भोपाल। मध्यप्रदेश में स्वास्थ्यकर्मियों और पुलिसवालों पर हमला करने की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं. पहले इंदौर, फिर भोपाल, देवास और अब श्योपुर में स्वास्थ्य और पुलिस टीम पर हमला किया गया है. इन घटनाओं को देखते हुए गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने साफ कर दिया है कि अब प्रदेश में अगर किसी भी विकृत मानसिकता के व्यक्ति की तरफ डॉक्टर या पुलिस पर दुर्भावना करने की कोशिश की गई तो उसे सख्त कार्रवाई के लिए तैयार रहना होगा.
मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस का प्रकोप बढता ही जा रहा है. इस संक्रमण से लड़ने के लिए स्वास्थ्य और पुलिस विभाग के कर्मचारी लगातार मैदान में डटे हुए हैं. लेकिन प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में हुई कुछ घटनाओं ने पूरे प्रदेश का सिर शर्म से झुका दिया है. जहां लोगों की जान बचाने वाले डॉक्टर्स और सुरक्षा में जुटे पुलिसकर्मियों पर बेवजह हमला किया जा रहा है.
हालांकि सरकार ने इस तरह चिकित्सकों और पुलिस जवानों पर हमला करने वालो के खिलाफ राष्ट्रिय सुरक्षा कानून की धाराओं के तहत कार्रवाई की है.मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने तीखे शब्दों में प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि, अगर अब प्रदेश में कहीं भी डाक्टरों, पुलिस या सफाईकर्मियों के जवानों पर हमला होता है तो उस विकृत मानसिकता के व्यक्ति को रासुका के साथ ही सख्त कार्रवाई के लिए तैयार रहना होगा.
कब कहां हुआ हमला
- 1 अप्रैल को इंदौर के टाटपट्टी बाखल इलाके में कोरोना स्क्रीनिंग करने गयी स्वास्थ्य कर्मियों की टीम पर हमला हुआ था. जिसके बाद देशभर में घटना का विरोध हुआ था. कलेक्टर ने बाद में आरोपियों पर रासुका लगाकर उन्हें जेल भेज दिया था.
- भोपाल में भी 6 अप्रैल की रात को तलैया थाना क्षेत्र में हिस्ट्रीशीटर शाहिद कबूतर और उसके साथियों ने पांच पुलिस जवानों पर हमला किया था. जिसमें दो जवानों को गंभीर चोटें आई थी. अगले दिन शाहिद कबूतर, उसके साथी मोहसिन कचौड़ी सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था.
- 7 अप्रैल को इंदौर के चन्दन नगर इलाके में पुलिसकर्मी पर हमला हुआ था.कुछ लोग घरों के बाहर भीड़ लगाकर जमा थे. जब पुलिसकर्मी इनको समझाने के लिए पहुंचा तो उन लोगों ने उन पर ही हमला कर दिया. इस मामले में भी पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की है.
- 17 अप्रैल को देवास जिले में दो सफाई कर्मचारियों पर हमला किया गया था. मामले में एक मौलाना के अलावा एक व्यक्ति और उसके दो बेटों सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया था. उनमें से एक आरोपी पर रासुका के तहत कार्रवाई की गई.
- 21 अप्रैल को श्योपुर जिले के गसवानी गांव में कोरोना संदिग्ध के स्क्रीनिंग के लिए गए डॉक्टरों और पुलिस टीम पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया जिसमें एक पुलिसकर्मी घायल हो गया.