भोपाल। कोविड-19 संक्रमण की वजह से पुलिस पिछले 1 महीने से लगातार सड़कों पर ही नजर आ रही है. इस दौरान पुलिस पर काफी दबाव भी देखने को मिल रहा है. क्योंकि पुलिसकर्मी संक्रमण की डर की वजह से घर नहीं जा रहे हैं तो वहीं उन्हें कई कई घंटे तक सड़कों पर खड़े रहकर ड्यूटी करना पड़ रही है. जिसकी वजह से कई तरह की समस्याएं भी सामने आ रही है. हालांकि पुलिस विभाग की ओर से समय-समय पर इन चीजों का संज्ञान भी लिया जा रहा है. लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों को कारण बताओ नोटिस भी जारी किए जा रहे हैं. राजधानी के रातीबड़ थाना प्रभारी जेपी त्रिपाठी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. नोटिस में उनके ऊपर अपने कार्य में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया गया है.
बता दें कि कुछ दिनों पहले थाना रातीबड़ में पदस्थ एक आरक्षक के द्वारा तनाव में आकर अपने आप पर ही गोली चलाई थी. जिससे आरक्षक घायल हो गया था. इसके बाद इसी थाना क्षेत्र में कई बार अवैध रूप से शराब का परिवहन यह जाने की घटनाएं भी सामने आए थे. जिसे रोकने में थाना प्रभारी नाकाम साबित हो रहे थे. यही वजह है कि वरिष्ठ अधिकारियों ने अब इस मामले को लेकर सख्त रुख अपना लिया है. माना जा रहा है कि रातीबड़ थाना प्रभारी कि जल्द ही छुट्टी हो सकती है.
रातीबड़ थाना प्रभारी को नोटिस जारी करते हुए पूछा गया है कि कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए भोपाल शहर में लॉकडाउन लागू किया गया है. लॉकडाउन में दूध, किराना, मेडिकल के अतिरिक्त सभी दुकानें बंद रखने के आदेश दिए गए और सभी चीजों का परिवहन भी पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है. थाना क्षेत्रों में थाना प्रभारियों को समय-समय पर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा निर्देशित किया गया है कि वर्तमान परिपेक्ष में सभी थाना प्रभारियों ने अधीनस्थ स्टाफ की ड्यूटी निर्धारित अवधि में ही लें. उनकी समस्याओं को सुने और उसका निराकरण भी करने का प्रयास करें. लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों के दिए गए आदेश का पालन नहीं किया जा रहा है. पिछले कुछ दिनों में रातीबड़ थाना क्षेत्र में घटित हुई घटनाएं भी कुछ इसी ओर इशारा कर रहे हैं.
3 दिन में मांगा नोटिस का जवाब
इस नोटिस के माध्यम से घटनाओं का जिक्र भी किया गया. उसमें बताया गया है कि 14 अप्रैल 2020 को आरक्षक चेतन ठाकुर के द्वारा डिप्रेशन में आकर स्वयं को गोली मारने की घटना की गई थी. जिसमें गंभीर रूप से घायल हो गया था. इसके अलावा थाना क्षेत्र शराब माफियाओं पर लगाम नहीं लगाई गई. जिसकी वजह से यहां पर कई बार शराब का परिवहन हुआ है और यहां पर अवैध रूप से शराब भेजी गई है. यहां तक कि रातीबड़ थाना प्रभारी की ओर से किसी प्रकार की कोई कार्यवाई नहीं की गई. इसके चलते टीटी नगर सीएसपी को आगे आकर स्वयं अवैध शराब कारोबारियों के विरुद्ध कार्यवाई करनी पड़ी.
नोटिस में एक घटना का भी जिक्र किया गया है. जिसमें बताया गया है कि 25 अप्रैल 2020 को की आपके थाना क्षेत्र में अवैध रूप से शराब ले जाने का प्रयास किया गया था. जिसमें ड्यूटी पर तैनात प्रधान आरक्षक श्याम सिंह धुर्वे घायल हो गए थे. क्योंकि जिस वाहन से अवैध रूप से शराब लाई जा रही थी उसे रोकने का प्रयास उनके द्वारा किया गया लेकिन आरोपियों ने उन्हें टक्कर मार दी थी. घटनाओं से ये स्पष्ट हो रहा है कि आप कर्तव्य के प्रति लापरवाही क्षेत्र के अपराधियों की आपको जानकारी नहीं होना दर्शाती है, जो कि थाना प्रभारी स्तर के अधिकारी के लिए उचित नहीं है इसलिए 3 दिनों में अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें.