भोपाल। एनएसयूआई ने कर्मचारी चयन बोर्ड ( पीईबी) (PEB) का नाम बदलकर घोटाला घर रख दिया है. इसके बोर्ड भी एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष आशुतोष चौकसे ने पीईबी के बाहर और व्यापमं चौराहे पर लगा दिए. आशुतोष का कहना है कि जिस तरह से घोटाले यहां पर हो रहे हैं, निश्चित तौर पर इसका नाम अब घोटाला घर कर देना चाहिए. भाजपा नेताओं की मिलीभगत से पीईबी ने हजारों युवाओं का भविष्य बर्बाद कर दिया है.
नाम बदलना इसलिए जरूरी हो गया था : प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड ( पीईबी) में जिस तरह से घोटाले हो रहे हैं. इसको देखते हुए एनएसयूआई ने इसका नाम अब घोटाला घर रख दिया है. एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष आशुतोष चौकसे ने पीईबी के पास पहुंच कर इसके बोर्ड के नीचे ही घोटाला घर के बोर्ड लगा दिए. ये बोर्ड व्यापमं चौराहे पर भी लगाए गए. इन नेताओं ने व्यापमं चौराहे का नाम घोटाला घर चौराहा रख दिया. आशुतोष का कहना है कि भोपाल स्थित पीईबी का नाम घोटाला घर एवं व्यापमं चौराहा का नाम घोटाला घर चौराहा रख दिया है. व्यापमं उर्फ मध्यप्रदेश व्यावसायिक परीक्षा मंडल उर्फ प्रोफेशनल एग्जामिनेशन पीईबी उर्फ कर्मचारी चयन बोर्ड का नाम बदलना जरूरी हो गया है.
टीईटी की परीक्षा रद्द करने की मांग : एनएसयूआई ने पीईबी की परीक्षाओं में हो रही धांधली को लेकर मुहिम की शुरुआत की है. एनएसयूआई नेताओं का कहना है कि व्यापमं ने पूर्व में भी प्रदेश के लाखों प्रतिभावान युवाओं एवं छात्रों का भविष्य खराब किया है और लाखों युवाओं का भविष्य खराब होने की कगार पर है. विभिन्न विभागों में भर्तियों और व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए परीक्षाओं में घोटालों को लेकर बोर्ड पहले भी देशभर में चर्चित रहा है. एनएसयूआई ने मांग की है कि टीईटी की परीक्षा के पेपर के स्क्रीनशॉट वायरल होने के बाद ऑनलाइन परीक्षा को रद्द किया जाए. इस मामले की जांच सीबीआई से करवानी चाहिए. कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा में भी अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की गई है. (Unique protest of NSUI) (PEB named scam house)