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फरवरी में होगा शॉर्ट फिल्म फेस्टिवल: डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री ने कहा- अश्लील दृश्यों का दर्शकों को करना होगा बहिस्कार

फरवरी 2022 में भोपाल में शॉर्ट फिल्म फेस्टिवल का आयोजन होगा. इस आयोजन में प्रतिभागी अपनी शॉर्ट फिल्म बनाकर 30 नवंबर 2021 तक भेज सकता है. फेस्टिवल की जानकारी देते हुए फिल्म निर्देशक विवेक अग्निहोत्री (Film Director Vivek Agnihotri) ने फिल्मों में बढ़ रही अश्लीलता पर कहा कि यदि दर्शक इसका बहिस्कार करेंगे, तो फिल्मों से ये दृश्य हट जाएंगे.

Film director Vivek Agnihotri
फिल्म निर्देशक विवेक अग्निहोत्री
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Published : Sep 24, 2021, 1:00 PM IST

भोपाल। फिल्म निर्देशक विवेक अग्निहोत्री (Film Director Vivek Agnihotri) का कहना है कि बॉलीवुड (Bollywood) की फिल्मों से हमारी संस्कृति गायब होती जा रही है. संघर्ष करने वाला नायक अब सुपर हीरो के रूप में आ गया है. भोपाल में शॉर्ट फिल्म महोत्सव (Short Film Festival) के बारे में जानकारी देने आए विवेक ने कहा कि जिस तरह से फिल्मों में अश्लील शब्द और दृश्य आते हैं. उसका लोगों को ही इसका बहिष्कार करना चाहिए, वह अगर इन्हें नहीं देखेंगे तो यह नहीं दिखाए जाएंगे.

30 नवंबर तक भेज सकते है अपनी फिल्म

दरअसल 18, 19 और 20 फरवरी 2022 को भोपाल में चित्र भारती नेशनल शॉर्ट फिल्म फेस्टिवल (Chitra Bharati National Short Film Festival) का आयोजन किया जाएगा. यह जानकारी फिल्म जगत के जाने-माने निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने दी. उन्होंने बताया कि चित्र भारती नेशनल शॉर्ट फिल्म फेस्टिवल के लिए प्रविष्टियां शुरू हो गई हैं. यह 30 नवंबर 2021 तक भेजी जा सकती है.

विवेक ने आज के समय की फिल्मों पर भी कटाक्ष किया. उनका कहना है कि आज के समय में फिल्म से हमारी भारतीय परंपरा और संस्कृति गायब होती जा रही है. एक समय फिल्मों का नायक आम व्यक्ति होता था, जो संघर्ष कर जनता को हक दिलाता था, जनता की लड़ाई लड़ता था. लेकिन अब के समय में जो नायक है वह देश से बाहर चला गया है. अब विदेशों में बसता है, वहीं मोहब्बत और प्यार करता है. समाज और दुनिया के लिए लड़ने वाला हीरो अब माशूका के पिता से ही पंगा लेता रहता है.

प्रेस्टीज कॉलेज में अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल का आयोजन, कई देशों की फिल्में हुईं शामिल

लोगों को करना चाहिए अश्लीलता का बहिस्कार

विवेक से जब पूछा गया कि फिल्मों में कई अश्लील दृश्य और शब्दों का उपयोग अब लगातार किया जा रहा है. ऐसे में जनता क्या सीख लेगी? इस सवाल के जवाब में विवेक ने कहा कि यह लोगों पर ही निर्भर करता है कि वह क्या देखें. ऐसी फिल्मों का आमजन को खुद बहिष्कार करना होगा और वह ऐसी फिल्में नहीं देखेंगे, तो इंडस्ट्री वाले ऐसी फिल्में बनाएंगे ही नहीं.

आप फिल्म फेस्टिवल में ऐसे ले सकते है हिस्सा

फेस्टिवल की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि चार वर्ग में फिल्मों के लिए प्रविष्टियां आमंत्रित हैं. जिसमें शॉर्ट फिल्म, डॉक्यूमेंट्री एनीमेशन और कैम्पस फिल्म शामिल है. शॉर्ट फिल्म की अवधि 30 मिनट या इससे कम, डॉक्यूमेंट्री की अवधि 45 मिनट या इससे कम, एनीमेशन फिल्म 5 मिनट या इससे कम और कैम्पस फिल्म 20 मिनट या इससे कम रहेगी.

