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खुले में शौच मुक्त गांव में अनोखी रेस, हाथ में लोटा लेकर दौड़ी सासें, विजेता को बहु ने पहनाया मेडल - ETV bharat News

भोपाल के ODF याने खुले में शौच मुक्त गांव में अनोखी दौड़ देखने को मिली. इस रेस में सासें हाथ में लोटा लेकर दौड़ी. जिस सास के लोटे में ज्यादा पानी बचा उसे विजेता घोषित किया गया. विजेता सास को उसी की बहु ने मेडल पहनाया. इस दौड़ का मुख्य उद्देश खुले में शौच मुक्त के प्रति जागरुकता फैलाना है.

Mother-in-law ran with lotus in her hand
हाथ में लोटा लेकर दौड़ी सास
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Published : Oct 12, 2021, 8:23 PM IST

Updated : Oct 12, 2021, 10:39 PM IST

भोपाल। स्वच्छता सर्वेक्षण में ODF को ले कर हर तरह के प्रयोग सरकार कर चुकी है. इसके लिए लगातर प्रयास जारी है. इसकी बानगी मंगलवार को भोपाल के फंदा ब्लॉक में देखने को मिली. यहां एक विशेष तरह आयोजन किया गया. इस आयोजन का मुख्य आकर्षण एक अनूठी दौड़ था. इस दौड़ में सासें हाथ में पानी से भरा लोटा लेकर 100 मीटर तक दौड़ी. जिसके लोटे से सबसे कम पानी झलका वो सास इस दौड़ की विजेता बनी. विजेता को उनकी बहू ने ही मैडल पहनाया. इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य जो गांव ओडीएफ घोषित हो चुके हैं, उन गांवों में खुले में शौच जाने पर जागृति लाना था.

हाथ में लोटा लेकर दौड़ी महिलाएं

राजधानी के फंदा ब्लॉक में अनोखा आयोजन

बहुओं को खुले में शौच के लिए ना जाना पड़े इसके लिए उनकी सासों ने उनके सामने लोटे फेंके कर खुले में शौच न जाने का संदेश दिया. भोपाल के फंदा कला गांव में प्रतियोगिता आयोजित हुई. इस प्रतियोगिता में सासों ने हाथ में पानी का भरा लोटा लेकर लगभग 100 मीटर तक दौड़ लगाई. उसके बाद उन्होंने अपनी बहुओं के पास पहुंचकर लौटे जमीन पर फेंक दिए. कार्यक्रम को आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य ODF घोषित हो चुके गांवों में जागरुकता लाना है. इस प्रतियोगिता में 50 से 60 वर्ष की महिलाओं ने भी भाग लिया.

ओडीएफ घोषित लेकिन शौचालय की समस्या बरकरार, खुले में शौच के लिए मजबूर ग्रामीण

दौड़ में हिस्सा लेकर दिया संदेश

प्रतियोगिता में भाग लेने वाली महिलाओं ने बताया कि उन्होंने पूरा जीवन खुले में शौच के लिए परेशान होना पड़ता, लेकिन अब उनके घरों में टॉयलेट की व्यवस्था हो गई है. इसलिए अब वह आने वाली पीढ़ी और अपनी बहुओं को यह संदेश देना चाहती हैं कि आप लोग अब खुले में शौच जाने के लिए मजबूर नहीं है. हम आपके सामने लोटा फेंक रहे हैं. अब आपको इस लोटे को उठाने की आवश्यकता भी नहीं है.

winning mother-in-law
विजेता सास

यह सास बहु रह प्रथम

इस दौड़ में सास राधा बहु भावना को प्रथम स्थान मिला. वहीं सास मंजू बहु अभिलाषा को दूसरा और अर्पिता बहू उर्मिला तीसरा स्थान मिला. इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ विकास मिश्रा ने सभी महिलाओं को धन्यवाद दिया. सीईओ ने प्रतिभागियों के पैर छूकर आशीर्वाद लिया. सरपंच ने संपूर्ण गांव को स्वच्छता की शपथ दिलाई. गांव की महिलाओं ने भी बड़े उत्साह के साथ इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया.

