भोपाल। देश और राज्य की सरकारें कोरोना वायरस से जल्द निपटने के लिए लोगों से कोविड-19 वैक्सीन लगाने को लेकर लगातार जोर दे रही हैं. लेकिन कोरोना वैक्सीन लगाने में एमपी के विधायक कोई रुचि नहीं दिखा रहे हैं. प्रदेश में टीकाकरण शुरु हुए लंबे समय बाद भी केवल 96 विधायकों ने वैक्सीन लगाई है.
- 4 विधायक हो चुके हैं संक्रमित
कोरोना महामारी से इस वक्त पूरा देश लड़ रहा है. महामारी से लाखों लोग अपनी जान गवां बैठे हैं, इसके वाबजूद भी कई लोग इसे लेकर अभी भी लापरवाह हैं और उसमें जनप्रतिनिधि भी शामिल हैं. वहीं, मार्च में हुए बजट सत्र के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने विधायकों से अपील की थी कि वह कोरोना का टीका लगवाएं क्योंकि उस समय 4 विधायक कोरोना संक्रमित हुए थे. इसके बावजूद भी विधायकों ने लापरवाही बरती है.
9-11वीं की मुख्य परीक्षा और 10-12वीं की प्री बोर्ड परीक्षा के लिए निर्देश जारी
- पीएम मोदी की अपील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 मार्च को दिल्ली के एम्स में कोरोना वैक्सीन का पहला डोज लगवाया था और सभी जनप्रतिनिधियों को टीका लगवाने की अपील की थी. लेकिन इसमें 1 महीने का समय बीत जाने के बाद भी मध्य प्रदेश के विधायकों ने कोरोना वैक्सीन लगवाने में दिलचस्पी नहीं दिखाई है. विधायकों के वैक्सीनेशन को लेकर विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने बताया कि अब तक विधानसभा के 96 सदस्यों ने वैक्सीन लगवाई है, जिसमें मुख्यमंत्री ,नेता प्रतिपक्ष, विधानसभा अध्यक्ष और अन्य मंत्री शामिल है.
- विधानसभा अध्यक्ष ने लिखा विधायकों पर पत्र
प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने सभी विधायकों को पत्र लिखकर एक बार फिर से अपील की है कि वह वैक्सीन लगवाएं. विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि जिस तरह से प्रदेश में कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है उससे बचने के लिए जनप्रतिनिधियों को वैक्सीन लगाकर जनता का रोल मॉडल बनना होगा. क्षेत्र में लोग उनका अनुसरण करते हैं, ऐसे में अगर विधायक कोरोना वैक्सीन लगवाते हैं तो क्षेत्र की जनता उनका अनुसरण कर वैक्सीन लगवाएगी.