बुरहानपुर। नेपा एशिया की सबसे बड़ी कागज मिल में अन्य राज्यों और जिलों से काम करने आए करीब 89 मजदूरों को प्रशासन ने दो बसों से उनके घरों के लिए किया रवाना. ये सभी मजदूर उत्तर प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल और बिहार के रहने वाले थे. जो नेपा मिल में नवीनीकरण का काम कर करने आए थे और लॉकडाउन के कारण यहीं फंसे हुए थे.
इस बीच ठेकेदार ने भी उनका साथ छोड़ दिया था. जिससे मजदूरों के सामने रोजी-रोटी का संकट आ गया था. जिसके बाद मजदूरों ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई थी. जिसे ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन के निर्देश पर उन्हें बसों के जरिए उनके गांवों तक भेजने की व्यवस्था कर रवाना किया गया.
बता दें कि, इन सभी प्रवासी मजदूरों ने पहले भी अपने घर जाने की शासन से गुहार लगाई थी, इन्हें तहसीलदार सुंदर लाल ठाकुर द्वारा समझाइश देकर वापस रोक लिया था. जिसके बाद प्रशासन ने उनकी सुनवाई करते हुए सभी मजदूरों को नेपा उच्चतर माध्यमिक शाला में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में बुलाया. इस दौरान एसडीएम विशा माधवानी ने सभी से चर्चा कर, पटवारी से उनकी सूची तैयार करवाई. वहीं सभी मजदूरों को मध्यप्रदेश परिवहन विभाग की दो बसों से उनके गांव की ओर रवाना किया गया.
इस दौरान सभी मजदूरों को नगर पालिका सीएमओ राजेश मिश्रा ने अपने बंगले पर तहसीलदार सुंदरलाल ठाकुर और कर्मचारियों के साथ मिलकर मजदूरों के लिए अपने हाथों से खिचड़ी बनाई और सभी मजदूरों को भर पेट भोजन करवाकर उनके गांव रवाना किया.