Proud Moment: MP की JUMP, अब कान्स में दिखाएगी अपना दम

उन्होंने बताया कि इन फिल्मों के लिए जो विषय निर्धारित किए गए हैं. उसमें भारतीय स्वतंत्रता संघर्ष, स्वाधीन भारत के 75 वर्ष, अन लॉकडाउन, वोकल फॉर लोकल, गांव खुशहाल-देश खुशहाल, भारतीय संस्कृति एवं मूल्य, इनोवेशन रचनात्मक कार्य, परिवार-पर्यावरण एवं ऊर्जा, शिक्षा और कौशल विकास शामिल है. उन्होंने बताया कि विजेताओं को विभिन्न वर्गों में 10 लाख रुपए की राशि के पुरस्कार वितरित किए जाएंगे.

भोपाल। फिल्म निर्देशक विवेक अग्निहोत्री (Film Director Vivek Agnihotri) का कहना है कि बॉलीवुड (Bollywood) की फिल्मों से हमारी संस्कृति गायब होती जा रही है. संघर्ष करने वाला नायक अब सुपर हीरो के रूप में आ गया है. भोपाल में शॉर्ट फिल्म महोत्सव (Short Film Festival) के बारे में जानकारी देने आए विवेक ने कहा कि जिस तरह से फिल्मों में अश्लील शब्द और दृश्य आते हैं. उसका लोगों को ही इसका बहिष्कार करना चाहिए, वह अगर इन्हें नहीं देखेंगे तो यह नहीं दिखाए जाएंगे.

30 नवंबर तक भेज सकते है अपनी फिल्म

दरअसल 18, 19 और 20 फरवरी 2022 को भोपाल में चित्र भारती नेशनल शॉर्ट फिल्म फेस्टिवल (Chitra Bharati National Short Film Festival) का आयोजन किया जाएगा. यह जानकारी फिल्म जगत के जाने-माने निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने दी. उन्होंने बताया कि चित्र भारती नेशनल शॉर्ट फिल्म फेस्टिवल के लिए प्रविष्टियां शुरू हो गई हैं. यह 30 नवंबर 2021 तक भेजी जा सकती है.

विवेक ने आज के समय की फिल्मों पर भी कटाक्ष किया. उनका कहना है कि आज के समय में फिल्म से हमारी भारतीय परंपरा और संस्कृति गायब होती जा रही है. एक समय फिल्मों का नायक आम व्यक्ति होता था, जो संघर्ष कर जनता को हक दिलाता था, जनता की लड़ाई लड़ता था. लेकिन अब के समय में जो नायक है वह देश से बाहर चला गया है. अब विदेशों में बसता है, वहीं मोहब्बत और प्यार करता है. समाज और दुनिया के लिए लड़ने वाला हीरो अब माशूका के पिता से ही पंगा लेता रहता है.

प्रेस्टीज कॉलेज में अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल का आयोजन, कई देशों की फिल्में हुईं शामिल

लोगों को करना चाहिए अश्लीलता का बहिस्कार

विवेक से जब पूछा गया कि फिल्मों में कई अश्लील दृश्य और शब्दों का उपयोग अब लगातार किया जा रहा है. ऐसे में जनता क्या सीख लेगी? इस सवाल के जवाब में विवेक ने कहा कि यह लोगों पर ही निर्भर करता है कि वह क्या देखें. ऐसी फिल्मों का आमजन को खुद बहिष्कार करना होगा और वह ऐसी फिल्में नहीं देखेंगे, तो इंडस्ट्री वाले ऐसी फिल्में बनाएंगे ही नहीं.

आप फिल्म फेस्टिवल में ऐसे ले सकते है हिस्सा

फेस्टिवल की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि चार वर्ग में फिल्मों के लिए प्रविष्टियां आमंत्रित हैं. जिसमें शॉर्ट फिल्म, डॉक्यूमेंट्री एनीमेशन और कैम्पस फिल्म शामिल है. शॉर्ट फिल्म की अवधि 30 मिनट या इससे कम, डॉक्यूमेंट्री की अवधि 45 मिनट या इससे कम, एनीमेशन फिल्म 5 मिनट या इससे कम और कैम्पस फिल्म 20 मिनट या इससे कम रहेगी.

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उन्होंने बताया कि इन फिल्मों के लिए जो विषय निर्धारित किए गए हैं. उसमें भारतीय स्वतंत्रता संघर्ष, स्वाधीन भारत के 75 वर्ष, अन लॉकडाउन, वोकल फॉर लोकल, गांव खुशहाल-देश खुशहाल, भारतीय संस्कृति एवं मूल्य, इनोवेशन रचनात्मक कार्य, परिवार-पर्यावरण एवं ऊर्जा, शिक्षा और कौशल विकास शामिल है. उन्होंने बताया कि विजेताओं को विभिन्न वर्गों में 10 लाख रुपए की राशि के पुरस्कार वितरित किए जाएंगे.

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