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Solar Eclipse 2023: सुबह 7 बजे शुरू हो जाएगा सूर्यग्रहण,साढ़े 5 घंटे रहेगा, जानें इस दौरान क्या करें और क्या नहीं - सूर्यग्रहण के दौरान क्या करें और क्या नहीं

इस साल 2023 का पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल गुरुवार को लगेगा. वैज्ञानिकों के अनुसार ये हाइब्रिड सूर्य ग्रहण है. खास बात यह है कि सौ साल बाद हाइब्रिड सूर्य ग्रहण लग रहा है. ये सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. लेकिन इसके वैज्ञानिक, धार्मिक पक्ष व मान्यताएं हर सूर्य ग्रहण के जैसी ही हैं. आइए जानते हैं कि सूर्यग्रहण के दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं. साथ ही इस दौरान किन मंत्रों के जाप से अप्रत्यशित लाभ मिलेगा.

Solar Eclipse 2023
सुबह 7 बजे से शुरू हो जाएगा सूर्यग्रहण
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Published : Apr 19, 2023, 2:37 PM IST

भोपाल। खगोल विज्ञान के अनुसार जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच में आ जाता है तो पृथ्वी की सतह पर एक छाया पड़ती है. इसे ही सूर्यग्रहण कहा जाता है. कल यानी गुरुवार को लोग आंशिक सूर्य ग्रहण देख सकेंगे. इसके बाद अगला सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर को लगेगा. भारतीय समय के अनुसार कल पड़ने वाला सुबह 7 बजकर 4 बजे शुरू होगा, जो दोपहर 12 बजकर 29 बजे समाप्त होगा. वैज्ञानिकों के अनुसार हाइब्रिड सूर्य ग्रहण दुर्लभ प्रकार की घटना है. इसे वलयाकार ग्रहण और कुल सूर्य ग्रहण का एक संयोजन कहा गया है. इसका मतलब यह है कि इस ग्रहण को देखने वाले कुछ पल के लिए सूर्य को एक वलय के आकार में बनते हुए देख सकते हैं.

इन देशों में दिखेगा : यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा. ये सूर्य ग्रहण चीन, अमेरिका, माइक्रोनेशिया, मलेशिया, फिजी, जापान, समोआ, सोलोमन, सिंगापुर, थाइलैंड, कंबोडिया, अंटार्कटिका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, वियतनाम, ताइवान, पापुआ न्यू गिनी, इंडोनेशिया, फिलीपींस, दक्षिण हिंद महासागर और दक्षिण प्रशांत महासागर जैसी जगहों पर दिखाई देगा. हालांकि अपने देश में ये सूर्यग्रहण दिखाई नहीं देगा लेकिन इसे देखने के लिए टेलीस्कोप का उपयोग करना चाहिए. सूर्य ग्रहण को ग्रहण के चश्मे से देखना चाहिए. इसके अलावा सूर्य ग्रहण देखने के लिए घर में बने फिल्टर या साधारण चश्मे का इस्तेमाल नहीं करें.

सूतक काल के नियम : सूर्य ग्रहण का सूतक काल 12 घंटे पहले शुरू हो जाता है. ज्योतिषियों का कहना है कि सूतक काल में कोई शुभ काम नहीं करना चाहिए. यह सूतक काल तभी माना जाता है जब ग्रहण दिखाई देता है. लेकिन 20 अप्रैल को लगने वाला ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा. इसलिए सूतक काल भी नहीं माना जाएगा. लेकिन कुछ ज्योतिषियों का कहना है कि सूतक काल के नियम मानने चाहिए, चाहे ग्रहण दिखाई दे या नहीं. क्योंकि ये बड़ी घटना है.

सूर्यग्रहण के दौरान क्या करें :

  • धार्मिक मान्यता के अनुसार सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले सूतक काल लग जाता है. इस दौरान कोई शुभ काम या पूजा-पाठ नहीं करना चाहिए.
  • सूतक काल के दौरान मंत्रों का जाप करें. ग्रहण के समाप्त के साथ ही सूतक काल खत्म हो जाता है. ग्रहण के बाद घर में गंगाजल का छिड़कना चाहिए. स्नान करना चाहिए.
  • सूर्य ग्रहण के दौरान कुछ भी न बनाएं और न ही खाएं. भोजन पहले से भी बनाकर नहीं रखना चाहिए.
  • अगर पहले खाना बना हुआ रखा है तो उसमें तुलसी के पत्ते डाल दें. माना जाता है कि इससे ग्रहण का प्रभाव भोजन पर नहीं पड़ता.
  • कभी भी सूर्य ग्रहण को नंगी आंखों से न देखें. ऐसा करने से आंखों की रोशनी प्रभावित हो सकती है.
  • ग्रहण के दौरान सोना नहीं चाहिए. कोशिश करें कि ग्रहण के दौरान यात्रा न करें.
  • अगर बहुत आवश्यक न हो तो ग्रहण के दौरान शौच भी नहीं करना चाहिए.
  • सूर्य ग्रहण के दौरान घरों में ही रहें, बाहर निकलने से बचें. माना जाता है कि इस दौरान नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.

