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RTI में चौंकाने वाला खुलासा, 9 जिलों में EVM के बैलट यूनिट और डिटैचेबल मेमोरी मॉड्यूल गायब - Bhopal

RTI एक्टिविस्ट अजय दुबे ने EVM के भौतिक सत्यापन की जानकारी सूचना के अधिकार के तहत मांगी थी, जिसमें ईव्हीएम के रखरखाव में गड़बड़ी सामने आयी है.

EVM के रखरखाव में गड़बड़ी
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Published : Jun 24, 2019, 11:08 AM IST

भोपाल। प्रदेश में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव की तैयारी कर रहे राज्य निर्वाचन आयोग की रिपोर्ट में 9 जिलों में EVM के महत्वपूर्ण कंपोनेंट कम पाए गए हैं. प्रदेश के 9 जिलों में पिछले चार महीने में हुई सत्यापन में EVM की बैलट यूनिट (BU) और डिटैचेबल मेमोरी मॉड्यूल (DMM) गायब पायी गयी है. इन जिलों में मंदसौर,सागर,ग्वालियर,भिंड,उमरिया, बालाघाट और नरसिंहपुर शामिल हैं. ये जानकारी राइट टू इन्फॉर्मेशन एक्ट के तहत सामने आई है.

राज्य निर्वाचन आयोग ईव्हीएम कंपोनेंट गायब भोपाल एमपी State Election Commission EVM component missing Bhopal MP
EVM के रखरखाव में गड़बड़ी


⦁ मंदसौर के स्ट्रांग रूम में 960 कंट्रोल यूनिट में से दो कम, 2900 बैलेट यूनिट में से 8 कम मिली है.
⦁ उमरिया के स्ट्रांग रूम से नौ डिटैचेबल मेमोरी मॉड्यूल (DMM) मेमोरी मशीन नहीं मिली है.
⦁ सिवनी में 10 डिटैचेबल मेमोरी मॉड्यूल (DMM) कम मिली और 10 कंट्रोल यूनिट भी कम पाई गई.

EVM के रखरखाव में गड़बड़ी


हालांकि कलेक्टर ने इन मशीनों को सुधार के लिए अप्रैल 2017 में ईसीआईएल हैदराबाद भेजने पर अब तक वापस नहीं आने और एक बैलेट यूनिट प्रशिक्षण के लिए लानादौन जनपद भेजे जाने पर अब तक वापस न आने की जानकारी दी गयी है. ग्वालियर में एक कंट्रोल यूनिट और दो बैलेट यूनिट के अलावा 28 डिटैचेबल मेमोरी मॉड्यूल (DMM) गायब मिली.


आरटीआई एक्टिविस्ट अजय दुबे का कहना है कि सूचना के अधिकार की मदद से ये जानकारी सामने आई है. उन्होंने कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया को दूषित करने के गंभीर मामले में हम राज्य निर्वाचन आयोग से कार्रवाई की उम्मीद करते हैं. अगर ये कार्रवाई नहीं हुई तो हमें निश्चित तौर पर कोर्ट जाना पडे़गा.

भोपाल। प्रदेश में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव की तैयारी कर रहे राज्य निर्वाचन आयोग की रिपोर्ट में 9 जिलों में EVM के महत्वपूर्ण कंपोनेंट कम पाए गए हैं. प्रदेश के 9 जिलों में पिछले चार महीने में हुई सत्यापन में EVM की बैलट यूनिट (BU) और डिटैचेबल मेमोरी मॉड्यूल (DMM) गायब पायी गयी है. इन जिलों में मंदसौर,सागर,ग्वालियर,भिंड,उमरिया, बालाघाट और नरसिंहपुर शामिल हैं. ये जानकारी राइट टू इन्फॉर्मेशन एक्ट के तहत सामने आई है.

राज्य निर्वाचन आयोग ईव्हीएम कंपोनेंट गायब भोपाल एमपी State Election Commission EVM component missing Bhopal MP
EVM के रखरखाव में गड़बड़ी


⦁ मंदसौर के स्ट्रांग रूम में 960 कंट्रोल यूनिट में से दो कम, 2900 बैलेट यूनिट में से 8 कम मिली है.
⦁ उमरिया के स्ट्रांग रूम से नौ डिटैचेबल मेमोरी मॉड्यूल (DMM) मेमोरी मशीन नहीं मिली है.
⦁ सिवनी में 10 डिटैचेबल मेमोरी मॉड्यूल (DMM) कम मिली और 10 कंट्रोल यूनिट भी कम पाई गई.

