भोपाल। राजधानी भोपाल में सोमवार को सड़क सुरक्षा को लेकर राष्ट्रीय स्तर के सेमिनार का शुभारंभ किया गया. इस आयोजन में सड़क दुर्घटना के समय होने वाली मृत्यु और गंभीर चोटों को खत्म करने के लिए इस समिट का आयोजन किया गया है. दुर्घटनाओं को रोकने के लिए देशभर से एक्सपर्ट की टीमें भाग लेने के लिए भोपाल आई हुई हैं. इसके अलावा नीति निर्माताओं और चिकित्सकों के साथ आवश्यक रणनीति बनाने के लिए इस समिट का आयोजन किया गया है. इस समिट का शुभारंभ एमपी के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने किया. इस पूरे समिट की अध्यक्षता मैनिट के प्रोफेसर और डीन डॉ. मनमोहन करेंगे. 3 दिन तक चलने वाली इस समिट में दुर्घटनाओं को रोकने और उनसे निपटने के लिए रणनीति तैयार की जाएगी.
बाहर से शोधकर्ता यहां पहुंचे: इसमें इंजीनियरिंग लैंड यूज प्लानिंग, ड्राइवर साइकोलॉजी एंड एजुकेशन सेफ्टी, मैनेजमेंट हेल्थ केयर एवं ट्रामा फैसिलिटी व्हीकल टेक्नोलॉजी जैसे विषयों पर काम करने वाले शोधकर्ताओं के 50 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए जाएंगे. इसमें सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में काम करने वाले पुलिस परिवहन सड़क निर्माण एजेंसियां शिक्षा एवं स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अधिकारी व कर्मचारी शामिल होंगे. समिट में भारतीय विज्ञान संस्थान बैंगलुरू, केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान नई दिल्ली, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी), अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) एवं स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (एसपीए) जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में काम करने वाले प्रोफेसर अनुसंधानकर्ता, विद्वान, चिकित्सक, नीति-निर्माता और प्रशासकों की भी भागीदारी रहेगी. इसमें सेव लाइफ फाउंडेशन, राहगीरी फाउंडेशन एवं ट्रांसपोर्टेशन रिसर्च ग्रुप (टीआरजी) इंडिया जैसे सड़क सुरक्षा क्षेत्र में काम करने वाले विभिन्न प्रतिष्ठित गैर सरकारी संगठनों की भी मौजूदगी रहेगी.
समिट में दिए जाएंगे सुझाव: उद्घाटन कार्यक्रम में पहुंचे गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि "मध्यप्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं में जान जाने वालों की संख्या ज्यादा है इसलिए इस समिट का आयोजन मध्यप्रदेश में किया गया है. इस लघु भारत में पूरे देश से लोग आए हुए हैं. इस मंथन से अमृत जरूर निकलेगा. सड़क दुर्घटना पर नियंत्रण होगा. इसके निष्कर्ष पर हम आएंगे". सड़क हादसों को रोकने के लिए उन्होंने कहा कि "नशे में वाहन चलाने वाले, मोबाइल पर बात करने वालों के खिलाफ और वाहनों में स्पीड ब्रेक लगाने जैसे कई सुझाव मेरे द्वारा दिए गए हैं."