भोपाल। आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए उद्धव दास मेहता स्मृति न्यास ने भोपाल के नर्मदा भवन में राज्य स्तरीय धनवंतरि जयंती समारोह पर सम्मान समारोह आयोजित किया. इस दौरान प्रदेश के 18 शीर्ष आयुर्वेद चिकित्सकों को शाल, श्रीफल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया. इस सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा, प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री उमाशंकर गुप्ता और सुरेश शांडिल्य महाराज मौजूद रहे.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जनसंपर्क मंत्री ने कहा कि आयुर्वेद भारत का सबसे पुराना उपचार करने का सरल माध्यम रहा है. आयुर्वेद से कई असाध्य बीमारियों का इलाज आज भी संभव है. युवाओं को आयुर्वेद का सही ज्ञान देने की जरूरत है, जिसके लिए इसी तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाना चाहिए और उन्हें आयुर्वेद के बारे में जानकारी दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रचार-प्रसार के माध्यम से ही अपने देश की चिकित्सा पद्धति को विश्व के लोगों तक पहुंचाया जा सकता हैं.
कार्यक्रम के आयोजक सुरेश शांडिल्य महाराज ने कहा कि 'आहार विहार से मनुष्य पूर्ण रूप से स्वस्थ रह सकता है. आयुर्वेद में इन सभी चीजों का उल्लेख किया गया है क्योंकि ज्यादातर बीमारी हमारे खान-पान से होती है और यदि आयुर्वेद का इस्तेमाल दैनिक जीवन में किया जाए, तो बीमारी मनुष्य के शरीर को छू भी नहीं सकती है'.