भोपाल। मध्य प्रदेश में में ओबीसी आरक्षण पर बवाल अभी थमा नहीं कि इस मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने शिवराज सिंह की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं. शराब बंदी पर उमा के बयान पर सरकार ने चुप्पी साध ली है, लेकिन इस बीच फायर ब्रांड उमा ने ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण दिए जाने को लेकर भी बयान दिया. उमा भारती ने कहा कि ओबीसी वर्ग को प्राइवेट नौकरियों में आरक्षण मिले, ये सरकार को सुनिश्चित करना होगा.
उमा के बयान के बाद सरकार ने फिर से चुप्पी साध ली, लेकिन संगठन ने इसका पांसा सरकार की तरफ फेंक दिया. प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि ये सरकार का पॉलिसी मैटर है, इस पर सरकार विचार करेगी. शराबबंदी पर उमा के बयानों से घिरी सरकार ने चुप्पी साध ली है लेकिन संगठन ने उमा को वरिष्ठ नेता बताया. प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा ने उमा के शराबबंदी पर कहा कि उमा भारती संगठन की वरिष्ठ नेता है, वें डांट फटकार लगा सकती है.
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वीडी शर्मा ने कहा कि उमा भारती के सुझावों पर विचार किया जाएगा. लेकिन शराबबंदी सामाजिक स्तर पर हो सकती है, कानून से शराबबंदी नहीं हो सकती, इसके लिये सामाजिक स्तर पर ही रोका जा सकता है. वहीं आदिवासियों पर अत्याचार के कांग्रेस के आरोपों पर बोलते हुए वीडी शर्मा ने कहा कि कांग्रेस की जीन्स ही ऐसे हैं कि फूट डालो और राज करो