भोपाल। मुरैना में जहरीली शराब से 21 लोगों के मौत के मामले में सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है. राज्य सरकार ने जांच के लिए विशेष जांच दल गठित की है. शासन ने तीन सदस्यीय एसआईटी(SIT) गठित की है. गृह सचिव राजेश राजौरा, एडीजी साई मनोहर और डीआईजी मिथलेश जांच दल में शामिल होंगे. वहीं इससे पहले सीएम शिवराज ने मुरैना के कलेक्टर अनुराग वर्मा और एसपी अनुराग सजानिया को हटा दिया है. बक्की कार्तिकेयन को मुरैना का कलेक्टर बनाया गया है. सीएम हाउस में हुई उच्चस्तरीय बैठक में सीएम ने कड़ी नाराजगी जताते हुए कलेक्टर और एसपी को हटाने के निर्देश दिए थे. इसके साथ ही सीएम ने एसडीओपी को भी हटाने के आदेश दिए हैं.
अवैध शराब को लेकर चलेगा अभियान
मुख्यमंत्री द्वारा बुलाई गई उच्च स्तरीय बैठक में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, आबकारी मंत्री जगदीश देवड़ा के अलावा मुख्य सचिव, डीजीपी, गृह विभाग के एसीएस सहित अन्य आला अधिकारी शामिल हुए थे. बैठक में मुख्यमंत्री ने घटना को लेकर कड़ी नाराजगी जताई है. सीएम ने कहा कि मुरैना की घटना अमानवीय और तकलीफ पहुंचाने वाली है. प्रदेश में मिलावट के खिलाफ अभियान के बीच इस तरह की घटना होना दुखद है. इस तरह की घटना के लिए सीधे तौर पर मुरैना जिले के एसपी और कलेक्टर जिम्मेदार हैं, इसलिए उन्होंने तत्काल प्रभाव से हटाया जाए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह की घटनाओं को लेकर सरकार मूक दर्शक नहीं रह सकती. मामले की जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. मुख्यमंत्री ने प्रदेश में अवैध शराब को लेकर अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं.
आबकारी के खाली पद भरे जाएंगे
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि आबकारी विभाग में खाली पड़े पदों को भरा जाएगा. सीएम ने अवैध शराब को रोकने के लिए कड़ी निगरानी के निर्देश दिए हैं. जहरीली शराब से मौत का आंकड़ा बढ़ा गया है. मुरैना में जहरीली शराब से मौत का आंकड़ा करीब 21 पहुंच गया है. घटना में सबसे चैंकाने वाली स्थिति यह है कि जिस गांव में जहरीली शराब से मौत हुई, उसमें 5 साल पहले शराबबंदी हुई थी.
बता दें जहरीली शराब मामले में बीते दिन ही सीएम ने जिला आबकारी अधिकारी को हटाने के निर्देश दिए हैं. वहीं एसपी ने बागचीनी टीआई और दो निरीक्षक को भी हटा दिया था.
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क्या है मामला?
जिले के बागचीनी थाना क्षेत्र में अवैध शराब पीने से अब तक 21 लोगों दम तोड़ चुके हैं. 12 लोग मुरैना अस्पताल में भर्ती थे, 8 मरीज ग्वालियर के जयारोग अस्पताल में भर्ती थे, जिनकी मौत हो चुकी है, अब भी कई मरीज अस्पताल में भर्ती हैं, तो कई मरीज गांव से अब भी अस्पताल पहुंच रहे हैं.
पिछले पांच महीनों में हुईं इतनी मौतें
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में पिछले पांच महीनों में 38 लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हो चुकी है. मौत की ये घटनाएं उज्जैन, खरगोन, बड़वानी और अब मुरैना से सामने आई हैं.
खरगोन में 2 लोगों की गई थी जान
हाल ही में 9 जनवरी को खरगोन में भी जहरीली शराब पीने से दो लोगों की मौत हो गई थी. साथ ही 15 लोगों की तबीयत बिगड़ गई थी.
बड़वानी में भी हुई थी मौत
6 सितंबर 2020 को बड़वानी के निवाली थाना अंतर्गत जहरीली शराब पीने से दो लोगों की मौत हुई थी. जानकारी के मुताबिक सेंधवा के दिवानिया गांव में जहरीली शराब पीने से जहां 2 लोगों की मौत हो गई थी, वहीं 6 लोगों की तबियत बिगड़ गई थी.