भोपाल। शिवराज सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार के बाद अब विभागों के बंटवारे को लेकर बीजेपी में माथापच्ची चल रही है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इसको लेकर आज दिल्ली पहुंचे हैं. यहां पार्टी आलाकमान के साथ चर्चा के बाद विभागों का बंटवारा किया जाएगा. माना जा रहा है की सोमवार को विभाग बंटवारा हो जाएगा.
मंत्रिमंडल विस्तार में सिंधिया समर्थक विधायकों को बड़ी संख्या में मंत्री बनाए जाने के बाद अब अपने-अपने विधायकों को बड़े विभाग दिलाए जाने को लेकर खींचतान चल रही है. मंत्री पद छोड़कर बीजेपी के साथ आए सिंधिया समर्थक विधायक बड़े विभाग चाहते हैं. कमलनाथ सरकार में इमरती देवी के पास महिला एवं बाल विकास विभाग, प्रद्युम्न सिंह तोमर के पास खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, महेंद्र सिंह सिसोदिया के पास श्रम विभाग, डॉक्टर प्रभु राम चौधरी के पास स्कूल शिक्षा विभाग था.
वहीं स्वास्थ्य और राजस्व और परिवहन जैसे बड़े विभाग भी सिंधिया खेमे के पास ही थे, लिहाजा अब इस बात को लेकर मशक्कत चल रही है कि पूर्व की तरह शिवराज सरकार में भी सिंधिया समर्थक मंत्रियों के पास यह बड़े विभाग रखे जाएं. हालांकि परिवहन जैसा महकमा पूर्व की शिवराज सरकार में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री भूपेंद्र सिंह के पास था. बीजेपी के कई नेता बड़े विभाग दिए जाने को लेकर लगातार दबाव बना रहे हैं और दिल्ली के अपने संपर्कों के माध्यम से जोड़-तोड़ में जुटे हुए हैं.
यही वजह है कि अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आलाकमान की सहमति के बाद ही विभाग बंटवारे का फैसला किया है. पार्टी आलाकमान से आज इस पर चर्चा के बाद माना जा रहा है सोमवार को सूची जारी हो जाएगी.
उधर, विभाग बंटवारे को लेकर चल रही खींचतान पर कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा है. कांग्रेस प्रवक्ता अजय यादव ने कहा है कि मध्य प्रदेश में रिमोट कंट्रोल से संचालित कमजोर सरकार में 14 मंत्रियों का रिमोट सिंधिया के हाथ में और बाकी का बीजेपी के दूसरे नेताओं के हाथ में है. सभी अपने-अपने समर्थकों को मलाईदार विभाग के लिए दबाव बनाए हुए हैं. यही वजह है कि विभागों का बंटवारा नहीं हो पा रहा. अजय यादव का कहना है कि ये सरकार उपचुनाव के बाद गिर जाएगी.