भोपाल। नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के वाहन चालकों ने लम्बे समय से लंबित मांगों को लेकर कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया. वाहन नर्मदा विकास प्राधिकरण में सालों से कार्यरत वाहन चालकों की मांग है कि वाहन चालकों को नियमित स्थापना में किया जाए. साथ ही जिन वाहन चालकों का निधन हो चुका है उनके ओरिवार के एक सदस्य को अनुकम्पा नियुक्ति दी जाए. इसी के साथ अन्य 7 मांगों को लेकर नर्मदा विकास प्राधिकरण के कर्मचारियों ने एक दिवसीय हड़ताल की.
वाहन चालकों को कहना है कि वे पिछले कई सालों से अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं. लेकिन उनकी मांगों का निराकरण नही किया जा रहा. जिसके कारण वाहन चालकों विभाग के खिलाफ हैं और अब यह आक्रोश बड़े आंदोलन का रूप लेने पर मजबूर है. वाहन चालकों का कहना है कि अपनी मांगें मनवाने के लिए वे कई बार विभाग के अधिकारियों को ज्ञापन दे चुके हैं अपनी समस्याओं से उन्हें अवगत करा चुके हैं. लेकिन विभाग द्वारा उनकी मांगों का निराकरण नही किया जा रहा. जिससे वाहन चालक अब आंदोलन प्रदर्शन करने पर मजबूर है.
ये हैं मुख्य मांगें
वाहन चालकों की मांग है कि विभाग के जिन वाहन चालकों का स्वर्गवास हो चुका है उनके आश्रितों को अनुकम्पा नियुक्ति दी जाए वे सालों से भटक रहे हैं लेकिन नियुक्ति के प्रकरण अब तक लंबित हैं. जिसका शीघ्र निराकरण किया जाए. इसके साथ ही कार्यभारीत सेवा के वाहन चालकों को नियमित स्थापना में किया जाए.
नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण मुख्यालय द्वारा वर्ष 2008 में जिन कर्मचारियों को नियमित किया गया था उन कर्मचारियों की 2 वर्षों की वेतन वृद्धि अभी तक नहीं लगाई गई है इसकी वेतन वृद्धि करने की मांग प्लान चालकों ने की है.
वहीं शासन के आदेश अनुसार विभाग में हर तीन माह में परामर्श दात्री बैठक कराई जाए. विभाग में अपात्र व्यक्तियों को टैक्सी वाहन आवंटित किए जा रहे हैं, जिस पर लाखों रुपए प्रति माह का भुगतान किया जाता है. इस फिजूलखर्ची पर रोक लगाई जाए.