बुरहानपुर। शहर का जिला अस्पताल अव्यवस्थाओं को लेकर हमेशा सुर्खियों में बना रहता है. मरीजों को एम्बुलेंस नहीं मिलने से लेकर वार्ड बॉय द्वारा मरीजों को स्लाइन लगाने की तक की घटनाएं यहां से निकलकर सामने आती रही हैं, लेकिन अब यहां इलाज कराने आ रहे मरीजों को लिफ्ट की सुविधाएं नहीं मिल पा रही है. परिसर में प्रबंधन ने पांच लिफ्ट लगाई है. इसमें दो लिफ्ट चालू है, शेष तीन बंद पड़ी हैं, हालात ये हैं कि चालू लिफ्ट ऑपरेट करने के लिए ऑपरेटर नहीं होने से यहां आए मरीजों को जानकारी के अभाव में सीढ़ियां चढ़कर दूसरी व तीसरी मंजिल पर आना-जाना पड़ता रहा है, इससे उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
दिव्यांग मरीज हुए परेशान: सोमवार को महाराष्ट्र के रावेर से इलाज कराने आए दिव्यांग मरीज को दर्जनों सीढ़िया चढ़कर इलाज कराने जाना पड़ा. विकलांग के साथ बुजुर्ग मां भी सीढ़ियां चढ़ती नजर आई, लेकिन इस दौरान किसी भी वार्ड बॉय ने उन्हें लिफ्ट या व्हील चेयर से पहुंचाने की जहमत नहीं उठाई, बल्कि तमाशबीन बनकर देखते रहे, मीडिया ने जब इनकी हरकतों पर कैमरा चमकाया तो वहां से चलते बने. मामला जब मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश सिसोदिया के पास पहुंचा तो जांच कराने के निर्देश देने की बात कही गई. उन्होंने कहा कि सिविल सर्जन और आरएमओ को शेष बंद लिफ्ट भी चालू करने के निर्देश दिए जाएंगे, ताकि मरीजों को दूसरे व तीसरे मंजिल पर पहुंचने में कठिनाई का सामना न करना पड़े.
मरीजों ने क्या कहा: मरीज अफजल ने कहा कि "मैं पिछले छह दिनों से रोजाना यहां आ रहा हूं, लेकिन लिफ्ट चालू नहीं मिली, जिसके चलते सीढ़ियों से चढ़कर आना-जाना पड़ रहा है, इससे पैर दर्द और थकान महसूस हो रही है. महाराष्ट्र के रावेर निवासी मरीज किशोर सिरतुरे का कहना है कि "वे आंखों का इलाज कराने के लिए पहुंचे हैं. लिफ्ट बंद होने से उन्हें भी सीढ़ियों से गुजरकर डॉक्टरों तक पहुंचना पड़ा, जबकि खुद वाकर की मदद से सीढ़िया चढ़ते दिखाई दिए."