ETV Bharat / state

एमपी राजस्थान की सियासत में सिंधिया रॉयल फैमिली का राजयोग! जानें बुआ- भतीजे में से कौन संभालेगा CM पद की कुर्सी - Madhya Pradesh Vidhansabha Chunav 2023

Who Will Become CM Jyotiraditya Or Vasundhara: मध्यप्रदेश और राजस्थान में प्रचंड बहुमत के बाद सत्ता में आई बीजेपी सरकार के अगले मुख्यमंत्री की दौड़ में सिधिंया परिवार के दो लोग प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं. पार्टी इनमें से किसी एक को राज्य की सत्ता दे सकती है. जानें, बुआ या भतीजे में से कौन मुख्यमंत्री बनेगा.

Who Will Become CM Jyotiraditya Or Vasundhara
वसुंधरा राजे और ज्योतिरादित्य सिंधिया
author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Dec 5, 2023, 3:08 PM IST

Updated : Dec 5, 2023, 4:42 PM IST

भोपाल। 2020 की तरह ही एक बार भी एमपी में ज्योतिरादित्य सिंधिया मुख्यमंत्री पद के मजबूत दावेदार बनकर उभरें हैं. उधर, राजस्थान में ज्योतिरादित्य की बुआ वसुंधरा राजे सीएम पद की दौड़ में सबसे मजबूत दावेदार मानी जा रही हैं. ये पहला मौका होगा, जब सिंधिया परिवार के राजनीतिक वारिस एक ही पार्टी में एक साथ सीएम पद के सबसे बड़े दावेदार के तौर पर कतार में है.

क्या वाकई राजपरिवार का राजयोग चल रहा: सवाल ये है कि राजपरिवार के बुआ भतीजे का क्या वाकई राजयोग चल रहा है? सियासी गणित के मुताबिक क्या ये सिंधिया परिवार के बुआ भतीजे की सियासी लैंडिंग के लिए रनवे मिल सकता है? जानकार मान रहे हैं कि वसुंधरा के पास विधायकों का दम है और राजस्थान की राजनीति का लंबा तजुर्बा भी. बीजेपी की जनरेशन नैक्सट के नजरिए से सिंधिया बीजेपी की राईट च्वाइस हो सकते हैं.

Jyotiraditya Scindia and Vaundhara Raje
ज्योतिरादित्य सिंधिया और वसुंधरा राजे

बुआ भतीजे में किसके हिस्से सत्ता का योग: ये इत्तेफाक है कि पांच राज्यों के चुनाव में दो राज्यों में सीएम पद के दावेदारों के नाम में एक चीज कॉमन है, वो है सिंधिया. एक तरफ राजस्थान में बुआ वसुंधरा राजे सीएम पद के लिए अपनी मजबूत दावेदारी पेश कर रही हैं. दूसरी तरफ एमपी में ज्योतिरादित्य सिंधिया दावा तो पेश नहीं कर रहे हैं, लेकिन उन्हे सीएम पद का मजबूत दावेदार माना जा रहा है. असल में इनमें से किसी एक को भी अगर मुख्यमंत्री पद के लिए चुना जाता है, तो पार्टी सिंधिया राजपरिवार के प्रभाव को लोकसभा चुनाव में भुनाने में कामयाब हो सकती हैं.

सिंधिया परिवार को कमान, यानि राजमाता की पीढी को मान: राजमाता विजयाराजे सिंधिया बीजेपी के फाउंडर मैम्बर्स में रही हैं. बीजेपी किसी एक सिंधिया को इस पद से नवाज कर बड़ा संदेश भी दे सकती है. पार्टी ये संदश दे सकती है कि सिंधिया परिवार के सदस्य को कमान देकर पार्टी ने एक बार फिर राजमाता की राजनीतिक विरासत को उनकी पीढ़ी को मान दिया है.

