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बुरहानपुर में मिसाल: टीआई और पुलिस जवानों ने खुद के खर्च पर रचाई गरीब बेटी की शादी

बुरहानपुर के निंबोला थाना क्षेत्र के मगरुल गांव में टीआई और पुलिस जवानों ने खुद के खर्च पर गरीब बेटी की शादी रचाई.

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Published : May 22, 2023, 6:12 PM IST

एमपी पुलिस ने अपने खर्चों पर गरीब बेटी की शादी कराई

बुरहानपुर। निंबोला पुलिस थाने के टीआई सहित पुलिसकर्मियों ने मानवीय पहलू की एक अच्छी मिसाल पेश की है. जिला मुख्यालय से 10 किमी दूर निम्बोला क्षेत्र के मगरुल गांव में गरीब परिवार की बेटी रुबीना की शादी में पूरा पुलिस विभाग परिवार बनकर सामने आया. जब बेटी की शादी की बारी आई तो पुलिस जवानों ने मिलकर शादी का पूरा खर्च उठाया. दुल्हन को गृहस्थी बसाने के लिए घर का सामान भी दिया. इतना ही नहीं टीआई हंसराज झिंझोरे ने दुल्हन बनी बेटी को विदाई दी. यह देखकर दुल्हन के ससुराल वालों ने भी पुलिसवालों की खूब तारीफ की.

शादी के खर्चा का जिम्मा पुलिस वालों ने उठाया: दरअसल, पिछले कुछ महीनों से काबल अपनी बेटी की शादी का जिक्र थाने में काम के दौरान करते रहते थे. टीआई ने भी काबल को बेटी की शादी के बारे में कहते सुना. एक दिन टीआई ने काबल से कहा "तुम रिश्ता देखो, तुम्हारी बेटी हमारी भी बेटी है. हम उसकी शादी की खर्चा उठायेंगे. इसके बाद काबल रिश्ता ढूंढने में लग गए. महाराष्ट्र में यावल के पास स्थित गांव बोरखेड़ा में उन्हें लड़का पसंद आया. सारी बाते तय हुई और रिश्ता पक्का हो गया."

शादी के दौरान पुलिस वाले भी रहे मौजूद: काबल ने रिश्ता पक्का होने की बात टीआई हंसराज झिंझोरे को बताई. इसके बाद उन्होंने रुबीना की शादी की पूरी जिम्मेदारी उठा ली. इसके बाद शादी की तारीख 21 मई तय हुई थी. तारीख के पास आते-आते टीआई और थाने के जवानों ने मिलकर शादी की पूरी तैयारी कर दी. फिर रविवार को बारात आई, डीजे के धुन पर घोड़े पर बैठा दुल्हा मंडप में पहुंचा तो पुलिस जवान बारातियों के स्वागत, सत्कार के लिए खड़े हो गए. सभी रिश्तेदार बनकर दूल्हे को मंडप तक लेकर लाए. यहां पर काजी ने निकाह पढ़ाया और निकाह के दौरान टीआई मौजूद रहे.

  1. MP: सरकारी कर्मचारियों की मौज! जातीय गणित व वोट बैंक की खातिर सालभर में 6 माह से ज्यादा अवकाश
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  3. आखिर क्यों मनाया जाता है आदिवासी दिवस? MP में आदिवासी सियासत का बंटवारा, बीजेपी-कांग्रेस के हैं अपने-अपने 'नायक'

टीआई क्या बोले: निंबोला थाने के टीआई हंसराज झिंझोरे ने कहा कि," काबल नाम का व्यक्ति जो अखबार और कबाड़ लेने आता है. वह बेटी की शादी को लेकर परेशान था. हम लोगों ने उसे आश्वासन दिया तुम बेटी के लिए लड़का खोजो जैसे ही रिश्ता पक्का हो जाए तो मुझे बताना. संयोग से उसके बेटी की रिश्ता पक्का हो गई उसने मुझे बताया. इसके बाद पुलिस परिवार ने अपने खर्चे से उसकी बेटी की शादी धूमधाम से कराई."

एमपी पुलिस ने अपने खर्चों पर गरीब बेटी की शादी कराई

बुरहानपुर। निंबोला पुलिस थाने के टीआई सहित पुलिसकर्मियों ने मानवीय पहलू की एक अच्छी मिसाल पेश की है. जिला मुख्यालय से 10 किमी दूर निम्बोला क्षेत्र के मगरुल गांव में गरीब परिवार की बेटी रुबीना की शादी में पूरा पुलिस विभाग परिवार बनकर सामने आया. जब बेटी की शादी की बारी आई तो पुलिस जवानों ने मिलकर शादी का पूरा खर्च उठाया. दुल्हन को गृहस्थी बसाने के लिए घर का सामान भी दिया. इतना ही नहीं टीआई हंसराज झिंझोरे ने दुल्हन बनी बेटी को विदाई दी. यह देखकर दुल्हन के ससुराल वालों ने भी पुलिसवालों की खूब तारीफ की.

शादी के खर्चा का जिम्मा पुलिस वालों ने उठाया: दरअसल, पिछले कुछ महीनों से काबल अपनी बेटी की शादी का जिक्र थाने में काम के दौरान करते रहते थे. टीआई ने भी काबल को बेटी की शादी के बारे में कहते सुना. एक दिन टीआई ने काबल से कहा "तुम रिश्ता देखो, तुम्हारी बेटी हमारी भी बेटी है. हम उसकी शादी की खर्चा उठायेंगे. इसके बाद काबल रिश्ता ढूंढने में लग गए. महाराष्ट्र में यावल के पास स्थित गांव बोरखेड़ा में उन्हें लड़का पसंद आया. सारी बाते तय हुई और रिश्ता पक्का हो गया."

शादी के दौरान पुलिस वाले भी रहे मौजूद: काबल ने रिश्ता पक्का होने की बात टीआई हंसराज झिंझोरे को बताई. इसके बाद उन्होंने रुबीना की शादी की पूरी जिम्मेदारी उठा ली. इसके बाद शादी की तारीख 21 मई तय हुई थी. तारीख के पास आते-आते टीआई और थाने के जवानों ने मिलकर शादी की पूरी तैयारी कर दी. फिर रविवार को बारात आई, डीजे के धुन पर घोड़े पर बैठा दुल्हा मंडप में पहुंचा तो पुलिस जवान बारातियों के स्वागत, सत्कार के लिए खड़े हो गए. सभी रिश्तेदार बनकर दूल्हे को मंडप तक लेकर लाए. यहां पर काजी ने निकाह पढ़ाया और निकाह के दौरान टीआई मौजूद रहे.

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टीआई क्या बोले: निंबोला थाने के टीआई हंसराज झिंझोरे ने कहा कि," काबल नाम का व्यक्ति जो अखबार और कबाड़ लेने आता है. वह बेटी की शादी को लेकर परेशान था. हम लोगों ने उसे आश्वासन दिया तुम बेटी के लिए लड़का खोजो जैसे ही रिश्ता पक्का हो जाए तो मुझे बताना. संयोग से उसके बेटी की रिश्ता पक्का हो गई उसने मुझे बताया. इसके बाद पुलिस परिवार ने अपने खर्चे से उसकी बेटी की शादी धूमधाम से कराई."

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