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लोकेश जांगिड़ अनुशासनहीन IAS, खराब है ट्रैक रिकॉर्डः मंत्री - bhopal news

चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि लोकेश जांगिड़ अनुशासनहीन आईएएस (IAS) हैं. उनका ट्रैक रिकॉर्ड खराब है.

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लोकेश जांगिड़ अनुशासनहीन IAS
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Published : Jun 19, 2021, 12:09 PM IST

Updated : Jun 19, 2021, 1:24 PM IST

भोपाल। भ्रष्टाचार पर सवाल उठाकर विवादों में आए आईएएस अधिकारी लोकेश कुमार जांगिड़ को लेकर राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बयान जारी किया हैं. उन्होंने कहा कि लोकेश जांगिड़ अनुशासनहीन IAS हैं. उनका ट्रैक रिकॉर्ड बेहद खराब है. आईएएस एसोसिएशन ने भी इस बात की निंदा की हैं. हर बात को रखने का एक उचित प्लेटफार्म होता है, अब वह यह नहीं बता पा रहे हैं कि धमकी किसने दी हैं. आईएएस जैसे ओहदे पर रहकर ऐसा करना बेहद शर्मनाक है.

बड़वानी कलेक्टर पर खरीदी में गड़बड़ी के आरोप लगाने वाले युवा आईएएस अधिकारी लोकेश कुमार जांगिड़ को जान से मारने की धमकी मिली. इसके बाद जांगिड़ ने डीजीपी विवेक जौहरी को पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग की. आईएएस जांगिड़ ने कहा कि जिस प्रदेश में व्यापम के कई व्हिसल ब्लोअर को मारा जा चुका है, उस प्रदेश में एक आईएएस भी मारा जा सकता है.

Lokesh Jangid: CM शिवराज की पत्नी का नाम लेने पर IAS को मिली जान से मारने की धमकी

मुख्य सचिव से मिलने का वक्त मांग रहे जांगिड़


बड़वानी से हटाए गए आईएएस जांगिड़ पिछले 4 दिनों से मुख्य सचिव इकबाल सिंह से मिलने का वक्त मांग रहे हैं, लेकिन अभी तक उन्हें सीएस ने मिलने का समय नहीं दिया है. बड़वानी में अपर कलेक्टर रहे आईएएस लोकेश कुमार जांगिड़ को पिछले दिनों राज्य शिक्षा केंद्र भेज दिया गया था. लगातार तबादलों से दुखी आईएएस ने आईएएस ऑफिसर्स एसोसिएशन के ग्रुप पर बड़वानी कलेक्टर शिवराज वर्मा को लेकर टिप्पणी की थी. साथ ही उन पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए थे. उन्होंने लिखा था कि कलेक्टर शिवराज वर्मा उनके कारण पैसे नहीं खा पा रहे हैं. इसलिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के कान भरकर उन्हें हटवा दिये. दोनों किरार समुदाय से ही आते हैं, किरार समुदाय की सेक्रेटरी कलेक्टर की पत्नी हैं और मुख्यमंत्री की पत्नी किरार समाज की राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं.

क्यों विवादों में हैं एमपी के IAS 'खेमका'

2014 बैच के मध्यप्रदेश कैडर के IAS लोकेश कुमार जांगिड़ की फील्ड पोस्टिंग के अभी साढ़े चार साल ही हुए हैं, लेकिन उनका 8 बार ट्रांसफर हो चुका है. यानी औसत निकाला जाये तो हर छह माह में उनका तबादला किया गया है. 42 दिन पहले उन्हें राज्य शिक्षा केंद्र के अपर संचालक से बड़वानी अपर कलेक्टर बनाया गया था, लेकिन पिछले सप्ताह उन्हें वापस राज्य शिक्षा केंद्र भेज दिया गया था. जिसके बाद उन्होंने आईएएस एसोसिएशन चैट ग्रुप में टिप्पणी की थी, जिसे संघ के अध्यक्ष ने डिलीट करने और माफी मांगने के साथ ही आगे से ऐसा नहीं करने की चेतावनी दी थी, पर उन्होंने चेतावनी को नजरअंदाज कर उसी ग्रुप में फैज अहमद फैज की नज्म (लाजिम है कि हम भी देखेंगे) लिख दी, जिसके बाद विवाद और बढ़ गया.

चैट में किताब लिखने का जिक्र

चैट में आईएएस लोकेश ने लिखा कि रिटायरमेंट के बाद वह एक किताब लिखेंगे, उसमें उन सभी तथ्यों का जिक्र होगा क्योंकि अभी उनके हाथ बंधे हैं, उन्होंने लिखा- मैं किसी से नहीं डरता, इसलिए सब खुलेआम बोल रहा हूं. यह चैटिंग जांगिड़ के ट्रांसफर के बाद हुई. वहीं, लोकेश ने 11 जून को डीओपीटी को पत्र लिख गृह राज्य महाराष्ट्र में तीन साल के लिए इंटर कैडर डेपुटेशन पर जाने की इच्छा जताई है.

