बुरहानपुर। जिले के नेपानगर वन परिक्षेत्र में बाहरी अतिक्रमणकारियों ने घाघरला और नावरा के जंगलों में बीते 7 माह में अंधाधुंध पेड़ों की कटाई की है. इससे नाराज करीब 800 आदिवासियों ने जागृत आदिवासी दलित संगठन के बैनर तले माधुरी बेन के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर घेराव किया और शिवराज सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. आदिवासियों का आरोप है कि जंगल की कटाई में सरकार और जिला प्रशासन की मिलीभगत है.
जंगल कटाई रोकने में वन विभाग नाकामः आदिवासियों ने कहा कि हजारों हेक्टेयर जंगल को काटकर मैदान में तब्दील कर दिया गया है. जंगल कटाई रोकने में वन विभाग नाकाम साबित हो रहा है. आदिवासियों ने कहा कि आए दिन अतिक्रमणकारी नेपानगर के जंगलों में बड़े-बड़े पेड़ों को काटकर खेती के लिए जमीन तैयार कर रहे हैं.
आदिवासियों के समर्थन में निर्दलीय विधायक रहे मौजूदः वहीं, आदिवासियों के समर्थन में निर्दलीय विधायक ठाकुर सुरेंद्र सिंह शेरा भी मौजूद रहे, जबकि नेपानगर क्षेत्र की बीजेपी विधायक सुमित्रादेवी कास्डेकर इस पूरे मामले में कोई रुचि नहीं ले रही हैं, इसलिए आदिवासियों का उनसे मोह भंग हो गया है. आदिवासी अब सरकार से नाराज हैं. सरकार से अतिक्रमण को खत्म करने की मांग कर रहे हैं.
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जंगल काटने वाले लोगों को नहीं है प्रशासन का खौफः निर्दलीय विधायक ठाकुर सुरेंद्र सिंह ने कहा कि जंगल में हो रही अंधाधुंध कटाई को सरकार ने एक बार भी नहीं रोका है और न ही इस मामले पर कोई एक्शन लिया है. उन्होंने कहा कि बाहरी अतिक्रमणकारियों व जंगल काटने वाले लोगों को प्रशासन का कोई खौफ नहीं है. निर्दलीय विधायक ने कहा कि "हम चाहते हैं कि जंगल की कटाई रुके और प्रशासन व सरकार इसके लिए सख्त कार्रवाई करे.