भोपाल। किसानों को जुलाई माह से ही बारिश का इंतजार था. लेकिन 26 दिन बीत जाने के बाद राजधानी में बादल मेहरबान हुए और तेज बारिश का दौर एक बार फिर से लोगों को देखने को मिला. देर रात हुई जोरदार बारिश ने नगर निगम के दावों की पोल खोल कर रख दी, जिसमें कहा गया था कि, शहर में जहां भी जलभराव की स्थिति निर्मित होती है, उन सभी क्षेत्रों की बेहतर साफ सफाई की गई है. देर रात शुरू हुई बारिश से ना केवल सड़कों पर 2 फीट से ज्यादा पानी भर गया, बल्कि लोगों के घरों में भी 2 फीट से ज्यादा पानी भर गया.
रात में हुई तेज बारिश की वजह से शहर के कई हिस्सों में बिजली सप्लाई भी प्रभावित हुई है. कुछ क्षेत्रों में बिजली कंपनी के द्वारा सुरक्षा की दृष्टि से सप्लाई बंद कर दी गई थी, तो वहीं कई जगहों पर फाल्ट होने के बाद बिजली कई घंटों तक बंद रही है. शहर के कोलार, शाहपुरा, होशंगाबाद रोड, भानपुर करो, जैसे कई क्षेत्रों में घंटों तक बारिश की वजह से बिजली गुल रही है, जिसकी वजह से लोगों को काफी देर तक परेशान होना पड़ा. बारिश से निचले इलाकों में पानी भर जाने से भी लोग रात भर परेशान हुए.
बिजली सफ्लाई बंद
तेज बारिश का आलम ये था कि, बैरागढ़ चीचली स्थित विद्युत विभाग के सब स्टेशन की बाउंड्री वॉल ही तेज बारिश की वजह से टूट गई. यहां तक कि, बिजली के खंभों की नीचे की मिट्टी भी पानी में बह गई.
घरों में घुसा पानी
शहर के शाहजहांनाबाद, बुधवारा, जुमेराती, कोलार जैसे कई क्षेत्रों में लोगों के घरों में पानी भर गया, जिसकी वजह से लोग रात भर घर से पानी निकालने में लगे रहे. कई क्षेत्रों में नाले ओवरफ्लो होने की वजह से भी लोगों को परेशानी उठानी पड़ी है, इसकी वजह से भी लोगों के घरों में पानी भरा है. नगर निगम के द्वारा दावा किया गया था कि, शहर के सभी नालों की सफाई कर दी गई है, लेकिन कुछ घंटों की तेज बारिश ने इन सभी दावों को झूठा साबित कर दिया है.
कोलार क्षेत्र में एक घंटे तक लगा रहा जाम
सड़कों पर भी दो फिट से ज्यादा पानी होने की वजह से यातायात काफी देर तक प्रभावित रहा है. कई क्षेत्रों में तो ट्रैफिक जाम की स्थिति भी बनी रही. कोलार में करीब 1 घंटे तक ट्रैफिक जाम रहा. राजधानी में करीब 6 घंटे में 5 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई है. मौसम विभाग ने भी चेतावनी दी है कि, अगले 48 घंटों में शहर में इसी तरह से तेज बारिश होने के आसार बने हुए हैं.
आखिरी पड़ाव की ओर मानसून
मानसून अब धीरे-धीरे अपने आखिरी पड़ाव की ओर बढ़ रहा है, लेकिन राजधानी भोपाल में अब तक उम्मीद से कम ही बारिश हुई है. जून माह में अच्छी बारिश हुई थी, लेकिन जुलाई माह पूरी तरह से सूखा गया, अगस्त की शुरुआत में भी हल्की-फुल्की फुहारों ने थोड़ी बहुत शहर के लोगों को राहत दी थी.