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आयुर्वेद से ही संभव है असाध्य रोगों का इलाज- जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा - Public Relations Minister news

आयुर्देव को बढ़ावा देने के लिए उद्धव दास मेहता स्मृति न्यास ने भोपाल के नर्मदा भवन में राज्य स्तरीय धनवंतरि जयंती समारोह पर सम्मान समारोह आयोजिन किया. इस कार्यक्रम में जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे.

सम्मान समारोह में जनसंपर्क मंत्री
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Published : Oct 22, 2019, 1:16 PM IST

भोपाल। आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए उद्धव दास मेहता स्मृति न्यास ने भोपाल के नर्मदा भवन में राज्य स्तरीय धनवंतरि जयंती समारोह पर सम्मान समारोह आयोजित किया. इस दौरान प्रदेश के 18 शीर्ष आयुर्वेद चिकित्सकों को शाल, श्रीफल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया. इस सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा, प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री उमाशंकर गुप्ता और सुरेश शांडिल्य महाराज मौजूद रहे.

सम्मान समारोह में जनसंपर्क मंत्री

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जनसंपर्क मंत्री ने कहा कि आयुर्वेद भारत का सबसे पुराना उपचार करने का सरल माध्यम रहा है. आयुर्वेद से कई असाध्य बीमारियों का इलाज आज भी संभव है. युवाओं को आयुर्वेद का सही ज्ञान देने की जरूरत है, जिसके लिए इसी तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाना चाहिए और उन्हें आयुर्वेद के बारे में जानकारी दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रचार-प्रसार के माध्यम से ही अपने देश की चिकित्सा पद्धति को विश्व के लोगों तक पहुंचाया जा सकता हैं.

कार्यक्रम के आयोजक सुरेश शांडिल्य महाराज ने कहा कि 'आहार विहार से मनुष्य पूर्ण रूप से स्वस्थ रह सकता है. आयुर्वेद में इन सभी चीजों का उल्लेख किया गया है क्योंकि ज्यादातर बीमारी हमारे खान-पान से होती है और यदि आयुर्वेद का इस्तेमाल दैनिक जीवन में किया जाए, तो बीमारी मनुष्य के शरीर को छू भी नहीं सकती है'.

भोपाल। आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए उद्धव दास मेहता स्मृति न्यास ने भोपाल के नर्मदा भवन में राज्य स्तरीय धनवंतरि जयंती समारोह पर सम्मान समारोह आयोजित किया. इस दौरान प्रदेश के 18 शीर्ष आयुर्वेद चिकित्सकों को शाल, श्रीफल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया. इस सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा, प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री उमाशंकर गुप्ता और सुरेश शांडिल्य महाराज मौजूद रहे.

सम्मान समारोह में जनसंपर्क मंत्री

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जनसंपर्क मंत्री ने कहा कि आयुर्वेद भारत का सबसे पुराना उपचार करने का सरल माध्यम रहा है. आयुर्वेद से कई असाध्य बीमारियों का इलाज आज भी संभव है. युवाओं को आयुर्वेद का सही ज्ञान देने की जरूरत है, जिसके लिए इसी तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाना चाहिए और उन्हें आयुर्वेद के बारे में जानकारी दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रचार-प्रसार के माध्यम से ही अपने देश की चिकित्सा पद्धति को विश्व के लोगों तक पहुंचाया जा सकता हैं.

कार्यक्रम के आयोजक सुरेश शांडिल्य महाराज ने कहा कि 'आहार विहार से मनुष्य पूर्ण रूप से स्वस्थ रह सकता है. आयुर्वेद में इन सभी चीजों का उल्लेख किया गया है क्योंकि ज्यादातर बीमारी हमारे खान-पान से होती है और यदि आयुर्वेद का इस्तेमाल दैनिक जीवन में किया जाए, तो बीमारी मनुष्य के शरीर को छू भी नहीं सकती है'.

Intro:कई असाध्य रोगों का इलाज केवल आयुर्वेद में= जनसंपर्क मंत्री

भोपाल । भारत की प्राचीन धरोहरों में गिना जाने वाला आयुर्वेद आज विदेशों में भी अपनी खासी पहचान बना चुका है देश में आयुर्वेद को प्रमोट करने के लिए कई तरह के कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं दुनिया के बदलते परिवेश में कई तरह की पद्धतियों के माध्यम से आज कई बीमारियों का इलाज संभव है लेकिन आयुर्वेद हजारों वर्षों से आज भी बीमारियों के लिए कारगर इलाज साबित होता है आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए उद्धव दास मेहता स्मृति न्यास द्वारा राजधानी के नर्मदा भवन में राज्य स्तरीय धन्वंतरि जयंती समारोह के अवसर पर सम्मान समारोह आयोजित किया गया इस सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री पी सी शर्मा प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री उमाशंकर गुप्ता एवं सुरेश शांडिल्य महाराज मौजूद रहेBody:कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि आयुर्वेद भारत का सबसे पुराना उपचार करने का सरल माध्यम रहा है आयुर्वेद से कई असाध्य बीमारियों का इलाज आज भी संभव है कई हजारों वर्षों से देश में केवल आयुर्वेद से ही इलाज किया जाता रहा है आयुर्वेद को ना केवल आज देश में बल्कि विदेशों में भी सराहा जाता है दुनिया में आज कई तरह की दवाइयां मौजूद है एलोपैथिक होम्योपैथी लेकिन इसके बावजूद भी आयुर्वेद पर लोगों का विश्वास आज भी कायम है देश में कई बड़ी हस्तियों ने हमेशा ही आयुर्वेद पर ही विश्वास किया है आज के युवाओं को आयुर्वेद का सही ढंग से ज्ञान नहीं है जरूरत है कि इसी तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएं और उन्हें आयुर्वेद के बारे में जानकारी दी जाए क्योंकि प्रचार-प्रसार ही एक सरल माध्यम है जिससे आप अपने देश की चिकित्सा पद्धति को जन जन तक पहुंचा सकते हैंConclusion:कार्यक्रम के आयोजक सुरेश शांडिल्य महाराज ने कहा कि आहार विहार से मनुष्य पूर्ण रूप से स्वस्थ रह सकता है आयुर्वेद में इन सभी चीजों का उल्लेख किया गया है क्योंकि ज्यादातर बीमारी हमारे खान-पान से होती है और यदि आयुर्वेद का इस्तेमाल दैनिक जीवन में किया जाए तो बीमारी मनुष्य के शरीर को छू भी नहीं सकती है आने वाला समय आयुर्वेद का ही है आयुर्वेद नई पीढ़ी को ही संभालना है लेकिन उसके लिए जरूरी है कि आयुर्वेद का सही ढंग से प्रचार प्रसार किया जाए क्योंकि आज की युवा पीढ़ी आयुर्वेद के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं रखती है



सम्मान समारोह के दौरान प्रदेश के 18 शीर्ष आयुर्वेद चिकित्सकों को शाल श्रीफल प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया
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