खेतो से डेम का पानी नदी की तरह बह कर निकलने लगा है, आरईएस विभाग की डेम निर्माण के समय बरती गई लापरवाही का खामियाजा आज गरीब किसानो को भुगतने को मजबूर होना पड रहा है।


बाईट 01:- पीडित किसान।
बाईट 02:- पीडित किसान।Conclusion:नेपानगर से सागर चौरसिया की रिपोर्ट मो.8821919132
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