8 अक्टूबर को किए गए 12 डिप्टी कलेक्टरों के तबादले चुनाव आयोग की सख्ती के बाद निरस्त कर दिए गए हैं. कांग्रेस ने तबादलों की शिकायत चुनाव आयोग से की थी, जिसके बाद चुनाव आयोग ने ये फैसला लिया.
चुनावी सभा को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने खुले मंच से चौंकाने वाला बयान देते हुए कहा कि 'ज्योतिरादित्य सिंधिया से पहले रणवीर जाटव मेरे पास आए थे और कहा था कि कांग्रेस की सरकार नहीं रहनी चाहिए.
CM शिवराज सिंह चौहान ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि 'कांग्रेस आजकल बौरा सी रही है. मुझे समझ नहीं आ रहा कि कमलनाथ आज भी समझ नहीं पा रहें हैं कि दिग्विजय सिंह ने कैसे उनकी सरकार गिरवा दी'.
35 करोड़ रूपये लेने के आरोप को लेकर इमरती देवी पर ने कहा कि 'कमलनाथ ऐसा काम करते हैं इसलिए उन्हें ये सब पता रहता है. साथ ही कहा कि कमलनाथ सरकार के दौरान जो विधायक मंत्री नहीं बन पाए थे उन सभी विधायकों को कांग्रेस द्वारा हर महीना 5 लाख रूपये दिया जाता था'.
चुनावी सभा को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने खुले मंच से चौंकाने वाला बयान देते हुए कहा कि 'ज्योतिरादित्य सिंधिया से पहले रणवीर जाटव मेरे पास आए थे और कहा था कि कांग्रेस की सरकार नहीं रहनी चाहिए.
कांग्रेस के 'भूखे नंगे' वाले बयान को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पलटवार करते हुए कहा है कि कांग्रेस कभी भूखा नंगा कहती है, कभी नालायक कहती है, कांग्रेस यह निर्णय नहीं ले पा रही कि शिवराज सिंह चौहान कौन हैं.
चुनाव आयोग ने मध्यप्रदेश सरकार के निर्देश देते हुए उपचुनाव वाले जिलों में किए गए डिप्टी कलेक्टर्स के तबादलों पर रोक लगा दी है.
इंदौर जिले के महू में जिला प्रशासन की बड़ी कार्रवाई, शासकीय राशन का संग्रह करने वाले राशन मफिया मोहन अग्रवाल के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की गई थी, जिस पर अब फिर गुरुवार को प्रशासन की टीम ने महू मानपुर क्षेत्र के बिचोली गांव में कार्रवाई करते केरोसिन के अवैध संग्रह से हजारों लीटर केरोसिन जब्त की है.
सागर की सुरखी विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी गोविंद सिंह राजपूत के पक्ष में प्रभात झा प्रचार कर रहे हैं. जब प्रभात झा मंच से भाषण दे रहे थे, तभी एक बुजुर्ग महिला मंच पर चढ़ने की कोशिश करती है. लेकिन प्रभात झा उस बुजुर्ग महिला को देखकर भी अनदेखा कर देते हैं और अपना भाषण मंच से जारी रखते हैं. जिसका एक वीडियो वायरल हो रहा है.
भूखे-नंगे, चुन्नू-मुन्नु, जवानी-बुढ़ापा, काला कौआ, ये बयान मध्य प्रदेश के राजनेता सियासी समर में दे रहे हैं. जिससे प्रदेश में राजनीति की मर्यादा गिरती जा रही है. उपचुनाव के दौरान नेता राजनीतिक मर्यादाओं को लांघकर कुछ भी बोलने से गुरेज नहीं कर रहे.