भोपाल नगर निगम चलाएगा रोको टोको अभियान, खुले में शौच करने वालों की खैर नहीं

तीन राउंड में हुआ दौड़ का आयोजन

दौड़ का आयोजन तीन राउंड में किया गया था. प्रथम राउंड में 10 सास दौड़ी, दूसरे राउंड में 10 फिर उनमें से 5 का चयन कर फाइनल राउंड में हुआ. फाइनल राउंड के आधार पर प्रथम, द्वितीय और तृतीय विजेता का चयन किया गया.

भोपाल। स्वच्छता सर्वेक्षण में ODF को ले कर हर तरह के प्रयोग सरकार कर चुकी है. इसके लिए लगातर प्रयास जारी है. इसकी बानगी मंगलवार को भोपाल के फंदा ब्लॉक में देखने को मिली. यहां एक विशेष तरह आयोजन किया गया. इस आयोजन का मुख्य आकर्षण एक अनूठी दौड़ था. इस दौड़ में सासें हाथ में पानी से भरा लोटा लेकर 100 मीटर तक दौड़ी. जिसके लोटे से सबसे कम पानी झलका वो सास इस दौड़ की विजेता बनी. विजेता को उनकी बहू ने ही मैडल पहनाया. इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य जो गांव ओडीएफ घोषित हो चुके हैं, उन गांवों में खुले में शौच जाने पर जागृति लाना था.

हाथ में लोटा लेकर दौड़ी महिलाएं

राजधानी के फंदा ब्लॉक में अनोखा आयोजन

बहुओं को खुले में शौच के लिए ना जाना पड़े इसके लिए उनकी सासों ने उनके सामने लोटे फेंके कर खुले में शौच न जाने का संदेश दिया. भोपाल के फंदा कला गांव में प्रतियोगिता आयोजित हुई. इस प्रतियोगिता में सासों ने हाथ में पानी का भरा लोटा लेकर लगभग 100 मीटर तक दौड़ लगाई. उसके बाद उन्होंने अपनी बहुओं के पास पहुंचकर लौटे जमीन पर फेंक दिए. कार्यक्रम को आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य ODF घोषित हो चुके गांवों में जागरुकता लाना है. इस प्रतियोगिता में 50 से 60 वर्ष की महिलाओं ने भी भाग लिया.

ओडीएफ घोषित लेकिन शौचालय की समस्या बरकरार, खुले में शौच के लिए मजबूर ग्रामीण

दौड़ में हिस्सा लेकर दिया संदेश

प्रतियोगिता में भाग लेने वाली महिलाओं ने बताया कि उन्होंने पूरा जीवन खुले में शौच के लिए परेशान होना पड़ता, लेकिन अब उनके घरों में टॉयलेट की व्यवस्था हो गई है. इसलिए अब वह आने वाली पीढ़ी और अपनी बहुओं को यह संदेश देना चाहती हैं कि आप लोग अब खुले में शौच जाने के लिए मजबूर नहीं है. हम आपके सामने लोटा फेंक रहे हैं. अब आपको इस लोटे को उठाने की आवश्यकता भी नहीं है.

winning mother-in-law
विजेता सास

यह सास बहु रह प्रथम

इस दौड़ में सास राधा बहु भावना को प्रथम स्थान मिला. वहीं सास मंजू बहु अभिलाषा को दूसरा और अर्पिता बहू उर्मिला तीसरा स्थान मिला. इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ विकास मिश्रा ने सभी महिलाओं को धन्यवाद दिया. सीईओ ने प्रतिभागियों के पैर छूकर आशीर्वाद लिया. सरपंच ने संपूर्ण गांव को स्वच्छता की शपथ दिलाई. गांव की महिलाओं ने भी बड़े उत्साह के साथ इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया.

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तीन राउंड में हुआ दौड़ का आयोजन

दौड़ का आयोजन तीन राउंड में किया गया था. प्रथम राउंड में 10 सास दौड़ी, दूसरे राउंड में 10 फिर उनमें से 5 का चयन कर फाइनल राउंड में हुआ. फाइनल राउंड के आधार पर प्रथम, द्वितीय और तृतीय विजेता का चयन किया गया.

Last Updated : Oct 12, 2021, 10:39 PM IST
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