बुरहानपुर। ताप्ती नदी के पानी को शुद्ध करके पहुंचाने के लिए 131 करोड़ की लागत वाली जल आवर्धन योजना लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन गई है. दरअसल नगर निगम योजना के तहत पाइप लाइन बिछाने का काम कर रहा है, लेकिन इसके पूरा होने की तारीख बार-बार टलती जा रही है. नगर निगम ने पाइप लाइन बिछाने के लिए पूरे सड़कों को खोद दिया है, जिसकी वजह से आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं.
लोगों के लिए मुसीबत बनी योजना
लोगों का कहना है कि 3 पाइप लाइन बिछाने का काम पिछले 3 महीनों से चल रहा है, लेकिन अभी भी इसे पूरा नहीं किया जा सका है. ऊपर से बारिश के मौसम में सड़कों के गड्ढों में पानी भर गया है, जिसके कारण हर दिन हादसे हो रहे हैं. इधर बार-बार शिकायत करने के बावजूद नगर निगम के अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं.
कांग्रेसी पार्षदों ने लगाया आरोप
वहीं कांग्रेसी पार्षदों ने महापौर अनिल भोसले को इन सबका जिम्मेदार बताया है. उनका आरोप है कि पाइप लाइन बिछाने के लिए जिस ठेकेदार को ठीक किया गया है, वो नगर निगम आयुक्त और महापौर पर हावी हो गया है. उन्होंने कहा कि इस रास्ते पर भारतीय हायर सेकेंडरी स्कूल, शासकीय सुभाष हायर सेकेंडरी स्कूल, सेवा सदन कॉलेज और पुरुषार्थी हायर सेकेंडरी स्कूल है, जहां से रोजाना हजारों विद्यार्थियों को स्कूल आना-जाना पड़ता है, लेकिन अधूरे काम की वजह से कई बार स्कूली बच्चे इन कीचड़ भरे गड्ढों में गिरकर चोटिल हो रहे हैं.
नेता प्रतिपक्ष ने महापौर पर लगाए आरोप
कांग्रेसी पार्षदों का कहना है कि जब नगर निगम कार्यालय के पास यह हाल है, तो पूरे शहर की स्थिति का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है. इधर नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष अकील औलिया का कहना है कि उन्होंने 15 दिन पहले भी परिषद की बैठक में इस मुद्दे को उठाया था, जिसके बाद महापौर अनिल भोसले ने 15 दिनों के भीतर सड़कों को दुरुस्त कराने का आश्वासन भी दिया था, लेकिन अब तक हालत जस की तस है. वहीं जब इस बारे में महापौर अनिल भोसले से बात की गई, तो वे सिर्फ 131 करोड़ की जल आवर्धन योजना की तारीफ ही करते रहे, लेकिन जमीनी हकीकत को नजरअंदाज कर दिया.