भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के एक दिवसीय सत्र में विधायक जयवर्धन सिंह के सवाल के जवाब में सरकार द्वारा यह स्वीकार किए जाने पर कि कमलनाथ सरकार ने 26 लाख 95 हजार किसानों का करीब साढ़े ग्यारह हजार करोड़ का कर्जा माफ किया है उसके बाद कांग्रेस शिवराज सरकार पर हमलावर हो गई है. क्योंकि मध्यप्रदेश में बीजेपी सरकार बनने के बाद लगातार शिवराज सिंह और भाजपा कमलनाथ सरकार पर कर्ज माफी ना करने का आरोप लगा रही थी. कांग्रेस ने मांग की है कि अब शिवराज सिंह को झूठ बोलने के लिए जनता से माफी मांगना चाहिए और यह बताना चाहिए कि कमलनाथ सरकार की बाकी बची कर्ज माफी कब करेंगे.
मप्र कांग्रेस कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव ने कहा है कि प्रदेश की 8 करोड़ जनता की किस तरह मध्यप्रदेश में अनैतिक संसाधनों से बहुमत बनाकर बनी सरकार पहले दिन से ही किसान फसल ऋण माफी योजना को लेकर जनता से झूठ बोल रही है. पहले कहा गया कि कोई कर्ज भी माफ नहीं किया गया है, फिर कहा गया कि दो लाख तक का माफ नहीं किया है, फिर कहा गया दो रुपए और चार रुपए का कर्जा माफ किया है, फिर बोले 10 दिन में नहीं किया गया है. बीजेपी लगातार झूठ बोलते-बोलते जनता को गुमराह करने की सरकार कोशिश करती रही, लेकिन सच तो किसान जानते थे. कमलनाथ बार-बार इसलिए कहते थे कि उन्हें भाजपा से सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है, जनता के सर्टिफिकेट की जरूरत है. प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल घोषणा करते रहे कि कमलनाथ सरकार ने किसानों के साथ धोखा किया है और झूठे ऋण माफी प्रमाण पत्र बांटे हैं उन्होंने तो पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का ऐलान किया था.
भाजपा के झूठ के खिलाफ जब कमलनाथ ने ग्वालियर की सभा में शंखनाद किया और शिवराज सिंह को खुली चुनौती दी कि एक मंच पर आकर शिवराज सिंह अपनी 15 साल की सरकार का हिसाब दें और मैं 15 महीने की सरकार का एक-एक दिन का हिसाब देने के लिए तैयार हूं. इस चुनौती के बाद फिर से शिवराज सिंह ने आगर और सुवासरा की सभा में नियमित झूठ को दोहराया. सभी जानते हैं कि सत्य कभी पराजित नहीं होता है, सत्य की हमेशा जीत होती है. सचिन यादव ने कहा आपकी मध्यप्रदेश की विधानसभा के ताजा सत्र में किसान कल्याण मंत्री जो एफआईआर कराने का दम भरते थे उन्होंने खुद विधानसभा के पटल पर स्वीकार किया है कि कमलनाथ की सरकार ने प्रथम चरण में 20 लाख 23 हजार 836 किसानों का 7108 करोड़ का कर्जा माफ किया है. दूसरे चरण में 6 लाख 72 हजार 245 किसानों का 4538 करोड़ माफ करने की स्वीकृति दी गई एवं 5 लाख 90 हजार 848 किसानों का 7492 करोड़ स्वीकृति हेतु से अब भाजपा सरकार ने आधिकारिक रूप से कर्ज माफी को स्वीकार कर लिया है.
पूर्व मंत्री ने कहा कि भाजपा के लोग कितने झूठे और राजनीति में झूठ के माध्यम से जनता में भ्रम फैलाने की कुटिल राजनीति करते हैं. विधानसभा के पटल पर रखी गई यह जानकारी इस बात का गवाह है कि विगत 6 महीने में झूठ बोला गया है. उन्होंने कहा कि आपको विदित होगा कि भाजपा के 15 साल के शासन में 18 हजार किसानों ने आत्महत्या की थी. किसानों की छाती पर गोलियां दागी गई, कांग्रेस फिर प्रदेश के किसानों को आश्वस्त करती है कि सरकार में वापस आते ही शेष किसानों के कर्ज मांफ कर दिए जाएंगे. किसानों के खिलाफ आ रहे अध्यादेशों को प्रदेश में बिना किसानों की सहमति लागू नहीं करने देंगे. प्रदेश की सैकड़ों साल पुरानी जमीदारी की जकड़न हम नहीं आने देंगे. हमारी शिवराज सरकार से मांग है कि शेष किसानों का ऋण सरकार माफ करे और समय सीमा भी बताएं.