भोपाल। केंद्र सरकार की जारी की गई नई शिक्षा नीति को अब प्रदेश में बेहतर तरीके से लागू करने के लिए उच्च शिक्षा विभाग ने कवायद शुरू कर दी है. नई शिक्षा नीति 2020 के विभिन्न पहलुओं को प्रभावी तौर पर लागू करने और उच्च शिक्षा विभाग में गुणवत्ता विकास के लिए सुझाव एवं मार्गदर्शन के लिए टास्क फोर्स का गठन किया गया है.
इस टास्क फोर्स के अध्यक्ष उच्च शिक्षा मंत्री को बनाया गया है, इसके अलावा उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव सदस्य और उच्च शिक्षा विभाग के आयुक्त संचालक को सदस्य बनाया गया है. इस आदेश को उच्च शिक्षा विभाग के अपर आयुक्त चंद्रशेखर ने जारी किया है.
इस टास्क फोर्स में प्रदेश भर के वरिष्ठ लोगों को शामिल किया गया है जिनके नाम है, फीस नियामक आयोग के अध्यक्ष आरसी कान्हरे , कृषि विश्वविद्यालय खंडवा के पूर्व प्राध्यापक प्रकाश शास्त्री, जबलपुर के पूर्व कुलपति एनडीएन वाजपेयी, आईएएस अधिकारी एसएन सिंह चौहान, जागरण लेकसिटी यूनिवर्सिटी के कुलपति अनूप स्वरूप, स्टेट लॉ कॉलेज के विश्वास चौहान, जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर के पूर्व कुलपति डीसी तिवारी, जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर के आचार्य उमेश होलानी, रीवा जिले के कृषि महाविद्यालय के रघुराज तिवारी, चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय सतना के भरत मिश्रा, एसकेएस विश्वविद्यालय सतना के हर्षवर्धन श्रीवास्तव, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर के कुलपति कपिल देव मिश्रा, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर के अलकेश चतुर्वेदी, रविशंकर गौर विश्वविद्यालय सागर की ऋतु यादव, अर्थशास्त्र अध्ययन शाला विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के प्राध्यापक एसएन मिश्रा, विधि शासकीय विधी महाविद्यालय उज्जैन के प्राचार्य एसएन शर्मा, वाणिज्य एकेडमी उज्जैन के निर्देशक वरुण गुप्ता, आरजीपीवी उज्जैन के पूर्व रजिस्टर एस के जैन, एलएनसीटी भोपाल के सचिन तिवारी, रविंद्र नाथ टैगोर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति अशोक ग्वाल, विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के पूर्व प्रोफेसर गोपाल शर्मा, संस्कृति मंत्रालय के पूर्व निर्देशक रामजी तिवारी,भारतीय शिक्षा मंडल ग्वालियर के राष्ट्रीय महामंत्री उमाशंकर पचौरी को शामिल किया गया है.