भोपाल। मध्यप्रदेश पीएससी सहायक प्राध्यापक परीक्षा 2017 में चयनित 2700 परीक्षार्थी जॉइनिंग के लिए भटक रहे हैं. इन परीक्षार्थियों में 91 महिलाएं हैं, जिन्हें अब तक जॉइनिंग नहीं मिली है. जॉइनिंग का इंतजार करते करते अभ्यर्थी ओवर एज हो रहे हैं लेकिन सरकार के कान में जूं तक नहीं रेंग रही. कांग्रेस सरकार में इन अभ्यर्थियों ने जमकर प्रदर्शन किया, लंबे समय तक भूख हड़ताल पर बैठेने के बावजूद आश्वासन के अलावा इन्हें कुछ नहीं मिला, अब शिवराज सरकार जब दोबारा आई है तो अभ्यार्थियों की उम्मीद जागी है, लेकिन कई बार ज्ञापन देने के बावजूद भी इन्हें सरकार की तरफ से कोई जवाब नहीं मिल रहा है.
पीएससी चयनितों का कहना है कि मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग जो हर किसी के जीवन में एक महत्वपूर्ण परीक्षा होती है, इन परीक्षाओं के लिए सालों साल मेहनत करनी पड़ती है तब जाकर चुनिंदा लोगों का सिलेक्शन इसमें होता है, लेकिन मध्यप्रदेश की स्थिति ऐसी है कि यहां मेरिट लिस्ट में आने वाले लोगों को भी अब तक जॉइनिंग नहीं मिली. ऐसे में आगे छात्रों का भविष्य क्या होगा लोगों का एमपीपीएससी से भरोसा ही उठ जाएगा और उठ चुका है.
पीएससी चयनित सबिया मंसूरी का कहना है, एमपीपीएससी के लिए लंबे समय तक कोचिंग की इस परीक्षा को निकालने के लिए दिन और रात एक कर दिए जब इसका रिजल्ट आया तो घर में खुशी की लहर थी लेकिन जॉइनिंग ना मिले 1 साल से ज्यादा हो गया है, अब लोगों ने ताने मारना शुरू कर दिया कई लोग भरोसा ही नहीं करते कि वे एमपीपीएससी चयनित हैं, जिससे वह मानसिक प्रताड़ना का भी शिकार हो रही हैं.
अभ्यर्थियों का कहना है कि सरकार अगली भर्ती निकालने से पहले इन चयनितों को नौकरी दें, जिससे वह आर्थिक समस्या से बाहर आ सकें और मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग के तहत अपनी सेवाएं प्रदेश को दे सकें. हालांकि देखना होगा कि सरकार इनकी और कब ध्यान देगी और कब एमपीपीएससी चयनितों को नौकरी देगी.