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एमपी में वोट फॉर नोटा अभियान बिगाड़ सकता है लोकसभा चुनाव का गणित

लंबे समय से नोटा का प्रचार कर रहे ब्रह्म समागम संगठन ने इस बार राष्ट्रीय स्तर पर नोटा का प्रचार करने का मन बना लिया है. ब्रह्म समागम संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र शर्मा का कहना है कि जब तक मांगे पूरी नहीं हो जाती है तब तक नोटा का प्रचार किया जायेगा. Lok Sabha Elections 2019, BJP, Congress, Brahma Samagam Sangathan, Dharmendra Sharma, Nota, Political Equation, MP Newsलोकसभा चुनाव 2019, बीजेपी, कांग्रेस, ब्रह्म समागम संगठन, धर्मेंद्र शर्मा, नोटा, राजनीतिक समीकरण,एमपी न्यूज

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Published : Mar 26, 2019, 8:46 AM IST

ब्रह्म समागम संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र शर्मा

भोपाल। लोकसभा चुनाव का चुनावी बिगुल बजाने के बाद जहां राजनीतिक दल मतदाताओं को लुभाने के लिए मैदान में सक्रिय है तो इधर, ब्रह्म समागम संगठन विधानसभा चुनाव के बाद अब लोकसभा चुनाव में भी नोटा का प्रचार करने की तैयारी कर रहा है.

Brahma Samagam Sangathan
ब्रह्म समागम संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र शर्मा

लंबे समय से नोटा का प्रचार कर रहे ब्रह्म समागम संगठन ने इस बार राष्ट्रीय स्तर पर नोटा का प्रचार करने का मन बना लिया है. ब्रह्म समागम संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र शर्मा का कहना है कि जब तक मांगे पूरी नहीं हो जाती है तब तक नोटा का प्रचार किया जायेगा.

उन्होंने कहा कि आरक्षण आर्थिक आधार पर लागू किया जाए, एससी एसटी एक्ट में संशोधन किया जाना चाहिए, इस मामले में पहले जांच होनी चाहिए उसके बाद ही गिरफ्तारी होनी चाहिए.उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि बीजेपी सरकार राम मंदिर, धारा 370 इन मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार हमारी मांगे नहीं मान लेती तब तक हम पूरे देश में वोट फॉर नोटा अभियान चलाएंगे.जिसका खामियाजा सभी राजनीतिक पार्टियों को उठाना पड़ेगा.

ब्रह्म समागम संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र शर्मा

धर्मेंद्र शर्मा का कहना है कि नोटा के प्रचार का असर मध्य प्रदेश राजस्थान और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव के परिणामों से देखा जा सकता है.उन्होंने कहा कि कांग्रेस कहीं ना कहीं गलत थी, इसी वजह से हमने पिछले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को समर्थन दिया था लेकिन बीजेपी ने हमारी मांगों पर कोई विचार नहीं किया.उन्होंने कहा कि हम नरेंद्र मोदी को वापस गुजरात भेज देंगे क्योंकि वह बार-बार कहते हैं कि चाय बेचो और झूठ बोलो इसलिए अब हम उन्हें वापस वही भेज देंगे जहां से वह आए थे.

भोपाल। लोकसभा चुनाव का चुनावी बिगुल बजाने के बाद जहां राजनीतिक दल मतदाताओं को लुभाने के लिए मैदान में सक्रिय है तो इधर, ब्रह्म समागम संगठन विधानसभा चुनाव के बाद अब लोकसभा चुनाव में भी नोटा का प्रचार करने की तैयारी कर रहा है.

Brahma Samagam Sangathan
ब्रह्म समागम संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र शर्मा

लंबे समय से नोटा का प्रचार कर रहे ब्रह्म समागम संगठन ने इस बार राष्ट्रीय स्तर पर नोटा का प्रचार करने का मन बना लिया है. ब्रह्म समागम संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र शर्मा का कहना है कि जब तक मांगे पूरी नहीं हो जाती है तब तक नोटा का प्रचार किया जायेगा.

उन्होंने कहा कि आरक्षण आर्थिक आधार पर लागू किया जाए, एससी एसटी एक्ट में संशोधन किया जाना चाहिए, इस मामले में पहले जांच होनी चाहिए उसके बाद ही गिरफ्तारी होनी चाहिए.उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि बीजेपी सरकार राम मंदिर, धारा 370 इन मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार हमारी मांगे नहीं मान लेती तब तक हम पूरे देश में वोट फॉर नोटा अभियान चलाएंगे.जिसका खामियाजा सभी राजनीतिक पार्टियों को उठाना पड़ेगा.

