शिवराज मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद भाजपा में भारी असंतोष के सुर सुनाई दे रहे हैं. जिन नेताओं और जिन इलाकों के बीजेपी कार्यकर्ताओं को उम्मीद थी कि उनके इलाके के नेता सरकार में मंत्री बनेंगे, लेकिन ज्यादातर लोगों को निराशा हासिल हुई है. प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में प्रदर्शन भी हो रहे हैं.
मंत्रिमंडल में 33 मंत्रियों को शामिल करने के बाद शिवसेना ने आज निर्वाचन आयोग से इसकी शिकायत की है. शिवसेना के पदाधिकारियों ने यह भी कहा कि, अगर निर्वाचन आयोग में इस मामले की जांच नहीं होती है, तो शिवसेना सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाएगी.
मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार के बाद अब विभागों के बंटवारे के लिए खींचतान शुरू हो गई है. जिसको लेकर आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दिल्ली जा रहे हैं. हालांकि सीएम शनिवार को ही दिल्ली जाने वाले थे, लेकिन किसी कारणवश इस यात्रा को टाल दिया गया.
कैबिनेट मंत्री ने साफ कर दिया है कि सरकार किसानों का कर्ज माफ नहीं करेगी, ये पिछली सरकार का वादा था और वो ही जाने.
मध्यप्रदेश में आज पेट्रोल और डीजल के दामों स्थिरता बनी रही. राजधानी भोपाल में आज पेट्रोल 88.12 रुपए प्रति लीटर और डीजल 80.02 रुपए प्रति लीटर है.
खरगोन जिले में किसान काले गेहूं की खेती कर आर्थिक तौर पर मजबूत हो रहे हैं. काला गेहूं स्वास्थ्यवर्धक होने के साथ किसान की आमदनी भी बढ़ा रहा है.
राजधानी भोपाल में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है, शनिवार देर रात आई मेडिकल रिपोर्ट में 61 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं. जबकि कोरोना से तीन लोगों की मौत भी हो गई. भोपाल में कोरोना मरीज बढ़ने से प्रशासन की परेशानियां बढ़ती जा रही है.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अधिकारियों के साथ कोरोना की समीक्षा बैठक की. मुख्यमंत्री ने सभी जिलों के कलेक्टर को किल कोरोना अभियान के तहत घर-घर जाकर सर्वे कर लोगों की जांच करने के निर्देश दिए हैं. बैठक में बताया गया कि कोरोना संक्रमण के मामले में मध्यप्रदेश अब 15वें नंबर पर पहुंच गया है.
प्रदेश की 24 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले राज्य में प्रशासनिक कसावट का दौर जारी है. एक बार फिर से राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के तबादले किए गए हैं. जिस की नई सूची सामान्य प्रशासन विभाग के द्वारा जारी कर दी गई है.
कांग्रेस ने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर इंदौर से बीजेपी के वरिष्ठ विधायक रमेश मेंदोला को मंत्री न बनाए जाने का कारण बताया है. कांग्रेस नेता का दावा है कि सिंधिया की वजह से मेंदोला का नाम मंत्रिमंडल की सूची में से हटा लिया गया.