भोपाल। मध्य प्रदेश की चार सीटों पर उपचुनाव को लेकर बीजेपी और कांग्रेस दोनों का ही पार्टियां चिंता में है. वहीं करवा चौथ मनाने वाली महिलाएं भी परेशान है. क्योंकि परंपरा के अनुसार महिलाएं अपने पति का चेहरा देखकर व्रत खोलती है, लेकिन चुनाव के दौरान पार्टियों ने नेताओं की ड्यूटी लगा रखी है जिसके कारण नेताओं की पत्नियां अपने पति का चेहरा देखकर व्रत नहीं खोल पाएगी. हालांकि वीडियो कॉल के माध्यम से पत्नियां परंपरा को पूरा कर सकेंगी.
लोकतंत्र का पर्व भी जरूरी- प्रवक्ता
बीजेपी प्रवक्ता आशीष अग्रवाल का कहना है कि उपचुनाव भी लोकतंत्र का पर्व है. ऐसे में नेताओं का अपने क्षेत्रों में ड्यूटी करना लाजमी है. लेकिन आधुनिक युग में सोशल मीडिया के जरिए भी पर्व मनाया जा सकता है. परंपरा और धर्म के मुताबिक जैसे संभव होगा पर्व मनाया जाएगा.
Karwa Chauth Pre-Celebration: महिलाओं ने हाथों में करवा और छलनी लेकर किया रैंप वॉक
सोशल मीडिया पर मनाएंगे करवा चौथ
कांग्रेस ने भी करवा चौथ नेताओं को प्रभार वाले जिलों में ही मनाने के निर्देश दिए हैं. पार्टी ने आखिरी दौर के चुनाव प्रचार में पूरा दम लगाने के लिए नेताओं को निर्देश दिए हैं. पार्टी नेताओं को विधानसभा क्षेत्र को नहीं छोड़ने को कहा है. ऐसे में करवा चौथ पर चुनावी ड्यूटी करना नेताओं की मजबूरी हो गया है.
कांग्रेस के प्रवक्ता अजय सिंह यादव का कहना है कि लोकतंत्र में चुनाव होना भी एक बड़ा पर्व है. ऐसे में नेताओं को अपने प्रभार वाले क्षेत्रों में रहकर ही पर्व मनाना होगा. अब सोशल मीडिया का जमाना है. यदि पार्टी नेता चाहेंगे तो सोशल मीडिया के जरिए करवा चौथ के पर्व में शामिल हो सकेंगे.
चुनावी क्षेत्र में भाजपा-कांग्रेस के नेतओं की ड्यूटी
- ज्योतिरादित्य सिंधिया 24 और 25 को नेपानगर, खंडवा, बुरहानपुर, जोबट में रहेंगे.
- नरेंद्र सिंह तोमर 24 तारीख को खंडवा दौरे थे.
- प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा 24, 25 को रीवा और सतना के दौरे पर है.
- कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह और अरुण यादव भी 24 तारीख को खंडवा दौरे पर है.