EVM के रखरखाव में गड़बड़ी


हालांकि कलेक्टर ने इन मशीनों को सुधार के लिए अप्रैल 2017 में ईसीआईएल हैदराबाद भेजने पर अब तक वापस नहीं आने और एक बैलेट यूनिट प्रशिक्षण के लिए लानादौन जनपद भेजे जाने पर अब तक वापस न आने की जानकारी दी गयी है. ग्वालियर में एक कंट्रोल यूनिट और दो बैलेट यूनिट के अलावा 28 डिटैचेबल मेमोरी मॉड्यूल (DMM) गायब मिली.


आरटीआई एक्टिविस्ट अजय दुबे का कहना है कि सूचना के अधिकार की मदद से ये जानकारी सामने आई है. उन्होंने कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया को दूषित करने के गंभीर मामले में हम राज्य निर्वाचन आयोग से कार्रवाई की उम्मीद करते हैं. अगर ये कार्रवाई नहीं हुई तो हमें निश्चित तौर पर कोर्ट जाना पडे़गा.

Intro:भोपाल। प्रदेश में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव की तैयारी कर रहे राज्य निर्वाचन आयोग की रिपोर्ट में 9 जिलों में ईव्हीएम के महत्वपूर्ण कंपोनेंट कम पाए गए हैं। इस तरह के खुलासे से ईव्हीएम को लेकर एक बार फिर चर्चाओं का बाजार गरम हो गया है। दरअसल प्रदेश के 9 जिलों में पिछले चार महीने में हुई सत्यापन में ईव्हीएम की बैलट यूनिट (BU) और डिटैचेबल मेमोरी मॉड्यूल (DMM) गायब पायी गयी है। ये जिले मंदसौर,सागर,ग्वालियर,भिंड,उमरिया, बालाघाट और नरसिंहपुर हैं।

Body:आरटीआई एक्टिविस्ट अजय दुबे ने ईव्हीएम के भौतिक सत्यापन की जानकारी सूचना के अधिकार के तहत मांगी थी। जिसमें ईव्हीएम के रखरखाव में गडबडी सामने आयी है। 9 जिलों के स्ट्रांग रूम में बडे पैमाने पर बैलेट यूनिट और गायब पाए गए हैं। मंदसौर के स्ट्रांग रूम में भौतिक सत्यापन में 960 कंट्रोल यूनिट में से दो कम,2900 बैलेट यूनिट में से 8 कम मिली है। उमरिया के स्ट्रांग रूम से नौ डिटैचेबल मेमोरी मॉड्यूल (DMM) मैमोरी मशीन नहीं मिली है। इसी तरह सिवनी में 10 डिटैचेबल मेमोरी मॉड्यूल (DMM) कम मिली और 10 कंट्रोल यूनिट भी कम पायी गयी। हालांकि कलेक्टर ने इन मशीनों को सुधार के लिए अप्रैल 2017 में ईसीआईएल हैदराबाद भेजने पर अब तक वापस नहीं आने और एक बैलेट यूनिट प्रशिक्षण के लिए लानादौन जनपद भेजे जाने पर अब तक वापस न आने की जानकारी दी गयी है। ग्वालियर में एक कंट्रोल यूनिट और दो बैलेट यूनिट के अलावा 28 डिटैचेबल मेमोरी मॉड्यूल (DMM) गायब मिली।

Conclusion:आरटीआई एक्टिविस्ट अजय दुबे का कहना है कि सूचना के अधिकार की मदद से ये सार्वजनिक हुआ है, कि मप्र में जो राज्य निर्वाचन आयोग जो नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव करवाता है। उसके पास जो रिपोर्ट उपलब्ध हुई है, कई जिलों से ये पता चला है कि ईव्हीएम के महत्वपूर्ण कम्पोनेंट गायब है। कुछ मामलों में आयोग ने रिपोर्ट दर्ज कराकर एफआईआर करायी है। जिलों में जो ईव्हीएम रखी जाती है वो स्ट्रांग रूम में रहते हैं और कलेक्टर के नियंत्रण में रहते हैं। गंभीर बात ये है कि कलेक्टर को अगर ये पता है और राज्य निर्वाचन आयोग की ईव्हीएम गायब हो रही है। तो उस पर बडे पैमाने पर जांच और उचित कार्यवाही की जगह एक स्तरीय कार्यवाही कर प्रकरण को दबाया है। इस मामले से स्पष्ट होता है कि मप्र में ईव्हीएम प्रबंधन के प्रति जिला प्रशासन बेहद लापरवाह है। इस संवेदनशील मुद्दे को हल्के तरीके से लिया जा रहा है। निर्वाचन प्रक्रिया को दूषित करने के गंभीर मामले में हम राज्य निर्वाचन आयोग से कार्यवाही की उम्मीद करते हैं। यदि ये कार्यवाही नहीं हुई तो हमें निश्चित तौर पर कोर्ट जाना पडेगा।
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