परिवार के स्वास्थ्य का दिया हवाला

जांगिड़ ने डीओपीटी को भेजे पत्र में लिखा है कि उनके परिवार में टाइप-2 डायबिटीज से पीड़ित करीब 87 साल के दादाजी हैं. वहीं, उनकी 57 वर्षीय मां भी बीमार हैं, परिवार को उनकी जरूरत है. ऐसे में उन्हें तीन साल के लिए महाराष्ट्र इंटर कैडर डेपुटेशन पर जाने की इजाजत दी जाए.

भोपाल। भ्रष्टाचार पर सवाल उठाकर विवादों में आए आईएएस अधिकारी लोकेश कुमार जांगिड़ को लेकर राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बयान जारी किया हैं. उन्होंने कहा कि लोकेश जांगिड़ अनुशासनहीन IAS हैं. उनका ट्रैक रिकॉर्ड बेहद खराब है. आईएएस एसोसिएशन ने भी इस बात की निंदा की हैं. हर बात को रखने का एक उचित प्लेटफार्म होता है, अब वह यह नहीं बता पा रहे हैं कि धमकी किसने दी हैं. आईएएस जैसे ओहदे पर रहकर ऐसा करना बेहद शर्मनाक है.

बड़वानी कलेक्टर पर खरीदी में गड़बड़ी के आरोप लगाने वाले युवा आईएएस अधिकारी लोकेश कुमार जांगिड़ को जान से मारने की धमकी मिली. इसके बाद जांगिड़ ने डीजीपी विवेक जौहरी को पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग की. आईएएस जांगिड़ ने कहा कि जिस प्रदेश में व्यापम के कई व्हिसल ब्लोअर को मारा जा चुका है, उस प्रदेश में एक आईएएस भी मारा जा सकता है.

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मुख्य सचिव से मिलने का वक्त मांग रहे जांगिड़


बड़वानी से हटाए गए आईएएस जांगिड़ पिछले 4 दिनों से मुख्य सचिव इकबाल सिंह से मिलने का वक्त मांग रहे हैं, लेकिन अभी तक उन्हें सीएस ने मिलने का समय नहीं दिया है. बड़वानी में अपर कलेक्टर रहे आईएएस लोकेश कुमार जांगिड़ को पिछले दिनों राज्य शिक्षा केंद्र भेज दिया गया था. लगातार तबादलों से दुखी आईएएस ने आईएएस ऑफिसर्स एसोसिएशन के ग्रुप पर बड़वानी कलेक्टर शिवराज वर्मा को लेकर टिप्पणी की थी. साथ ही उन पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए थे. उन्होंने लिखा था कि कलेक्टर शिवराज वर्मा उनके कारण पैसे नहीं खा पा रहे हैं. इसलिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के कान भरकर उन्हें हटवा दिये. दोनों किरार समुदाय से ही आते हैं, किरार समुदाय की सेक्रेटरी कलेक्टर की पत्नी हैं और मुख्यमंत्री की पत्नी किरार समाज की राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं.

क्यों विवादों में हैं एमपी के IAS 'खेमका'

2014 बैच के मध्यप्रदेश कैडर के IAS लोकेश कुमार जांगिड़ की फील्ड पोस्टिंग के अभी साढ़े चार साल ही हुए हैं, लेकिन उनका 8 बार ट्रांसफर हो चुका है. यानी औसत निकाला जाये तो हर छह माह में उनका तबादला किया गया है. 42 दिन पहले उन्हें राज्य शिक्षा केंद्र के अपर संचालक से बड़वानी अपर कलेक्टर बनाया गया था, लेकिन पिछले सप्ताह उन्हें वापस राज्य शिक्षा केंद्र भेज दिया गया था. जिसके बाद उन्होंने आईएएस एसोसिएशन चैट ग्रुप में टिप्पणी की थी, जिसे संघ के अध्यक्ष ने डिलीट करने और माफी मांगने के साथ ही आगे से ऐसा नहीं करने की चेतावनी दी थी, पर उन्होंने चेतावनी को नजरअंदाज कर उसी ग्रुप में फैज अहमद फैज की नज्म (लाजिम है कि हम भी देखेंगे) लिख दी, जिसके बाद विवाद और बढ़ गया.

चैट में किताब लिखने का जिक्र

चैट में आईएएस लोकेश ने लिखा कि रिटायरमेंट के बाद वह एक किताब लिखेंगे, उसमें उन सभी तथ्यों का जिक्र होगा क्योंकि अभी उनके हाथ बंधे हैं, उन्होंने लिखा- मैं किसी से नहीं डरता, इसलिए सब खुलेआम बोल रहा हूं. यह चैटिंग जांगिड़ के ट्रांसफर के बाद हुई. वहीं, लोकेश ने 11 जून को डीओपीटी को पत्र लिख गृह राज्य महाराष्ट्र में तीन साल के लिए इंटर कैडर डेपुटेशन पर जाने की इच्छा जताई है.

परिवार के स्वास्थ्य का दिया हवाला

जांगिड़ ने डीओपीटी को भेजे पत्र में लिखा है कि उनके परिवार में टाइप-2 डायबिटीज से पीड़ित करीब 87 साल के दादाजी हैं. वहीं, उनकी 57 वर्षीय मां भी बीमार हैं, परिवार को उनकी जरूरत है. ऐसे में उन्हें तीन साल के लिए महाराष्ट्र इंटर कैडर डेपुटेशन पर जाने की इजाजत दी जाए.

Last Updated : Jun 19, 2021, 1:24 PM IST
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