ETV Bharat / state

ई-टेंडरिंग घोटाला: नरोत्तम मिश्रा के करीबी वीरेंद्र पांडे को हाईकोर्ट से मिली राहत, 6 शर्तों पर मिली जमानत

जमानत अर्जी पर सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने वीरेंद्र पांडे की जमानत मंजूर कर ली है. वे नरोत्तम मिश्रा के निजी सहायक हैं. उन्हें जल संसाधन विभाग के टेंडरों में हुई गड़बड़ी में शामिल होने पर गिरफ्तार किया गया था.

वीरेंद्र पांडे को हाईकोर्ट से मिली राहत
author img

By

Published : Sep 7, 2019, 8:52 PM IST

भोपाल। ई-टेंडर घोटाले में पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा के निजी सहायक वीरेंद्र पांडे को जबलपुर हाईकोर्ट से राहत मिली है. वीरेंद्र पांडे की जमानत अर्जी पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने 50 हजार रुपये के मुचलके पर जमानत दे दी. 6 शर्तों पर कोर्ट ने उनकी जमानत मंजूर की है.

वीरेंद्र पांडे को हाईकोर्ट से मिली राहत

6 शर्तों पर दी गयी जमानत
मंत्री नरोत्तम मिश्रा के करीबी वीरेंद्र पांडे जल संसाधन विभाग के टेंडरों में गड़बड़ी के आरोप में जेल में बंद थे. हाईकोर्ट ने 6 शर्तों पर पांडे को जमानत दी है, जिनमें पूछताछ में सहयोग करने, देश के बाहर न जाने और इस मामले में फंसे लोगों से किसी तरह का मेलजोल नहीं रखने, समेत कई शर्तें शामिल हैं.

मनोहर एमएन को भी मिली जमानत
इसके अलावा एंट्रेंस सिस्टम लिमिटेड कंपनी बेंगलुरु के अधिकारी मनोहर एमएन की जमानत भी हाई कोर्ट ने मंजूर की है. उन पर एफआईआर दर्ज करने और पूछताछ करने के बाद ईओडब्ल्यू ने उन्हें गिरफ्तार किया था.

भोपाल कोर्ट से नहीं मिली थी जमानत
वीरेंद्र पांडे के खिलाफ ईओडब्ल्यू ने जल संसाधन विभाग के टेंडरों में हुई गड़बड़ी में शामिल होने के आरोप में एफ आई आर दर्ज की थी और पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था. इस बीच कई दिनों तक वीरेंद्र पांडे को पुलिस रिमांड पर भी रखा गया और बाद में कोर्ट उन्हें जेल भेज दिया. हालांकि इस दौरान वीरेंद्र पांडे ने भोपाल जिला अदालत में भी जमानत याचिका लगाई थी, लेकिन भोपाल कोर्ट से वीरेंद्र पांडे को जमानत नहीं मिली थी.

भोपाल। ई-टेंडर घोटाले में पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा के निजी सहायक वीरेंद्र पांडे को जबलपुर हाईकोर्ट से राहत मिली है. वीरेंद्र पांडे की जमानत अर्जी पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने 50 हजार रुपये के मुचलके पर जमानत दे दी. 6 शर्तों पर कोर्ट ने उनकी जमानत मंजूर की है.

वीरेंद्र पांडे को हाईकोर्ट से मिली राहत

6 शर्तों पर दी गयी जमानत
मंत्री नरोत्तम मिश्रा के करीबी वीरेंद्र पांडे जल संसाधन विभाग के टेंडरों में गड़बड़ी के आरोप में जेल में बंद थे. हाईकोर्ट ने 6 शर्तों पर पांडे को जमानत दी है, जिनमें पूछताछ में सहयोग करने, देश के बाहर न जाने और इस मामले में फंसे लोगों से किसी तरह का मेलजोल नहीं रखने, समेत कई शर्तें शामिल हैं.

मनोहर एमएन को भी मिली जमानत
इसके अलावा एंट्रेंस सिस्टम लिमिटेड कंपनी बेंगलुरु के अधिकारी मनोहर एमएन की जमानत भी हाई कोर्ट ने मंजूर की है. उन पर एफआईआर दर्ज करने और पूछताछ करने के बाद ईओडब्ल्यू ने उन्हें गिरफ्तार किया था.

भोपाल कोर्ट से नहीं मिली थी जमानत
वीरेंद्र पांडे के खिलाफ ईओडब्ल्यू ने जल संसाधन विभाग के टेंडरों में हुई गड़बड़ी में शामिल होने के आरोप में एफ आई आर दर्ज की थी और पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था. इस बीच कई दिनों तक वीरेंद्र पांडे को पुलिस रिमांड पर भी रखा गया और बाद में कोर्ट उन्हें जेल भेज दिया. हालांकि इस दौरान वीरेंद्र पांडे ने भोपाल जिला अदालत में भी जमानत याचिका लगाई थी, लेकिन भोपाल कोर्ट से वीरेंद्र पांडे को जमानत नहीं मिली थी.

Intro:भोपाल- ई टेंडर घोटाले में पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा के निजी सहायक वीरेंद्र पांडे को जबलपुर हाईकोर्ट से राहत मिली है वीरेंद्र पांडे की जमानत अर्जी पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने 50 हज़ार रुपये के मुचलके पर जमानत मंजूर कर ली है हालांकि हाईकोर्ट ने कई शर्तों के साथ वीरेंद्र पांडे को जमानत पर रिहा किया है इसके साथ ही एंट्रेंस सिस्टम लिमिटेड कंपनी बेंगलुरु के अधिकारी मनोहर एमएन की जमानत भी हाई कोर्ट ने मंजूर की है।


Body:जल संसाधन विभाग के टेंडरों में गड़बड़ी के आरोप में जेल में बंद पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा के करीबी वीरेंद्र पांडे को जबलपुर हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है हाईकोर्ट ने 6 शर्तों पर वीरेंद्र पांडे को जमानत दी है जिनमें पूछताछ में सहयोग करने देश के बाहर न जाने और इस मामले में फंसे लोगों से किसी तरह का मेलजोल नहीं रखने समेत कई शर्तें रखी गई है इसके अलावा हाईकोर्ट ने मनोहर एमएन को भी जमानत दे दी है मनोहर एमएन एंट्रेंस सिस्टम लिमिटेड कंपनी बेंगलुरु के अधिकारी हैं जन पर एफ आई आर दर्ज करने और पूछताछ करने के बाद ईओडब्ल्यू ने उन्हें जेल भेज दिया था।


Conclusion:बता दें कि वीरेंद्र पांडे के खिलाफ ईओडब्ल्यू ने जल संसाधन विभाग के टेंडरों में हुई गड़बड़ी में शामिल होने के आरोप में एफ आई आर दर्ज की थी और पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था इस बीच कई दिनों तक वीरेंद्र पांडे को पुलिस रिमांड पर भी रखा गया और बाद में कोर्ट ने नरेंद्र पांडे को जेल भेज दिया था हालांकि इस दौरान वीरेंद्र पांडे ने भोपाल जिला अदालत में भी जमानत याचिका लगाई थी लेकिन भोपाल कोर्ट से वीरेंद्र पांडे को जमानत नहीं मिली थी।

बाइट- केएन तिवारी, डीजी, इओडब्ल्यू।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.