भोपाल। मध्य प्रदेश उपचुनाव में कांग्रेस,बीजेपी, बसपा और सपा के बाद शिवसेना भी सियासी मैदान में अपने प्रत्याशियों को उतारने जा रही है. शिवसेना ने बुधवार को एक लिस्ट जारी की है, जिसमें 7 नामों का ऐलान किया गया है.
ग्वालियर से राज किन्नर, सांची से रमेश पासी, ब्यावरा से मुकेश दांगी, हाटपिपलिया से कमल सिंह, मांधाता से माया राठौर, आगर मालवा से अशोक मालवीय और सुवासरा सीट से राजेश विश्वकर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया है. बाकी नामों का एलान गुरुवार को किया जाएगा और उसके बाद चुनाव प्रचार शुरू किया जाएगा, जिसमें एमपी के तमाम शिवसेना के वरिष्ठ नेता प्रत्याशी के समर्थन में रैली करेंगे.
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इसके अलावा जहां प्रत्याशी मजबूत होगा, वहां शिवसेना का राष्ट्रीय नेतृत्व भी प्रचार करने आ सकता है. शिवसेना के नेताओं ने आरोप लगाया है कि, वो पहले ही अपने प्रत्याशियों का एलान कर देते, लेकिन बीजेपी नेता उनके नेताओं को चुनाव में नहीं उतरने के लिए प्रलोभन दे रहे थे, जिसके कारण प्रत्याशियों का एलान में देरी हुई है. मध्यप्रदेश में शिवसेना का ज्यादा असर नहीं है. हालांकि उसके प्रत्याशी हमेशा दूसरे दलों के नेताओं के वोट काटने वाले साबित होते रहे हैं. इससे पहले बीजेपी-कांग्रेस और बसपा अपने प्रत्याशियों का एलान कर चुकी है.
ग्वालियर चंबल पर फोकस
एमपी में कुल 28 सीटों पर उपचुनाव होने जा रहा है, 28 सीटों में से 16 सीटें ग्वालियर चंबल से ही आती है. जिसमे कांग्रेस-बीजेपी व तीसरी पार्टी बसपा जिसे कम नहीं आंका जा सकता, कोई कमी नहीं छोड़ना चाहेंगी. खास बात ये भी हैं कि, शिवराज के नए मंत्रिमंडल के 11 मंत्री ग्वालियर- चंबल बेल्ट से ही आते हैं, जिसमें 8 मंत्री सिंधिया गुट के हैं. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि, बीजेपी, सिंधिया की हर पसंद को तव्वजो दे रही.
नवंबर को वोटिंग होगी, 10 नवंबर को नतीजे
चुनाव आयोग द्वारा मध्य प्रदेश की सभी 28 सीटों पर उप चुनाव की तारीख का एलान पहले ही कर दिया गया है. प्रदेश की इन सीटों पर 3 नवंबर को वोटिंग होगी और 10 नवंबर को नतीजे आएंगे.