Who Will Become CM Jyotiraditya Or Vasundhara
डॉ. राधाकृष्णन जी के साथ राजमाता

शिवराज की तरह सबसे ज्यादा लोकप्रिय सिंधिया: वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक दिनेश गुप्ता कहते हैं, 'राजस्थान की राजनीति में वसुंधरा राजे का मुख्यमंत्री पद के लिए दावा एक दम नैचुरल सा लगता है. इतने वर्षों की उनकी वहां मेहनत है. उनके पास सपोर्ट है. मध्यप्रदेश की बात करें, तो ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कोई दावा नहीं किया है. जब वो कांग्रेस में थे, तब भी नहीं किया था.

लेकिन उन्हें दावेदार माना जा रहा है. मैं ये मानता हूं कि बीजेपी का उनको लेकर कोई प्लान तो होगा. इस समय वो बीजेपी के सीएम पद के दावेदारों में सबसे युवा हैं. नरेन्द्र सिंह तोमर से लेकर कैलाश विजयवर्गीय प्रहलाद पटेल सब साठ पार के नेता हैं. लोकप्रियता के हिसाब से भी सिंधिया बेटर विकल्प हैं. उनकी लोकप्रियता शिवराज की तरह ही है.

अगर बीजेपी को आगे की जनरेशन के हिसाब से फैसला लेना है, तो सिंधिया से बेहतर विकल्प नहीं. बाकी सेंट्रल लीडरशिप को भी युवा चेहरों की जरुरत है. इससे भी इंकार नहीं किया जा सकता.

Modi And Jyotiraditya Scindia
मोदी और ज्योतिरादित्य सिंधिया
सिंधिया ने खुद को साबित किया वे राईट च्वाईस: वरिष्ठ पत्रकार पवन देवलिया कहते हैं, 'एमपी में बीजेपी को अगर नए नेतृत्व की आवश्यकता है तो सिंधिया से बेहतर विकल्प नहीं हो सकता. सिंधिया ने खुद को साबित किया है. ये उनके लिए परीक्षा का चुनाव था. कहा जा सकता है कि वे अव्वल नंबर चुनाव जीते हैं. पिछड़े वर्ग पर बीजेपी का फोकस हैं, तो वे उसी वर्ग से आते हैं. युवा हैं. बीजेपी में गंभीर छवि के ऐसे राजनेता जिनका अपनी लोकप्रियता है, तो जो खूबियां सीएम पद के लिए चाहिए वो सिंधिया में मौजूद हैं.

ये भी पढ़ें...

भोपाल। 2020 की तरह ही एक बार भी एमपी में ज्योतिरादित्य सिंधिया मुख्यमंत्री पद के मजबूत दावेदार बनकर उभरें हैं. उधर, राजस्थान में ज्योतिरादित्य की बुआ वसुंधरा राजे सीएम पद की दौड़ में सबसे मजबूत दावेदार मानी जा रही हैं. ये पहला मौका होगा, जब सिंधिया परिवार के राजनीतिक वारिस एक ही पार्टी में एक साथ सीएम पद के सबसे बड़े दावेदार के तौर पर कतार में है.

क्या वाकई राजपरिवार का राजयोग चल रहा: सवाल ये है कि राजपरिवार के बुआ भतीजे का क्या वाकई राजयोग चल रहा है? सियासी गणित के मुताबिक क्या ये सिंधिया परिवार के बुआ भतीजे की सियासी लैंडिंग के लिए रनवे मिल सकता है? जानकार मान रहे हैं कि वसुंधरा के पास विधायकों का दम है और राजस्थान की राजनीति का लंबा तजुर्बा भी. बीजेपी की जनरेशन नैक्सट के नजरिए से सिंधिया बीजेपी की राईट च्वाइस हो सकते हैं.

