भोपाल। मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव को लेकर जो सस्पेंस बना हुआ था, उससे अब पर्दा उठ गया है. राज्य निर्वाचन आयुक्त बीपी सिंह ने चुनाव को लेकर कहा है कि अब चुनाव नहीं टाले जाएंगे. वोटर लिस्ट फाइनल होने के बाद चुनाव करवाए जाएंगे. वोटर लिस्ट का पूरा काम 3 मार्च को पूरा कर लिया जाएगा, जिसके बाद चुनाव होंगे.
3 मार्च के बाद नगरीय निकाय चुनाव
मध्यप्रदेश के अधिकतर नगरीय निकाय चुनाव एक साल पहले होना था. लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते चुनाव लगातार टाले जा रहे थे. पहले ये चुनाव 2020 फरवरी में कमलनाथ कार्यकाल के दौरान होने थे, लेकिन महापौर चुनाव अप्रत्यक्ष प्रणाली से कराने, भोपाल नगर निगम को दो भागों में बांटने के अलावा कई जिलों में वार्डों की सीमांकन के कारण चुनाव तय समय पर नहीं हो पाए थे. लेकिन अब राज्य निर्वाचन आयुक्त बीपी सिंह ने साफ कर दिया है कि वोटर लिस्ट का काम 3 मार्च तक पूरा हो जाएगा. उसके बाद चुनाव होंगे, अब इलेक्शन नहीं टाले जाएंगे.
सरपंच के चुनाव ईवीएम से नहीं, मतपत्र से होंगे
राज्य निर्वाचन आयुक्त बीपी सिंह ने ये भी साफ किया है कि अगला पंचायत चुनाव जिसमें सरपंच शामिल है, ये चुनाव ईवीएम के बजाय मतपत्र द्वारा किया जाएगा. राज्य निर्वाचन का कहना है कि सरपंचों की संख्या काफी ज्यादा है. इसके चलते ये चुनाव मतपत्र द्वारा करवाया जाएगा. इस बार चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवार घर बैठे ही ऑनलाइन नामांकन पत्र जमा कर सकेंगे. ऑनलाइन के साथ ही ऑफलाइन भी नामांकन फॉर्म जमा होंगे.
प्रदेश में कुल 407 नगरीय निकायों में से 307 का कार्यकाल 25 सितंबर को समाप्त हो गया था. वहीं 8 नगरीय निकायों का कार्यकाल जनवरी व फरवरी 2021 में पूरा हो रहा है. पंचायतों में पंच, सरपंच, जनपद सदस्य और जिला पंचायत सदस्यों का कार्यकाल मार्च 2021 में समाप्त हो रहा है.