ब्रह्म समागम संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र शर्मा

धर्मेंद्र शर्मा का कहना है कि नोटा के प्रचार का असर मध्य प्रदेश राजस्थान और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव के परिणामों से देखा जा सकता है.उन्होंने कहा कि कांग्रेस कहीं ना कहीं गलत थी, इसी वजह से हमने पिछले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को समर्थन दिया था लेकिन बीजेपी ने हमारी मांगों पर कोई विचार नहीं किया.उन्होंने कहा कि हम नरेंद्र मोदी को वापस गुजरात भेज देंगे क्योंकि वह बार-बार कहते हैं कि चाय बेचो और झूठ बोलो इसलिए अब हम उन्हें वापस वही भेज देंगे जहां से वह आए थे.

Intro: ( डे प्लान ) ( स्पेशल स्टोरी )

लोकसभा चुनाव में भी राजनीतिक पार्टियों के समीकरण बिगाड़ लेगा नोटा


भोपाल| लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जा चुका है और सभी राजनीतिक दल मतदाताओं को लुभाने के लिए मैदान में सक्रिय भी हो गए हैं लेकिन कुछ ऐसे भी संगठन सक्रिय हो गए हैं जो लोगों को किसी राजनीतिक दल को वोट देने के लिए नहीं बल्कि मतदान करते समय नोटा दबाने का आव्हान करते हैं ऐसे ही संगठनों ने मध्य प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी का गणित बिगाड़ कर रख दिया था और 15 साल से सत्ता में काबिज भाजपा को नोटा के चलते ही सरकार बनाने से महरूम रहना पड़ा था बीजेपी के लिए कई ऐसी सीटें थी जो नोटा के चलते ही कांग्रेस की झोली में चली गई यही वजह रही कि मध्यप्रदेश विधानसभा में कांग्रेस को 114 और बीजेपी को 109 सीटें ही हासिल हो पाई थी बता दें कि प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान नोटा का जमकर प्रचार प्रसार किया गया था और इसका असर भी परिणामों में दिखाई दिया 22 विधानसभा सीटों पर जीत के अंतर से ज्यादा वोट नोटा को मिले थे जिसकी वजह से भाजपा के चार कद्दावर मंत्री चुनाव हार गए थे भाजपा और कांग्रेस के वोट शेयर में सिर्फ 0.1 फ़ीसदी का अंतर था जिसमें भाजपा को 0.1 फ़ीसदी मत ज्यादा मिले लेकिन नोटा को 1.4 फ़ीसदी मत मिले जो कि 5.4 लाख बोट थे .


प्रदेश में 11 विधानसभा की ऐसी सीटें नहीं जहां भाजपा उम्मीदवार की हार का अंतर से ज्यादा वोट नोटा को पड़ गए इससे साफ जाहिर था कि भाजपा को जितने मतों से हार मिली उससे कहीं ज्यादा मत नोटा के खाते में चले गए बता दें कि ग्वालियर दक्षिण क्षेत्र से पूर्व गृह राज्य मंत्री नारायण सिंह कुशवाहा को सबसे कम सिर्फ 121 वोटों के अंतर से हार का मुंह देखना पड़ा था जबकि नोटा को 1, 550 वोट मिले थे.
तो वही प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया को दमोह विधानसभा क्षेत्र से सिर्फ 799 वोटों से हार का मुंह देखना पड़ा था जबकि नोटा को 1, 299 वोट मिले थे .
जबलपुर उत्तर से प्रदेश के पूर्व स्वास्थ्य राज्य मंत्री शरद जैन को महज 578 वोटों से हार का सामना करना पड़ा था जबकि यहां भी नोटा पर 1,209 वोट पड़े थे .
तो वहीं बुरहानपुर विधानसभा सीट से प्रदेश की पूर्व महिला एवं बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनीस 5, 120 वोटों से चुनाव हार गई थी और सब से मजेदार बात यह है कि नोटा को यहां पर 5, 700 वोट मिले थे .

