भोपाल। राजधानी में पिछले एक साल के दौरान करीब 600 बच्चियां छेड़खानी और दैहिक शोषण की शिकार हुई हैं. इनमें से करीब 300 बच्चियों का अपहरण हुआ है. यह जानकारी सरकार ने विधानसभा में कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के सवाल के जवाब में दी.
![vidhansabha](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/images/2487080_bhopu.jpg)
![undefined](https://s3.amazonaws.com/saranyu-test/etv-bharath-assests/images/ad.png)
कांग्रेस विधायक के मुताबिक यह आंकड़े 1 जनवरी से 31 दिसंबर 2018 तक के हैं. प्रदेश में कानून-व्यवस्था की हालत क्या है, इसकी बानगी भोपाल में नाबालिग बच्चों से हुए अपराध के आंकड़े से पता चलती है. कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने विधानसभा में सवाल किया था, जिसमें उन्होंने छेड़खानी और दैहिक शोषण की शिकार हुई बच्चियों का आंकड़ा मांगा था. उनके जवाब में सरकार ने जो आंकड़े विधानसभा में पेश किए, वो चौंकाने वाले हैं.
![undefined](https://s3.amazonaws.com/saranyu-test/etv-bharath-assests/images/ad.png)
सरकार के आंकड़ों के मुताबिक रोज औसतन एक बच्ची राजधानी में अपहरण और दैहिक शोषण का शिकार हो रही है. आरिफ मसूद ने आरोप लगाया है कि यह आंकड़े बताते हैं कि पूर्व शिवराज सरकार में कानून-व्यवस्था की क्या हालत थी.