भोपाल| मध्यप्रदेश में हुई आफत की बारिश का जख्म अभी भरा नहीं था कि महंगाई की मार भी अब लोगों पर पड़ने लगी है. पहले प्याज की कीमतों ने लोगों के आंसु निकलवाए और अब टमाटर के दाम आसमान छू रहे हैं. राजधानी भोपाल में इस वक्त अभी 50-60 रुपये किलो टमाटर के भाव हैं, जो आने वाले समय में और बढ़ सकते हैं.
बारिश की वजह से बर्बाद हुई फसलों का असर अब खानपान पर दिखाई दे रहा है. बाजारों में मिलने वाली हरी सब्जियां लगातर महंगी होने लगी हैं. एक तरफ जहां प्याज का भाव 80 रुपये किलों हो गया है तो वहीं टमाटर भी प्याज की राह पर चल पड़ा है. मंडी में टमाटरों की आवक कम होने के चलते दामों में इजाफा होना माना जा रहा है.
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बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश में ज्यादातर हिस्सों में बाढ़ की स्थिति निर्मित है. साथ ही खेतों में लगे टमाटर पूरी तरह से सड़ चुके हैं. कई जगह टमाटर से भरा ट्रक बाढ़ की स्थिति में राजधानी तक पहुंच ही नहीं पा रहा है. इसकी वजह से ना केवल टमाटर व्यापारियों का ही नहीं बल्कि छोटे दुकानदारों का भी भारी नुकसान हो रहा है.
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व्यापारियों को सता रहा इस बात का डर
टमाटर की खपत को पूरा करने के लिए व्यापारियों के द्वारा दूसरे राज्यों से टमाटर आयात किया जाता है, लेकिन दूसरे राज्यों में भी लगातार हो रही बारिश का असर हरी सब्जियों को महंगा करता जा रहा है. ऐसी स्थिति में लोगों का बजट भी लगातार बिगड़ रहा है. वहीं व्यापारी भी इतनी महंगी सब्जी बाजार में लाने से डर रहा है, क्योंकि ग्राहक महंगे दामों को देखते हुए अब कम संख्या में आ रहे हैं. ऐसी स्थिति में टमाटर के खराब होने का डर भी व्यापारियों को सता रहा है.
एक महीने तक मंहगे मिल सकते हैं टमाटर
व्यापारियों का दावा है कि टमाटर की सही फसल आने में अभी एक महीने से ज्यादा का समय लग जाएगा. ऐसी स्थिति में अन्य राज्यों पर ही हमें निर्भर रहना पड़ेगा. फिलहाल मध्यप्रदेश में नागपुर, पुणे और औरंगाबाद से टमाटर मंगाया जा रहा है. इससे पहले केरल और कर्नाटक से टमाटर की सप्लाई होती थी, लेकिन वहां पर भी बाढ़ आने की वजह से टमाटर की फसल नहीं आ रही है. इसी वजह से दामों में इजाफा हुआ है.