Jyotiraditya Scindia and Vaundhara Raje
ज्योतिरादित्य सिंधिया और वसुंधरा राजे

बुआ भतीजे में किसके हिस्से सत्ता का योग: ये इत्तेफाक है कि पांच राज्यों के चुनाव में दो राज्यों में सीएम पद के दावेदारों के नाम में एक चीज कॉमन है, वो है सिंधिया. एक तरफ राजस्थान में बुआ वसुंधरा राजे सीएम पद के लिए अपनी मजबूत दावेदारी पेश कर रही हैं. दूसरी तरफ एमपी में ज्योतिरादित्य सिंधिया दावा तो पेश नहीं कर रहे हैं, लेकिन उन्हे सीएम पद का मजबूत दावेदार माना जा रहा है. असल में इनमें से किसी एक को भी अगर मुख्यमंत्री पद के लिए चुना जाता है, तो पार्टी सिंधिया राजपरिवार के प्रभाव को लोकसभा चुनाव में भुनाने में कामयाब हो सकती हैं.

सिंधिया परिवार को कमान, यानि राजमाता की पीढी को मान: राजमाता विजयाराजे सिंधिया बीजेपी के फाउंडर मैम्बर्स में रही हैं. बीजेपी किसी एक सिंधिया को इस पद से नवाज कर बड़ा संदेश भी दे सकती है. पार्टी ये संदश दे सकती है कि सिंधिया परिवार के सदस्य को कमान देकर पार्टी ने एक बार फिर राजमाता की राजनीतिक विरासत को उनकी पीढ़ी को मान दिया है.

Who Will Become CM Jyotiraditya Or Vasundhara
डॉ. राधाकृष्णन जी के साथ राजमाता

शिवराज की तरह सबसे ज्यादा लोकप्रिय सिंधिया: वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक दिनेश गुप्ता कहते हैं, 'राजस्थान की राजनीति में वसुंधरा राजे का मुख्यमंत्री पद के लिए दावा एक दम नैचुरल सा लगता है. इतने वर्षों की उनकी वहां मेहनत है. उनके पास सपोर्ट है. मध्यप्रदेश की बात करें, तो ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कोई दावा नहीं किया है. जब वो कांग्रेस में थे, तब भी नहीं किया था.

लेकिन उन्हें दावेदार माना जा रहा है. मैं ये मानता हूं कि बीजेपी का उनको लेकर कोई प्लान तो होगा. इस समय वो बीजेपी के सीएम पद के दावेदारों में सबसे युवा हैं. नरेन्द्र सिंह तोमर से लेकर कैलाश विजयवर्गीय प्रहलाद पटेल सब साठ पार के नेता हैं. लोकप्रियता के हिसाब से भी सिंधिया बेटर विकल्प हैं. उनकी लोकप्रियता शिवराज की तरह ही है.

अगर बीजेपी को आगे की जनरेशन के हिसाब से फैसला लेना है, तो सिंधिया से बेहतर विकल्प नहीं. बाकी सेंट्रल लीडरशिप को भी युवा चेहरों की जरुरत है. इससे भी इंकार नहीं किया जा सकता.

Modi And Jyotiraditya Scindia
मोदी और ज्योतिरादित्य सिंधिया
सिंधिया ने खुद को साबित किया वे राईट च्वाईस: वरिष्ठ पत्रकार पवन देवलिया कहते हैं, 'एमपी में बीजेपी को अगर नए नेतृत्व की आवश्यकता है तो सिंधिया से बेहतर विकल्प नहीं हो सकता. सिंधिया ने खुद को साबित किया है. ये उनके लिए परीक्षा का चुनाव था. कहा जा सकता है कि वे अव्वल नंबर चुनाव जीते हैं. पिछड़े वर्ग पर बीजेपी का फोकस हैं, तो वे उसी वर्ग से आते हैं. युवा हैं. बीजेपी में गंभीर छवि के ऐसे राजनेता जिनका अपनी लोकप्रियता है, तो जो खूबियां सीएम पद के लिए चाहिए वो सिंधिया में मौजूद हैं.

ये भी पढ़ें...

Last Updated : Dec 5, 2023, 4:42 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.