भोपाल। मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के रिजल्ट आने के बाद साफ हो गया कि प्रदेश की सत्ता पर शिवराज सिंह चौहान का शासन जारी रहेगा. बीजेपी उपचुनाव में 19 सीटें जीतकर बहुमत के आंकड़े को पार कर चुकी है. हालांकि उपचुनाव में शिवराज मंत्रिमंडल के तीन मंत्रियों को हार का सामना करना पड़ा. जिसके बाद मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कयास लगने लगे हैं. इस बीच मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का बड़ा बयान सामने आया है.
फिलहाल मंत्रिमंडल विस्तार नहीं
उपचुनाव संपन्न होने और भाजपा को बहुमत मिलने के बाद अब कयास लगाए जा रहे हैं कि शिवराज सरकार जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकते हैं. मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सामने आ रहे सवालों पर मुख्यमंत्री शिवराज ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अभी इसकी कोई योजना नहीं है.
मुख्यमंत्री करेंगे फैसला
बीजेपी प्रदेश वीडी शर्मा ने भी इस बात को लेकर कहा है कि मंत्रिमंडल विस्तार का अधिकार मुख्यमंत्री का है. पार्टी के भीतर कोई दबाव नहीं है. सामूहिक तौर पर निर्णय लिया जाएगा. सभी नेता बीजेपी के कार्यकर्ता हैं.
6 मंत्री पद खाली
गौरतलब है कि उपचुनाव में शिवराज कैबिनेट में मंत्री एंदल सिंह कंसाना, गिर्राज दंडोतिया और इमरती देवी को हार का सामना करना पड़ा. जबकि तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत ने अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. एक स्थान पहले से ही था. इस तरह अब 6 मंत्री पद खाली हैं. ऐसे में अब सरकार बनने का रास्ता साफ होने के बाद मंत्री पदों के लिए विधायक अपने-अपने दावे कर रहे हैं. इनमें संजय पाठक, रामपाल सिंह, गौरीशंकर बिसेन, राजेंद्र शुक्ला के अलावा रमेश मेंदोला, अजय विश्नोई मंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं. इसके अलावा गिरीश गौतम तो खुलकर बयान दे चुके हैं.