मध्य प्रदेश में ऐसी कई सीटें थी जहां पर हार का अंतर काफी कम था लेकिन नोटा को मिले वोटों का अंतर ज्यादा था इससे साफ जाहिर है कि नोट आने कई नेताओं का खेल बिगाड़ कर रख दिया था अब लोकसभा चुनाव में भी नोटा का प्रचार करने की तैयारी कई संगठन के द्वारा की जा रही है लंबे समय से नोटा का प्रचार कर रहे ब्रह्म समागम संगठन ने इस बार भी राष्ट्रीय स्तर पर नोटा का प्रचार करने का मन बना लिया है उन्होंने साफ कर दिया है कि कई राज्यों में अन्य सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर नोटा का प्रचार किया जाएगा क्योंकि उनका संगठन जिन मांगों को लेकर लगातार भारतीय जनता पार्टी से मांग कर रहा है लेकिन वह उन मांगों पर कोई विचार या सकारात्मक जवाब नहीं दे रहे हैं .


Body:ब्रह्म समागम संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र शर्मा का कहना है कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं हो जाती है जब तक हम नोटा का प्रयोग करते रहेंगे और इसका प्रचार-प्रसार भी करते रहेंगे उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि आरक्षण आर्थिक आधार पर लागू किया जाए एससी एसटी एक्ट में संशोधन किया जाना चाहिए इस मामले में पहले जांच होनी चाहिए उसके बाद ही गिरफ्तारी होनी चाहिए उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि केंद्र की सरकार राम मंदिर पर बात करें वहीं धारा 370 पर भी बात की जानी चाहिए जब तक हमारी बात मान नहीं ली जाती है तब तक हम पूरे देश में वोट फॉर नोटा अभियान चलाएंगे .


Conclusion:धर्मेंद्र शर्मा का कहना है कि नोटा का जिस तरह से प्रचार किया गया है उसका असर हाल ही में हुए मध्य प्रदेश राजस्थान और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव के परिणामों से देखा जा सकता है हम उसकी पूरी जवाबदारी लेते हैं क्योंकि हमने सभी जगह पर नोटा का प्रचार किया था और सत्ता पर काबिज लोगों को उखाड़ कर फेंक दिया था उन्होंने कहा कि हम नरेंद्र मोदी को वापस गुजरात भेज देंगे क्योंकि वह बार-बार कहते हैं कि चाय भेजो और झूठ बोलो झूठ बोलो इसलिए अब हम उन्हें वापस वही भेज देंगे जहां से वह आए थे .


उन्होंने कहा कि कांग्रेस कहीं ना कहीं गलत थी इसी वजह से हमने पिछले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को समर्थन दिया था और उन्हें केंद्र में विराजमान किया था लेकिन हम चाहते थे कि वह इन मुद्दों पर बात करें लेकिन केंद्र सरकार ने इन मुद्दों पर बात ना करते हुए नोटबंदी जीएसटी और तीन तलाक के मुद्दे पर ही ज्यादा ध्यान दिया केंद्र में बैठे बीजेपी ने धारा 370 पर कोई बात नहीं करी बल्कि उन्होंने उस पार्टी के साथ गठबंधन कर जम्मू कश्मीर में सरकार बनाई जिसका वे स्वयं विरोध किया करते थे बीजेपी ने कभी भी कश्मीरी ब्राह्मणों के बारे में बातचीत नहीं की है वर्ष 2013 में बिहार में हुई एक सभा के दौरान नरेंद्र मोदी ने कहा था कि कश्मीर सेज इन ब्राह्मणों को निकाला गया है हम उन्हें वापस बसाने का काम करेंगे लेकिन सत्ता में आते ही वे सभी चीजें भूल गए यह लोग अपने रास्ते से भटक गए हैं और हम लोग इन्हें रास्ता दिखाने का काम कर रहे हैं भले ही केंद्र सरकार ने सवर्णों को 10 प्रतिशत आरक्षण देने का यह लॉलीपॉप दिया हो लेकिन हम इनकी बातों में नहीं आने वाले हैं इसी लिए लोकसभा चुनाव में ब्रह्म समागम संगठन नोटा का प्रचार प्रसार एक बार फिर से शुरू करेगा उन्होंने कहा कि ब्रह्म समागम संगठन ना केवल मध्य प्रदेश बल्कि अन्य राज्यों में भी नोटा का प्रचार करने के लिए कई संगठनों के संपर्क में है और उनके सहयोग से हम देश के सभी राज्यों में नोटा का प्रचार करेंगे जिसका खामियाजा राजनीतिक पार्टियों को उठाना होगा .
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