भोपाल। बागेश्वर धाम में यूं तो हर दिन हजारों की तादात में लोग देश भर से पहुंचते हैं लेकिन 16 जून को यहां पहुंचने वाली एक युवती बेहद खास है. खास इसलिए कि बागेश्वर धाम तक पहुंचने के लिए भी इस युवती ने कठिन तप का रास्ता चुना है. गंगौत्री से गंगाजल लेकर चली इस युवती का नाम है शिवरंजनी तिवारी जो कि खुद को एमबीबीएस की छात्रा बताती हैं और भजन गायक भी हैं लेकिन फिलहाल सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफार्म पर शिवरंजनी के चर्चाओं में आ जाने की सिर्फ एक वजह है और वो वजह हैं धीरेंद्र शास्त्री.
शिवरंजनी का कहना है कि जिस संकल्प के साथ वो कलश लेकर बागेश्वर धाम की पदयात्रा पर निकली हैं. उसकी मनोकामना का खुलासा 16 जून को खुद उसके प्राणनाथ बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र शास्त्री ही करेंगे. अब प्राणनाथ से मिलने की ऐसी कठिन तपस्या होगी तो ये चर्चाएं भी स्वाभाविक कि कहीं शिवरंजनी धीरेंद्र शास्त्री से विवाह की कामना लिए तो ये कठिन तप नहीं कर रहीं. हांलाकि शिवरंजनी ने मीडिया से विवाह की ऐसी अटकलों को सिरे से नकारा भी नहीं और अपनी कामना को स्पष्ट भी नहीं किया.
धीरेंद्र शास्त्री से मिलने निकली गंगाजल का कलश लिए: बागेश्वर धाम लोग अपनी समस्याएं लेकर पहुंचते हैं लेकिन शिवरंजनी ने गंगोत्री धाम से गंगाजल का कलश लेकर बागेश्वर धाम की पदयात्रा शुरु की है. खास बात ये है कि शिवरंजनी के इस हठ में उनके परिवार का भी पूरा सहयोग है. उनके भाई और पिता भी इस यात्रा में साथ चल रहे हैं और गंगोत्री से बागेश्वर धाम छतरपुर तक की यात्रा में रास्ते से भी धीरेंद्र शास्त्री के अनुयायी उनके साथ जुड़ते जा रहे हैं. पदयात्रा के दौरान चित्रकूट पहुंची शिवरंजनी ने संतों की संगत में भजन सुनाए और संतों का आर्शीवाद लिया उस मनोकामना की पूर्ति के लिए जिसे मन में लिए वे बागेश्वर धाम जा रही हैं.
16 जून को धीरेंद्र शास्त्री करेंगे पर्ची लिखकर खुलासा: शिवरंजनी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री महाराज मेरे प्राणनाथ हैं. मैने संकल्प लिया है बागेश्वर धाम तक पदयात्रा करके ही पहुंचना है. उन्होनें कहा कि कईयों ने मुझे ट्रोल किया कि मनचाहा वर पाने के लिए मैं कलश यात्रा कर रही हूं. अब बागेश्वर धाम सबके मन की बात जानने वाले हैं. 16 जून को मेरे वहां पहुंचने के बाद सब स्पष्ट हो जाएगा.
विवाह के विषय में उन्होने कहा कि ये निर्णय तो परिवार में माता पिता और गुरु ही लेते हैं और अगर विवाह हो भी जाता है तो कोई आश्चर्य की बात नहीं फिर वे आगे जोड़ती हैं लेकिन ये तो माता पिता गुरु की इच्छा से ही होगा. शिवरंजनी कहती हैं कि लोग मुझे ट्रोल कर रहे हैं कि मैं फूलों की माला लेकर बागेश्वर धाम जा रही हूं फूलों की माला धीरेंद्र शास्त्री महाराज के गले में डालूंगी. 16 जून को सब सामने आ जाएगा. सब लाइव होगा महाराज जी तो सबके मन की बात जानने वाले हैं वे स्वयं बता देंगे कि मेरी मनोकामना क्या है.