भोपाल। बूढ़ी मां को घर से बेघर करना एक बेटे को महंगा पड़ गया. बेसहारा मां कोर्ट की शरण में पहुंची, तो भोपाल कोर्ट ने बेटे को एक महीने में घर खाली करके मां को सौंपने का निर्देश दिया है.
बेटे और बहू ने घर से निकाला
भोपाल के गोविंदपुरा में रहने वाली 68 साल की लक्ष्मीबाई को बेटे और बहू ने घर से निकाल दिया था. बुढ़ापे में महिला को अपनी बेटी के घर पर रहना पड़ा. भरण पोषण में दिक्कत होने की वजह से मां ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. महिला ने कोर्ट को बताया कि उसके बेटे दीपक और बहू ने उसे घर से निकाल दिया. उसके अलावा दीपक बड़े और छोटे भाई को भी परेशान करता है.
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कोर्ट ने दिए घर खाली करने के आदेश
इस मामले में दीपक ने कोर्ट में अपने भाईयों पर आरोप लगाए. दीपक ने अपने भाईयों पर मां को भड़काने का आरोप लगाया. दीपक ने कोर्ट में तर्क दिया कि उसने तो बैंक खातों में भी मां को ही नॉमिनी भी बना रखा है. कोर्ट ने दोनों पक्षों का तर्क सुनने के बाद बेटे दीपक को एक महीने में मकान खाली कर कब्जा मां को सौंपने के निर्देश दिए हैं.