ETV Bharat / state

भारत भवन में शुरू हुआ गायन पर्व, देशभर के नामी कलाकारों की होंगी प्रस्तुतियां

भारत भवन में अंतरंग सभागार में 'गायन पर्व 10' का आयोजन किया गया. इस गायन पर्व में देशभर के नामी संगीतकारों की गायन सभाएं आयोजित होती हैं.

भारत भवन में शुरू हुआ गायन पर्व
author img

By

Published : Apr 27, 2019, 10:24 AM IST

भोपाल| भारत भवन के अंतरंग सभागार में तीन दिन के 'गायन पर्व 10' का शुभारंभ हुआ. गायन पर्व देश के प्रतिष्ठित गायकों के गायन पर केंद्रित समारोह है, जिसमें देशभर के नामी संगीतकारों की गायन सभाएं आयोजित होती हैं. भारत भवन में गायन पर्व पिछले 10 सालों से लगातार आयोजित होता आ रहा है.

गायन पर्व की पहली शाम को उज्जैन की रागिनी देवले और मुंबई की देवकी पंडित ने अपने गायन की प्रस्तुति दी. रागिनी नेकी ने रात के दूसरे पहर में गाया जाने वाला राग 'मारू बिहाग' की प्रस्तुति दी. इसके बाद उन्होंने 'द्रुत' रचना को एक ताल में पेश किया.

भारत भवन में शुरू हुआ गायन पर्व

रागिनी नेकी के बाद देवकी पंडित ने राग झिंझोटी से अपने गायन की शुरुआत की. देवकी पंडित जयपुर घराने से ताल्लुक रखती हैं. मुंबई से आईं देवकी पंडित ने बताया कि वे भोपाल में अपनी प्रस्तुति देने के लिए कई बार आ चुकी हैं और भारत भवन में उनकी यह तीसरी प्रस्तुति है.

भोपाल| भारत भवन के अंतरंग सभागार में तीन दिन के 'गायन पर्व 10' का शुभारंभ हुआ. गायन पर्व देश के प्रतिष्ठित गायकों के गायन पर केंद्रित समारोह है, जिसमें देशभर के नामी संगीतकारों की गायन सभाएं आयोजित होती हैं. भारत भवन में गायन पर्व पिछले 10 सालों से लगातार आयोजित होता आ रहा है.

गायन पर्व की पहली शाम को उज्जैन की रागिनी देवले और मुंबई की देवकी पंडित ने अपने गायन की प्रस्तुति दी. रागिनी नेकी ने रात के दूसरे पहर में गाया जाने वाला राग 'मारू बिहाग' की प्रस्तुति दी. इसके बाद उन्होंने 'द्रुत' रचना को एक ताल में पेश किया.

भारत भवन में शुरू हुआ गायन पर्व

रागिनी नेकी के बाद देवकी पंडित ने राग झिंझोटी से अपने गायन की शुरुआत की. देवकी पंडित जयपुर घराने से ताल्लुक रखती हैं. मुंबई से आईं देवकी पंडित ने बताया कि वे भोपाल में अपनी प्रस्तुति देने के लिए कई बार आ चुकी हैं और भारत भवन में उनकी यह तीसरी प्रस्तुति है.

Intro:भारत भवन में शुरू हुआ गायन पर्व 10 कई कलाकार देंगे प्रस्तुतियां


भोपाल | राजधानी के भारत भवन की अंतरंग सभागार में तीन दिवसीय गायन पर्व 10 का शुभारंभ हुआ यह पर्व सुप्रतिष्ठित संगीतकारों की गायन स्वभाव के लिए आयोजित किया जा रहा है भारत भवन में गायन पर्व पिछले 10 वर्षों से लगातार आयोजित होता चला आ रहा है गायन पर्व देश के प्रतिष्ठित गायकों के गायन पर केंद्रित समारोह है जिसमें देशभर के नामी संगीतकारों की गायन सभाएं आयोजित होती हैं .


