भोपाल। राजधानी के स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को लेकर संभागायुक्त कविन्द्र कियावत की अध्यक्षता में परामर्शदात्री समिति की बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में भोपाल कलेक्टर, नगर निगम आयुक्त, भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर, गोविंदपुरा विधायक कृष्णा गौर, विधायक पीसी शर्मा भी मुख्य रूप से मौजूद रहे.
बैठक के दौरान जानकारी दी गई है कि भोपाल स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के 190 करोड़ रुपए अब तक नहीं मिल पाए हैं. यह राज्य सरकार की तरफ से मिलने वाली राशि है, जो काफी समय से अटकी हुई है. ऐसे में कुछ प्रोजेक्ट भी लगातार प्रभावित हो रहे हैं. इस बैठक के दौरान अब तक स्मार्ट सिटी में हुए काम और उस पर किए गए खर्च और फंडिंग को लेकर भी जनप्रतिनिधियों के साथ चर्चा की गई है.
इस दौरान यह बात निकलकर भी सामने आई है कि राज्य सरकार से रुपए ना मिलने की वजह से काम प्रभावित हो रहा है. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के लिए राज्य सरकार को अभी 190 करोड़ रुपए देना है. यह राशि काफी समय से राज्य सरकार के पास अटकी हुई है.
इस मामले को लेकर जल्द ही मुख्य सचिव को अवगत कराया जाएगा. बैठक में तय किया गया है कि स्मार्ट सिटी के मास्टर प्लान पर उठ रहे सवालों, दिक्कतों पर चर्चा के लिए परामर्श दात्री समिति की बैठक आगामी रविवार को भी आयोजित की जाएगी.
कचरा वाहन से मूर्ति विसर्जन करने पर सांसद ने जताई आपत्ति
बता दें कि पांच साल की योजना अवधि में हर वर्ष 200 करोड़ रुपए की राशि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट लिए जारी होनी है. भोपाल स्मार्ट सिटी को अब तक 790 करोड रुपए मिल चुके हैं. इसमें से 650 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च भी हो चुके हैं. इस बैठक के दौरान विधायक पीसी शर्मा ने कहा है कि बुलेवर्ड स्ट्रीट के निर्माण में हनुमान और चित्रगुप्त मंदिर आ रहा है. इन मंदिरों को नहीं हटाया जाए, इस पर संभागायुक्त ने कहा है कि हर बार सड़क का एलाइनमेंट नहीं बदला जा सकता है. हमें एक राय होना चाहिए, तभी तेजी से काम किया जा सकता है. वहीं सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कचरा वाहन में भगवान गणेश की मूर्तियों को विसर्जन और पूजन सामग्री ले जाने पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई गई है.
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट दिखाकर मांगे सुझाव
बैठक में जनप्रतिनिधियों को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट दिखाकर सुझाव मांगे गए थे. इस पर गोविंदपुरा विधायक कृष्णा गौर ने आपत्ति जताते हुए कहा है कि स्मार्ट सिटी की 15 बिंदुओं की जानकारी मार्च माह में मैंने मांगी थी, जो अब तक मुझे उपलब्ध नहीं कराई गई है. ऐसी परिस्थिति में हम स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के लिए क्या सुझाव दे सकते हैं. सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने भी इस पर सहमति जताते हुए कहा है कि जनप्रतिनिधियों को प्रोजेक्ट के बारे में बताया जाना बेहद जरूरी है. उसके बाद ही जनप्रतिनिधि अपने सुझाव सही ढंग से दे सकते हैं.
पूर्व जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने दिए सुझाव
- निर्माणाधीन भवनों पर तत्काल रोक लगाकर, नालों को पहले की तरह ही बनाया जाए.
- दशहरा मैदान की दुकानों को यथावत रखने की मांग भी की.
- एमएलए क्वार्टर्स की सड़क सहित क्षेत्र के निजी भवनों को भी यथावत रखने के लिए कहा.
- शैक्षणिक संस्थाएं और धार्मिक स्थलों को भी यथा स्थान पर ही रखा जाए.