भोपाल(पीटीआई)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह और कमलनाथ पर निशाना साधा. सीएम शिवराज ने आरोप लगाते हुए कहा कि "उनका हिंदुत्व से कोई लेना-देना नहीं है." इससे पहले दिग्विजय सिंह ने सीएम शिवराज और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर आलोचना करते हुए कहा था कि "क्या उन्होंने संविधान की शपथ ली है या हिंदू राष्ट्र की."
हिंदू राष्ट्र की बात करने वाले को देना चाहिए इस्तीफा: मुख्यमंत्री शिवराज ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ की एक हालिया टिप्पणी पर सवाल का जवाब दे रहे थे, जिसमें कांग्रेस नेता ने कहा था कि चूंकि भारत में हिंदू बहुसंख्यक हैं, इसलिए हिंदू राष्ट्र "बहस का मुद्दा नहीं है." कर्नाटक के हुबली में मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में दिग्विजय सिंह ने मीडिया पर कमलनाथ की टिप्पणी को तोड़-मरोड़कर पेश करने का आरोप लगाया और कहा कि "जिन लोगों ने संविधान की शपथ ली है, लेकिन हिंदू राष्ट्र के बारे में बात कर रहे हैं, उन्हें पहले इस्तीफा देना चाहिए."
कमलनाथ के बयान को तोड़-मरोड़ कर किया पेश: वहीं दिग्विजय सिंह के दिए बयान के बारे में जब सीएम शिवराज से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि "दिग्विजय सिंह और कमलनाथ का हिंदुत्व से कोई लेना-देना नहीं है और ना ही देश या समाज से है. वोटों की फसल काटने के लिए उन्हें जो भी सही लगता है, वे बोलते रहते हैं. उनका किसी से कोई लेना-देना नहीं है.” हुबली में दिग्विजय सिंह ने कहा था कि देश सभी का है और हर धर्म के लोगों ने देश की आजादी की लड़ाई लड़ी है. उन्होंने आरोप लगाया कि मीडिया ने कमलनाथ के बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया.
दिग्विजय सिंह ने आगे कहा, "जिसने भी संविधान की शपथ ली है और किसी पद पर बैठा है. अगर वे हिंदू राष्ट्र की बात करते हैं, तो उन्हें पहले इस्तीफा दे देना चाहिए." दरअसल, कुछ पत्रकारों ने 8 अगस्त को कथा वाचक धीरेंद्र शास्त्री की भारत को ‘हिंदू राष्ट्र’ बनाने की कथित मांग पर कमलनाथ से प्रतिक्रिया मांगी थी. उस वक्त कमलनाथ ने कहा था, ‘‘दुनिया की सबसे बड़ी हिंदू आबादी हमारे देश में रहती है. यहां 82 प्रतिशत हिन्दू आबादी निवास करती है. यह कोई बहस का मुद्दा नहीं है. यह बताने वाली बात नहीं है. ये आंकड़े हैं, इसमें अलग से कहने की क्या जरूरत है.’’