सूर्य ग्रहण के दौरान क्या करें :

  • सूर्य ग्रहण शुरू होने से पहले पानी, दूध और बने हुए खाने में तुलसी के पत्ते डाल दें.
  • ग्रहण लगते ही भगवान शिव के किसी भी मंत्र का जाप करना चाहिए.
  • सूर्य ग्रहण खत्म होने के बाद स्नान अवश्य करें.
  • सूर्य ग्रहण समाप्त होने के बाद घर की साफ-सफाई करें.
  • ग्रहण खत्म होने के बाद घर में गंगाजल का छिड़काव करें.
  • सूर्य ग्रहण के दौरान आदित्यहृदय स्तोत्र और हनुमान चालीसा का पाठ करें तो काफी शुभ होगा.

भोपाल। खगोल विज्ञान के अनुसार जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच में आ जाता है तो पृथ्वी की सतह पर एक छाया पड़ती है. इसे ही सूर्यग्रहण कहा जाता है. कल यानी गुरुवार को लोग आंशिक सूर्य ग्रहण देख सकेंगे. इसके बाद अगला सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर को लगेगा. भारतीय समय के अनुसार कल पड़ने वाला सुबह 7 बजकर 4 बजे शुरू होगा, जो दोपहर 12 बजकर 29 बजे समाप्त होगा. वैज्ञानिकों के अनुसार हाइब्रिड सूर्य ग्रहण दुर्लभ प्रकार की घटना है. इसे वलयाकार ग्रहण और कुल सूर्य ग्रहण का एक संयोजन कहा गया है. इसका मतलब यह है कि इस ग्रहण को देखने वाले कुछ पल के लिए सूर्य को एक वलय के आकार में बनते हुए देख सकते हैं.

इन देशों में दिखेगा : यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा. ये सूर्य ग्रहण चीन, अमेरिका, माइक्रोनेशिया, मलेशिया, फिजी, जापान, समोआ, सोलोमन, सिंगापुर, थाइलैंड, कंबोडिया, अंटार्कटिका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, वियतनाम, ताइवान, पापुआ न्यू गिनी, इंडोनेशिया, फिलीपींस, दक्षिण हिंद महासागर और दक्षिण प्रशांत महासागर जैसी जगहों पर दिखाई देगा. हालांकि अपने देश में ये सूर्यग्रहण दिखाई नहीं देगा लेकिन इसे देखने के लिए टेलीस्कोप का उपयोग करना चाहिए. सूर्य ग्रहण को ग्रहण के चश्मे से देखना चाहिए. इसके अलावा सूर्य ग्रहण देखने के लिए घर में बने फिल्टर या साधारण चश्मे का इस्तेमाल नहीं करें.

सूतक काल के नियम : सूर्य ग्रहण का सूतक काल 12 घंटे पहले शुरू हो जाता है. ज्योतिषियों का कहना है कि सूतक काल में कोई शुभ काम नहीं करना चाहिए. यह सूतक काल तभी माना जाता है जब ग्रहण दिखाई देता है. लेकिन 20 अप्रैल को लगने वाला ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा. इसलिए सूतक काल भी नहीं माना जाएगा. लेकिन कुछ ज्योतिषियों का कहना है कि सूतक काल के नियम मानने चाहिए, चाहे ग्रहण दिखाई दे या नहीं. क्योंकि ये बड़ी घटना है.

सूर्यग्रहण के दौरान क्या करें :

  • धार्मिक मान्यता के अनुसार सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले सूतक काल लग जाता है. इस दौरान कोई शुभ काम या पूजा-पाठ नहीं करना चाहिए.
  • सूतक काल के दौरान मंत्रों का जाप करें. ग्रहण के समाप्त के साथ ही सूतक काल खत्म हो जाता है. ग्रहण के बाद घर में गंगाजल का छिड़कना चाहिए. स्नान करना चाहिए.
  • सूर्य ग्रहण के दौरान कुछ भी न बनाएं और न ही खाएं. भोजन पहले से भी बनाकर नहीं रखना चाहिए.
  • अगर पहले खाना बना हुआ रखा है तो उसमें तुलसी के पत्ते डाल दें. माना जाता है कि इससे ग्रहण का प्रभाव भोजन पर नहीं पड़ता.
  • कभी भी सूर्य ग्रहण को नंगी आंखों से न देखें. ऐसा करने से आंखों की रोशनी प्रभावित हो सकती है.
  • ग्रहण के दौरान सोना नहीं चाहिए. कोशिश करें कि ग्रहण के दौरान यात्रा न करें.
  • अगर बहुत आवश्यक न हो तो ग्रहण के दौरान शौच भी नहीं करना चाहिए.
  • सूर्य ग्रहण के दौरान घरों में ही रहें, बाहर निकलने से बचें. माना जाता है कि इस दौरान नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.

सूर्य ग्रहण के दौरान क्या करें :

  • सूर्य ग्रहण शुरू होने से पहले पानी, दूध और बने हुए खाने में तुलसी के पत्ते डाल दें.
  • ग्रहण लगते ही भगवान शिव के किसी भी मंत्र का जाप करना चाहिए.
  • सूर्य ग्रहण खत्म होने के बाद स्नान अवश्य करें.
  • सूर्य ग्रहण समाप्त होने के बाद घर की साफ-सफाई करें.
  • ग्रहण खत्म होने के बाद घर में गंगाजल का छिड़काव करें.
  • सूर्य ग्रहण के दौरान आदित्यहृदय स्तोत्र और हनुमान चालीसा का पाठ करें तो काफी शुभ होगा.
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