भोपाल। मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चल रही कवायद के बीच राज्यपाल आनंदीबेन पटेल शुक्रवार को भोपाल आ रही हैं. वे लखनऊ से वायुयान द्वारा भोपाल के लिए रवाना होंगी और 3 बजकर 15 मिनट पर राजभवन पहुंचेंगी. ऐसे में फिर से मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें और तेज हो गई है. हालांकि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल 7 दिसंबर को भोपाल आने वाली थी, लेकिन अब शुक्रवार को ही भोपाल पहुंच रही हैं. बता दें कि मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन के निधन के बाद से ही उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल मध्यप्रदेश का अतिरिक्त प्रभार संभाल रही हैं.
पढ़ें : मंत्रिमंडल विस्तार पर बोले CM शिवराज, कहा- अभी तारीख तय नहीं
वहीं बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के दिल्ली दौरे से लौटने के बाद मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें तेज हो गई है. उम्मीद जताई जा रही है कि, जल्द ही मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है. इसको लेकर जब गुरुवार को सीएम शिवराज से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि, मंत्रिमंडल विस्तार होने के बाद इसको लेकर चल रही अटकलें भी खत्म हो जाएंगी. उनका कहना था कि अभी मंत्रिमंडल विस्तार की कोई तारीख तय नहीं हुई है, जब होगा तो पता चल जाएगा. मुख्यमंत्री दो दिवसीय दिल्ली दौरे पर थे. जहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के अलावा कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की.
इससे पहले सीएम शिवराज ने सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ बंद कमरे में मुलाकात हुई थी. इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दो दिवसीय दिल्ली दौरे पर गए थे. जहां पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिले थे. इसके बाद से शिवराज मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलों ने जोर पकड़ लिया है. उम्मीद जताई जा रही है कि, जल्द ही मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है.
सिंधिया समर्थक दो विधायक ले सकते मंत्री पद की शपथ
मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर दो बार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कह चुके हैं कि अभी मंत्रिमंडल की कोई जल्दी नहीं है. हालांकि यह माना जा रहा है कि सिंधिया समर्थक 2 विधायकों ने उपचुनाव के दौरान मंत्री पद से इस्तीफा दिया था. उन्हें दोबारा मंत्री बनाया जा सकता है. ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दिल्ली दौरे पर गए थे. जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के अलावा कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की थी. ऐसे में मुख्यमंत्री का मंत्रिमंडल विस्तार पर साफ इंकार कर देना कहीं ना कहीं इस बात की तरफ इशारा करता है कि मौजूदा समय में सिर्फ सिंधिया समर्थक दो मंत्रियों को मंत्री पद की शपथ दिलाई जा सकती है. जिनमें सांवेर से विधायक तुलसी सिलावट और सुरखी से विधायक गोविंद सिंह राजपूत शामिल हैं.