बुरहानपुर। मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग के ओएसडी आर पंच भाई के अनुसार राज्य सेवा परीक्षा 2019 के परिणाम जारी किए हैं. जिले के इंदिरा कॉलोनी निवासी सलौनी अग्रवाल के प्रयास रंग लाए हैं. वह डिप्टी कलेक्टर बन चुकी है. दरअसल 2021 में पिता गिरीराज अग्रवाल की कोरोना में मौत हो जाने के बाद सोनाली टूटी नहीं और अपनी मेहनत, लगन से डिप्टी कलेक्टर का मुकाम हासिल किया. सोनाली की उपलब्धि से पूरे जिला का सिर गर्व से ऊंचा हो गया है.
पिता का उठ साया, लेकिन नहीं हारी हिम्मत: सलौनी ने एमपीपीएससी में प्रदेश में आठवीं रैंक हासिल की है. सलौनी का डिप्टी कलेक्टर बनने तक सफर काफी रोचक है. सलौनी अग्रवाल के पिता झिरन्या में रहते थे, वे किराना की दुकान चलाते थे, लेकिन 2021 में कोरोना ने सलौनी के सिर से पिता का साया छीन लिया, इसके बाद भी सलौनी लडखड़ाई नहीं, परिवार के सहयोग से अपने लक्ष्य की ओर सीधे कदमों से बढ़ाती रही. सलौनी के ताऊजी गोविंद शरण बताते हैं कि उसकी पढ़ाई में काफी रूचि थी. सलौनी की रूचि को देखकर ही हम कहते थे कि वह एक दिन बड़ी उपलब्धि हासिल करेगी.
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कड़ी मेहनत से पाया मुकाम: सलौनी ने झिरन्या के निजी स्कूल में अपनी पढ़ाई की. नवोदय विद्यालय में चयन हुआ. इसके बाद इंदौर से बीबीए की पढ़ाई की. उसने 2019 में एमपीपीएससी की परीक्षा दी. सलौनी ने अपने पहले प्रयास में सफलता हासिल कर ली. मां रेखा अग्रवाल गृहणी हैं और भाई रितिक छात्र है. परिजन बताते हैं कि सलौनी ने अपने लक्ष्य को पाने के लिए कई समर्पण किए. यहां तक वह अपने परिवार के भी किसी कार्यक्रम में शामिल नहीं होती थी.