इंदौर। अंधविश्वास की एक नई मिसाल इंदौर के राउ क्षेत्र में देखने को मिली. जहां मानसूनी बारिश के चक्कर में लोगों ने वैशाखनंदन यानी गधे का सहारा लिया. गधे को पहले सजाया गया, शमशान घाट ले जाया गया और फिर जलती चिता की परिक्रमा कराई गई.
ये कारनामा मिनी मुम्बई के नाम से मशहूर इंदौर में पेश आया. वैशाखनंदन को बाकायदा सजाया गया, फूलों का हार पहनाया गया. एक जुलूस के साथ गधे को पूरे इलाके में घुमाया गया. फिर इलाके के श्मशान घाट पर ले जाकर जलती चिता की उलटी परिक्रमा लगवाई गई. यहां के बाशिंदे मानते हैं कि इससे इंद्रदेव प्रसन्न होते हैं और अच्छी बारिश होती है.
इंद्रदेव ने देरी कर दीइंदौर में जून के 15 या 16 जून के आसपास अच्छी बारिश शुरू हो जाया करती थी. लेकिन इस बार सिलसिले में थोड़ा सा ब्रेक लगा. 30 जून तक भी इंदौर में बारिश की शुरुआत नहीं हुई है अतः उसी को देखते हुए रहवासियों ने अब टोटके करना शुरू कर दिया है. ऐसा लगभग हर साल ही रिवायतन लोग करते रहते हैं.कोरोना गाइड लाइन को रखा ताक परसरकार अकसर कहती है खतरा अभी टला नहीं. अभी तीसरी लहर को लेकर भी तमाम आशंकाएं हैं लेकिन लोगों को जुलूस निकालना था उन्होंने निकाला. सभी नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए. कोरोना महामारी को देखते हुए प्रशासन ने कई तरह की गाइडलाइन इंदौर शहर में अभी भी जारी की हुई है लेकिन अच्छी बारिश के चक्कर में लोगों ने नियमों को ताक पर रख दिया.