भोपाल। पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की आज पहली पुण्यतिथि है. 6 अगस्त 2019 को सुषमा स्वराज का निधन हो गया था. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है. शिवराज सिह चौहान ने ट्वीट किया है कि आज बहन सुषमा स्वराज की पुण्यतिथि है. हमें छोड़कर गए उन्हें एक साल बीत गया है, लेकिन लगता है कि जैसे कल की ही बात है. ऐसा लग रहा है कि वे अचानक मेरे सामने आएंगी और मुझे स्नेह से डांटेंगी कि इतना काम मत करो. तबीयत खराब हो जाएगी, जैसा वे मुझे डांटते हुए अक्सर कहा करती थीं.
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सात बार की सांसद और दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री रहीं दीदी सुषमा जी जब भी बोलती थीं, लगता था कि माता सरस्वती उनकी जिह्वा पर विराजमान हैं। आज भी उनके बोले शब्द कानों में गूंजते हैं।
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मैं, विदिशा, मध्यप्रदेश और यह देश उन्हें अनंत काल तक न भुला सकेगा। सादर नमन, श्रद्धांजलि! pic.twitter.com/yheULdwjcw
">सात बार की सांसद और दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री रहीं दीदी सुषमा जी जब भी बोलती थीं, लगता था कि माता सरस्वती उनकी जिह्वा पर विराजमान हैं। आज भी उनके बोले शब्द कानों में गूंजते हैं।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 6, 2020
मैं, विदिशा, मध्यप्रदेश और यह देश उन्हें अनंत काल तक न भुला सकेगा। सादर नमन, श्रद्धांजलि! pic.twitter.com/yheULdwjcwसात बार की सांसद और दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री रहीं दीदी सुषमा जी जब भी बोलती थीं, लगता था कि माता सरस्वती उनकी जिह्वा पर विराजमान हैं। आज भी उनके बोले शब्द कानों में गूंजते हैं।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 6, 2020
मैं, विदिशा, मध्यप्रदेश और यह देश उन्हें अनंत काल तक न भुला सकेगा। सादर नमन, श्रद्धांजलि! pic.twitter.com/yheULdwjcw
सीएम ने ट्वीट किया है कि बहन सुषमा आत्मीयता से भरी थीं, वह जिससे भी मिलती थी सहज ही उसे अपना बना लेती थी. उनमें कुशल प्रशासक का गुण तो था ही, उनके व्यवहार में मां की ममता और बहन का प्यार स्पष्ट झलकता था. दीदी के साथ बीते अनमोल क्षण और उनकी स्मृतियां मेरे जीवन की अमूल्य निधि हैं.
शिवराज सिंह ने ट्वीट में लिखा है कि विदेश मंत्री रहते हुए दीदी ने यमन में फंसे भारतीयों के साथ विदेशी नागरिकों को भी उनके घर पहुंचाने का मानवीय कार्य किया. किसी ने टि्वटर पर भी मदद मांगी तो, दीदी ने उन्हें निराश नहीं होने दिया. आउटस्टैंडिंग पार्लियामेंटेरियन अवॉर्ड उनके ऐसे ही अनूठे कार्यों का सम्मान है.
सीएम ने ट्वीट में लिखा है कि सात बार की सांसद और दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री रहीं दीदी सुषमा जी जब भी बोलती थी, लगता था कि माता सरस्वती उनकी जिह्वा पर विराजमान हैं. आज भी उनके बोले शब्द कानों में गूंजते हैं. मैं, विदिशा, मध्यप्रदेश और ये देश उन्हें अनंत काल तक ना भुला सकेगा, उनको सादर नमन, श्रद्धांजलि.