भोपाल। 1 फरवरी को सरकार बजट पेश करने वाली है. कोरोना काल में ये पहला बजट पेश हो रहा है. इस बजट से देशवासियों को काफी उम्मीदें हैं. साथ ही देश की अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने के लिए यह बजट काफी अहम माना जा रहा है. ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों को बजट से क्या उम्मीदें हैं. इस बारे में जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने उनसे बात की...
ट्रेन की टाइमिंग ठीक करने की मांग
रेल से सफर करने वाले यात्रियों की मांग है कि ट्रेनों की टाइमिंग में सुधार किया जाए, क्योंकि ट्रेनें अभी भी काफी लेट चलती हैं. जिसके कारण काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. यात्रियों का कहना है कि टिकट की कीमत बढ़ा दी गई है. फिर भी मुख्य मांग यही है कि ट्रेनें समय पर चलें.
टिकट रेट कम करने की मांग
कुछ यात्रियों ने टिकट के दाम भी कम करने की मांग की है. यात्रियों का कहना है कि जो टिकट हमें दिया जा रहा है. उसमें फूड के पैसे भी शामिल होते हैं, लेकिन कोरोना के कारण खाना नहीं दिया जा रहा है. अगर खाना नहीं दिया जा रहा है, तो पैसे भी नहीं लिए जाना चाहिए. साथ ही कुछ का कहना है कि महंगाई बढ़ती जा रही है. सरकार को टिकट की कीमत कम कर थोड़ी राहत देना चाहिए. वहीं कुछ यात्रियों का कहना है कि कोरोना के कारण यात्री कम सफर कर रहे हैं. जिसके कारण रेलवे को काफी नुकसान हो रहा है, टिकट के दाम बढ़ाना रेलवे की मजबूरी है.
दिव्यांगों को स्टेशन पर न होना पड़े परेशान
यात्रियों की सरकार से यह भी मांग है कि दिव्यांगों को स्टेशन पर चढ़ने और उतरने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. यह जरूर है कि कुछ स्टेशनों पर दिव्यांगों के लिए अलग से व्यवस्था की गई है, लेकिन कई स्टेशन पर अब अभी दिव्यांगों के लिए व्यवस्था नहीं है. साथ ही सभी स्टेशन पर लिफ्ट की भी व्यवस्था होना चाहिए, जिससे दिव्यांगों को दिक्कत ना आए.
सुरक्षा को लेकर महिला यात्री खुश
स्टेशन पर सुरक्षा को लेकर यात्रियों का कहना है कि पहले के मुकाबले काफी सुधार देखने को मिला है. इसके अलावा महिला यात्रियों का कहना है कि ट्रेन में भी सुरक्षा के पर्याप्त बंदोबस्त हैं. सफर के दौरान कई बार आरपीएफ के जवान ट्रेन में गस्त करते हैं. जिससे अपराधी सोच रखने वाले बदमाश घटना अंजाम नहीं दे पाते हैं.