भोपाल। आज के समय में हर बालिका को कोई ना कोई शस्त्र जरूर अपने पास रखना चाहिए. इस ध्येय को साथ में रखते हुए केसरिया जागृति वाहिनी की महिलाओं ने बालिकाओं को तलवार और लाठी आदि सिखाने का जिम्मा उठाया है. भोपाल में हुए कार्यक्रम में प्रदेश भर से आई केसरिया जागृति वाहिनी परिवार की महिलाओं ने यह समाज उत्थान के लिए प्रतिज्ञा भी ली. कार्यक्रम का शुभारंभ मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने किया. इस दौरान नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि समाज में संस्कार का पालन होना बेहद जरूरी है. आज के समय में ही देखा गया है कि मोबाइल और सोशल मीडिया के माध्यम से लगातार बच्चे अपने पारंपरिक संस्कारों से दूर होते जा रहे हैं. ऐसे में इन महिलाओं की जिम्मेदारी है कि परिवार की बच्चियों को संस्कारों से भी जुड़े.
बेटी और महिलाओं को ट्रेनिंग:केसरिया जागृति वाहिनी परिवार की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेखा सक्सेना ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य प्रदेश के साथ देश भर में महिला और बेटियों को आत्मनिर्भर बनाना है. केसरिया ध्वज के तले उनकी संस्था तमाम बच्चियों को प्रशिक्षण भी देती है. जिसमें तलवार चलाने से लेकर लाठी चलाने का प्रशिक्षण दिया जाता है. सुरेखा के अनुसार इसके माध्यम से बच्चियां आत्मनिर्भर भी बन रही हैं.
कार्यक्रम में शामिल होने उज्जैन से आई महिलाओं का कहना था कि आज के समय में जिस तरह से हर जगह देखा जा रहा है, कि छोटी-छोटी बालिकाओं के साथ भी दुराचार की घटनाएं हो रही हैं. घर से निकलते हुए भी बालिकाओं के साथ छेड़खानी हो जाती हैं. इसलिए यह समय ऐसा है कि हर बालिका या युवती को अपने साथ एक शस्त्र रखना चाहिए. इसके लिए वह उज्जैन के साथ ही पूरे प्रदेश भर में बेटी और महिलाओं की ट्रेनिंग देती हैं. इसके माध्यम से यह सशक्त बन सके, उनका कहना था कि वो इसी को लेकर जागरूकता चला रही है.
केसरिया वाहिनी की मुहिम: टीम की सदस्यों का कहना, महिला लक्ष्मी का रूप तो विपत्ति आने पर दुर्गा और काली भी बन जाती हैं. यहां इन महिलाओं और युवतियों ने तलवारबाजी का भी प्रदर्शन किया. जिसमें इन्होंने तलवार और लाठियां चलाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया. केसरिया वाहिनी की महिलाओं का कहना था कि अब इस प्रशिक्षण को पूरे देश मे पहुंचने के लिए उनका संगठन आगे आ गया है.