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कोरना वायरस: मेनिट के छात्रों का आंदोलन जारी, अब हॉस्टल नंबर 1 को भी खाली करने का मिला नोटिस - मेनिट

मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (मेनिट) के हॉस्टल को कोविड केअर सेंटर बनाने के विरोध में छात्र लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं, इसी बीच छात्रों को हॉस्टल नंबर 1 को भी खाली करने के निर्देश दे दिए गए हैं.

Manit Hostel
मेनिट हॉस्टल
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Published : Jun 12, 2020, 4:49 PM IST

Updated : Jun 12, 2020, 5:09 PM IST

भोपाल। राजधानी भोपाल में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन ने मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (मेनिट) के हॉस्टल को कोविड केअर सेंटर बना दिया है. जिसका विरोध जारी है. छात्रों द्वारा इसके लिए लगातार प्रोटेस्ट किया जा रहा है. इसी बीच छात्रों को हॉस्टल नंबर 1 को भी खाली करने के निर्देश दे दिए गए हैं, मेनिट का हॉस्टल नंबर 11 पहले ही क्वारंटाइन सेंटर बना दिया गया है, जिसमें 300 रूम हैं.

अब हॉस्टल नंबर 1 को भी खाली करने का मिला नोटिस


मेनिट के हॉस्टलों को बनाया जा रहा क्वारंटाइन सेंटर

मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के हॉस्टलों को जिला प्रशासन कोविड केयर सेंटर बनाने पर तुला है, जबकि राजधानी भोपाल में कई बड़े-बड़े संस्थान हैं, बिल्डिंग्स हैं, होटल्स हैं, बावजूद इसके छात्रों के हॉस्टल को क्वारंटाइन सेंटर बनाया जा रहा है. जिसके विरोध में मेनिट के छात्र सोशल मीडिया पर विरोध जता रहे हैं. छात्रों द्वारा अनोखे तरीके से प्रदर्शन भी किए जा रहे हैं. छात्र शांतिपूर्ण तरीके से पेड़ पौधे लगाकर सरकार तक अपनी मांग पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन छात्रों की हर कोशिशें नाकाम नजर आ रही हैं. सरकार ने एक बार फिर मेनिट के हॉस्टल नंबर 1 को क्वारंटाइन सेंटर के लिए चिन्हित किया है, जल्द से जल्द हॉस्टल खाली करने के आदेश दे दिए हैं.

छात्र कर रहे विरोध

छात्रों की समस्या ये है कि लॉकडाउन के चलते वे अपने घरों में हैं, हॉस्टल से 700 किलोमीटर दूर बच्चे अपने गृह क्षेत्र में हैं. ऐसे में इन छात्रों का सामान हॉस्टल में ही रखा है. जिस तरह हॉस्टल नंबर 11 के 300 रूम का ताला तोड़कर क्वारंटाइन सेंटर बना दिया गया, उसी तरह हॉस्टल नंबर 1 को भी क्वारंटाइन सेंटर बनाने की तैयारी की जा रही है. इस हॉस्टल में भी 200 से अधिक रूम हैं.
छात्र चला रहे कैंपेन
खास बात ये है कि जिला प्रशासन ने मेनिट के हॉस्टल को क्वारंटाइन सेंटर बनाने के लिए इस बात का हवाला दिया था कि इन हॉस्टल में अटैच्ड लेट बात है, जो कोरोना संक्रमित व्यक्तियों को रखने के लिए सबसे सेफ जगह है, लेकिन छात्रों का कहना है कि मैनिट के एक भी हॉस्टल में अटैच्ड लेटबाथ नहीं है, फिर क्यों मेनिट के हॉस्टल को क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया. छात्रों का विरोध जारी है. छात्र सोशल मीडिया पर कैंपेन चला रहे हैं, साथ ही हर दिन ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधे लगाकर सोशल मीडिया पर तस्वीरें शेयर कर सरकार से मेनिट को क्वारंटाइन सेंटर से हटाने की मांग कर रहे हैं.

नोटिस मिलने के बाद छात्रों की नाराजगी और ज्यादा बढ़ गई
छात्रों की सबसे बड़ी समस्या ये है कि 3 महीने के लॉकडाउन के बाद अब जब सरकार ने अनलॉक वन किया है, ऐसे में फाइनल ईयर के छात्रों की परीक्षाएं भी हो रही हैं. इन स्थिति में छात्र कहां रहेंगे, अब उनकी क्या व्यवस्था की जाएगी. ये भी कॉलेज प्रशासन ने छात्रों को नहीं बताया. छात्रों का कहना है कि हॉस्टल क्वारंटाइन सेंटर लंबे समय तक बना रहेगा. ऐसे में छात्र कहां रहेंगे, उनकी पढ़ाई कब शुरू होगी. आखिर हर चीज का भुगतान छात्र ही क्यों करें, जबकि मेनिट इतना बड़ा कैंपस है कि क्वारंटाइन सेंटर बनाने के लिए कोई भी जगह छोटी नहीं थी. अब अगला नोटिस मिलने के बाद छात्रों की नाराजगी और ज्यादा बढ़ गई है. हालांकि छात्रों की समस्या को देखते हुए जिला प्रशासन और कॉलेज प्रशासन आगे क्या कदम उठाता है, ये देखने वाली बात होगी.

