भोपाल। मध्यप्रदेश एसटीएफ ने नकली दूध और नकली मावा बनाने वालों पर शिकंजा कसा है. भिंड, मुरैना और ग्वालियर में छापेमार कार्रवाई करते हुए एसटीएफ ने मौके से 57 लोगों को गिरफ्तार किया है. खाद्य विभाग की टीम के द्वारा ग्वालियर, भिंड और मुरैना इलाके में कई जगह छापेमार कार्रवाई की गई.
मौके से हजारों लीटर सिंथेटिक दूध और केमिकल से बना हुआ मावा पकड़ा गया है. स्पेशल टास्क फोर्स एसपी राजेश भदौरिया ने बताया कि कार्रवाई के लिए एसटीएफ ने 20 टीमें गठित की थीं. सभी टीमों ने एक वक्त पर अलग-अलग जगह छापा मारा. भदौरिया ने बताया कि जो केमिकल दूध में मिलाया जा रहा है, वो मानव शरीर के लिए हानिकारक है, इस तरह के केमिकल से कई तरह की बीमारियां होती हैं.
नकली दूध को एमपी के बाहर उत्तरप्रदेश और दिल्ली में सप्लाई किया जा रहा था. ये नकली दूध कई कंपनियों के लिए भी सप्लाई किया जा रहा था. कंपनियों में चेकिंग करने वाले लोगों से मिलीभगत के चलते दूध को सही बताकर पास कर दिया जाता था. जिन कंपनियों के नाम सामने आए हैं, उनसे भी पूछताछ की जाएगी.
मुरैना के वन खंडेश्वरी डेयरी से 12 हजार लीटर सिंथेटिक दूध और 2500 लीटर कच्चा सिंथेटिक दूध मिला है. सिंथेटिक दूध फैक्ट्री के संचालक देवेंद्र गुर्जर, जय वीर गुर्जर, राम नरेश गुर्जर और दिनेश शर्मा नकली दूध बना रहे थे.
इन फैक्ट्रियों से इतना माल बरामद
भिंड की गिर्राज फूड सप्लायर से भी 500-500 लीटर के 3 दूध टैंकर पकड़े गए हैं. इनसे 1100 लीटर सिंथेटिक दूध जब्त किया गया है. मौके से 7 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. इस फैक्ट्री का संचालक संतोष सिंह है.
भिंड के लहार स्थित गोपाल आइस फैक्ट्री और चिलिंग सेंटर से 2 हजार लीटर सिंथेटिक दूध, 1000 किलो सिंथेटिक मावा और 1500 किलो सिंथेटिक पनीर पकड़ा गया है. फैक्ट्री से मौके पर मौजूद 30 लोगों को हिरासत में लिया गया है. इस फैक्ट्री का संचालक राजीव गुप्ता है.
मुरैना की अग्रवाल लैबोरेट्री और सप्लायर से भी रिफाइंड ऑयल 503, सोयाबीन ऑयल, रेजी शैंपू 200 बोतल और अन्य केमिकल जब्त किए गए हैं.
भिंड के नवीन सप्लायर सेंटर में 25 किलो की 91 बोरी ग्लूकोज़ (माल्टो डेक्सटीन पाउडर), 100 बोतल रेजी शैंपू और 1000 लीटर रिफाइंड ऑयल जब्त किया गया है. 20 टैंकर और 11 पिकअप सिंथेटिक दूध से लोडेड वाहन भी जब्त किए गए हैं.