Body:गायन पर्व 10 में रसिक जनों को कंठ में मधुरता लिए घरानों की संगीत परंपरा से रूबरू होने का मौका मिलता है पहली शाम उज्जैन की रागनी देवले और मुंबई की देवकी पंडित ने अपने स्वरों से कानों में मधुरता घोली . सभा की शुरुआत रागिनी नेकी उन्होंने रात के दूसरे पहर में गाया जाने वाला राग मारू बिहाग मैं विलंबित एक ताल में कगवा बोले रे बंदिश पेश की प्रस्तुति में आगे उन्होंने द्रुत रचना को एक ताल में पेश किया जिसके बोल गाऊं गुनन कैसे तुम्हारे था इसके बाद उन्होंने टप्पा पेश किया जिसमें राग काफी में सदहे जानिया से रसिक जनों को आत्मीय आनंद से भर दिया अंत में उन्होंने नानक का मन की मन में भजन से प्रस्तुति को विराम दिया उनके साथ तबले पर मनोज पाटीदार हारमोनियम पर जितेश मराठी तानपुरा पर मीनेश गौड़ और नेहा पटेल ने संगत दी .


Conclusion:सभा को आगे बढ़ाने देवकी पंडित मंच पर आएं जो जयपुर घराने से ताल्लुक रखती है उन्होंने प्रस्तुति की शुरुआत के लिए राग झिंझोटी को चुना इसमें उन्होंने पारंपरिक बंदे से पेश की जिसमें महादेव पति पार्वती और द्रुत बंदिश में आगरा घराने की अखियां उन सो लाग रही मोरी सुनाई इसके बाद राग सोहनी मैं मध्य लय की बंदिश रूपक ताल में पेश की जिसके बोल जिया रा रे थे राग की द्रुत बंदिश उस्ताद हाकिम हुसैन खां की तुम जरा बोलो पेश की अंत में भैरवी पेशकर प्रस्तुति को विराम दिया तबले पर यति भागवत और हारमोनियम पर जितेश मराठे ने उनका साथ दिया .


मुंबई से आई देवकी पंडित ने बताया कि वे भोपाल में अपनी प्रस्तुति देने के लिए कई बार आ चुकी हैं और भारत भवन में उनकी यह तीसरी प्रस्तुति है उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए सरकार के माध्यम से कई काम किए जा रहे हैं यही वजह है कि मध्य प्रदेश में संस्कृति को एक अलग ही स्थान मिला हुआ है राजधानी भोपाल में कई भवन ऐसे हैं जहां लगातार सांस्कृतिक प्रस्तुतियां प्रत्येक दिन आयोजित की जाती है यहां से कई रंगमंच के कलाकार भी आज देश और दुनिया में अपना नाम रोशन कर रहे हैं उन्होंने कहा कि जब भी उन्हें मौका मिलता है वह भोपाल जरूर आती हैं ना केवल प्रस्तुति देने के लिए बल्कि अन्य कलाकारों की प्रस्तुति देखने के लिए भी उनका भोपाल आना लगा रहता है . उन्होंने बताया कि भोपाल में कला प्रेमियों का बेहद सम्मान होता है और यहां पर भारी संख्या में कला संस्कृति को बढ़ावा देने वाले लोग मौजूद हैं निश्चित रूप से भारत भवन रविंद्र भवन राज्य संग्रहालय जनजातीय संग्रहालय शहीद भवन इन सभी जगह पर देश के नामी गिरामी कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियां दी हैं जब हम यहां परफॉर्म करते हैं तो हमें डर रहता है कि कहीं हमसे कोई गलती ना हो जाए क्योंकि यहां देश विदेश के नामी कलाकारों ने अपनी संगत दी है भोपाल में वैसे भी गुंदेचा बंधुओं के द्वारा कलाकारों को प्रशिक्षित भी किया जा रहा है . भोपाल कला को बढ़ावा देने वाला शहर है .
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.