भोपाल। राजधानी भोपाल में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन ने मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (मेनिट) के हॉस्टल को कोविड केअर सेंटर बना दिया है. जिसका विरोध जारी है. छात्रों द्वारा इसके लिए लगातार प्रोटेस्ट किया जा रहा है. इसी बीच छात्रों को हॉस्टल नंबर 1 को भी खाली करने के निर्देश दे दिए गए हैं, मेनिट का हॉस्टल नंबर 11 पहले ही क्वारंटाइन सेंटर बना दिया गया है, जिसमें 300 रूम हैं.

अब हॉस्टल नंबर 1 को भी खाली करने का मिला नोटिस


मेनिट के हॉस्टलों को बनाया जा रहा क्वारंटाइन सेंटर

मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के हॉस्टलों को जिला प्रशासन कोविड केयर सेंटर बनाने पर तुला है, जबकि राजधानी भोपाल में कई बड़े-बड़े संस्थान हैं, बिल्डिंग्स हैं, होटल्स हैं, बावजूद इसके छात्रों के हॉस्टल को क्वारंटाइन सेंटर बनाया जा रहा है. जिसके विरोध में मेनिट के छात्र सोशल मीडिया पर विरोध जता रहे हैं. छात्रों द्वारा अनोखे तरीके से प्रदर्शन भी किए जा रहे हैं. छात्र शांतिपूर्ण तरीके से पेड़ पौधे लगाकर सरकार तक अपनी मांग पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन छात्रों की हर कोशिशें नाकाम नजर आ रही हैं. सरकार ने एक बार फिर मेनिट के हॉस्टल नंबर 1 को क्वारंटाइन सेंटर के लिए चिन्हित किया है, जल्द से जल्द हॉस्टल खाली करने के आदेश दे दिए हैं.

छात्र कर रहे विरोध

छात्रों की समस्या ये है कि लॉकडाउन के चलते वे अपने घरों में हैं, हॉस्टल से 700 किलोमीटर दूर बच्चे अपने गृह क्षेत्र में हैं. ऐसे में इन छात्रों का सामान हॉस्टल में ही रखा है. जिस तरह हॉस्टल नंबर 11 के 300 रूम का ताला तोड़कर क्वारंटाइन सेंटर बना दिया गया, उसी तरह हॉस्टल नंबर 1 को भी क्वारंटाइन सेंटर बनाने की तैयारी की जा रही है. इस हॉस्टल में भी 200 से अधिक रूम हैं.
छात्र चला रहे कैंपेन
खास बात ये है कि जिला प्रशासन ने मेनिट के हॉस्टल को क्वारंटाइन सेंटर बनाने के लिए इस बात का हवाला दिया था कि इन हॉस्टल में अटैच्ड लेट बात है, जो कोरोना संक्रमित व्यक्तियों को रखने के लिए सबसे सेफ जगह है, लेकिन छात्रों का कहना है कि मैनिट के एक भी हॉस्टल में अटैच्ड लेटबाथ नहीं है, फिर क्यों मेनिट के हॉस्टल को क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया. छात्रों का विरोध जारी है. छात्र सोशल मीडिया पर कैंपेन चला रहे हैं, साथ ही हर दिन ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधे लगाकर सोशल मीडिया पर तस्वीरें शेयर कर सरकार से मेनिट को क्वारंटाइन सेंटर से हटाने की मांग कर रहे हैं.

नोटिस मिलने के बाद छात्रों की नाराजगी और ज्यादा बढ़ गई
छात्रों की सबसे बड़ी समस्या ये है कि 3 महीने के लॉकडाउन के बाद अब जब सरकार ने अनलॉक वन किया है, ऐसे में फाइनल ईयर के छात्रों की परीक्षाएं भी हो रही हैं. इन स्थिति में छात्र कहां रहेंगे, अब उनकी क्या व्यवस्था की जाएगी. ये भी कॉलेज प्रशासन ने छात्रों को नहीं बताया. छात्रों का कहना है कि हॉस्टल क्वारंटाइन सेंटर लंबे समय तक बना रहेगा. ऐसे में छात्र कहां रहेंगे, उनकी पढ़ाई कब शुरू होगी. आखिर हर चीज का भुगतान छात्र ही क्यों करें, जबकि मेनिट इतना बड़ा कैंपस है कि क्वारंटाइन सेंटर बनाने के लिए कोई भी जगह छोटी नहीं थी. अब अगला नोटिस मिलने के बाद छात्रों की नाराजगी और ज्यादा बढ़ गई है. हालांकि छात्रों की समस्या को देखते हुए जिला प्रशासन और कॉलेज प्रशासन आगे क्या कदम उठाता है, ये देखने वाली बात होगी.

Last Updated : Jun 12, 2020, 5:09 PM IST
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